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सरदारशहर में आरएलपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन:बोले- उपजिला अस्पताल में 27 डॉक्टर स्वीकृत, 4-5 डॉक्टर ही उपलब्ध, जनता हो रही है परेशान


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सरदारशहर में आरएलपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन:बोले- उपजिला अस्पताल में 27 डॉक्टर स्वीकृत, 4-5 डॉक्टर ही उपलब्ध, जनता हो रही है परेशान

सरदारशहर में आरएलपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन:बोले- उपजिला अस्पताल में 27 डॉक्टर स्वीकृत, 4-5 डॉक्टर ही उपलब्ध, जनता हो रही है परेशान

सरदारशहर : सरदारशहर में आरएलपी कार्यकर्ताओं ने तहसील अध्यक्ष सांवरमल जाखड़ के नेतृत्व में एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सरकारी अस्पताल में सही व्यवस्थाएं नहीं हैं। स्थानीय प्रशासन इन समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, जिसके कारण आम जनता को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

कार्यकर्ता सांवरमल जाखड़ ने बताया- राजकीय उपजिला अस्पताल में पिछले 10 दिनों से एक्सरे मशीन खराब पड़ी है, जिसके कारण मरीजों को बाहर पैसे देकर एक्सरे करवाने पड़ रहे हैं, जो गरीबों के लिए एक बड़ा बोझ बन चुका है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि शहर के चारों ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं, जहां अक्सर बड़े हादसे होते हैं। ऐसे में ब्लड बैंक की अत्यंत आवश्यकता है, लेकिन यहां ब्लड बैंक की कमी के कारण घायलों की अकाल मृत्यु हो जाती है और प्रसूताओं को खून की कमी के कारण आसपास के अस्पतालों में रेफर किया जाता है।

सांवरमल जाखड़ ने यह भी बताया कि अस्पताल में 27 डॉक्टरों की स्वीकृति है, लेकिन वास्तविकता यह है कि अस्पताल में केवल 4 से 5 डॉक्टर ही उपलब्ध होते हैं, जिससे मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है।

रूपचंद सारण ने भी मेलुसर बिकान पंचायत के राजास और बलाल गांव में पेयजल की समस्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत टंकी का निर्माण तो किया गया है, लेकिन वह कार्यशील नहीं है, जिसके कारण ग्रामीणों को पानी के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पानी की आपूर्ति न होने के कारण लोग पैसे देकर टैंकर मंगवाने को मजबूर हैं।

आरएलपी कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि इन समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो वे आने वाले समय में उग्र आंदोलन करेंगे। कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी आवाज़ को दबाने की कोशिशें बेकार साबित होंगी और वे अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं।

इस प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया कि सरदारशहर में लोगों को बुनियादी सेवाओं की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है और अगर सरकार ने जल्द ही इन मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया तो यह एक बड़ा जनांदोलन बन सकता है।

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