झुंझुनूं : राज्य की भाजपा सरकार अपने एक साल के कार्यकाल का जश्न मना रही है। लेकिन कांग्रेस इस एक साल को विफल बता रही है। आज कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा ने कहा है कि डबल ईंजन की सरकार होने का दंभ भरने वाली भाजपा झुंझुनूं जिले को यमुना का पानी पिलाने के ख्वाब दिखा रही है। जबकि असलियत यह है कि पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने जो कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना की सौगात झुंझुनूं को दी थी। यह पर्ची सरकार उसे भी सही ढंग से चला नहीं पा रही। यही कारण है कि सर्दियों के मौसम में भी पानी की किल्लत हो रही है। मलसीसर में बनाया गया नहरी पानी का डैम खाली हो गया है। रोजाना खेतड़ी, झुंझुनूं और मंडावा इलाके में धरने प्रदर्शन हो रहे है। सुंडा ने कहा कि जब से सरकार बनी है तब शौर्य उद्यान का कार्य पूरा कराने, पुलिस लाइन ओवरब्रिज का कार्य पूरा कराने जैसे कई वादे भाजपा नेताओं और मंत्रियों द्वारा किए जा रहे है। लेकिन एक साल में ना तो एक रूपया शौर्य उद्यान पर खर्च किया गया है। ना ही एक ईंट ओवरब्रिज के लिए लगाई गई है। हालात तो यह हो गए है कि गहलोत सरकार में शुरू किए गए विकास कार्य बजट के अभाव में बंद पड़े है।
भाजपा नेताओं की आपसी खींचातानी से जिले में कानून व्यवस्था ठप पड़ी है। वहीं संगठित अपराध बढ़ रहे है। शहर की बेशकिमती जमीनों पर कब्जे हो रहे है। 60-60 साल से काबिज लोगों को बेदखल करने के लिए डराया धमकाया जा रहा है। अस्पतालों में जिंदा लोगों को मारकर उसका फर्जी पोस्टमार्टम किया जा रहा है। दिन दहाड़े फायरिंग करके व्यापारियों को डराकर एक-एक करोड़ रूपए की फिरौती मांगी जा रही है। राष्ट्रवाद का दंभ भरने वाली इस सरकार में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सिर्फ तमाशा चल रहा है। सिर्फ एक साल में ना केवल झुंझुनूं जिले की, बल्कि पूरे राजस्थान की जनता त्रस्त हो गई है। उप चुनावों में सरकारी मशीनरी को झोंककर जीत तो हासिल कर ली। लेकिन इस जीत के पीछे की कहानी पूरा राजस्थान जानता है। उन्होंने कहा है कि आज जो जयपुर बसें और गाड़ियां भेजी गई है। उसमें भी प्रधानमंत्री को भीड़ दिखाने के लिए सरकारी मशीनरी का उपयोग किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समेत अन्य कर्मचारियों को भीड़ के रूप में जयपुर ले जाया गया है।