किरोड़ी बोले-मेरी सरकार में मेरे खिलाफ ही मामला दर्ज हुआ:मुख्यमंत्री बता सकते हैं किसके इशारे पर किया; सीआई पर कार्रवाई नहीं हो रही
किरोड़ी बोले-मेरी सरकार में मेरे खिलाफ ही मामला दर्ज हुआ:मुख्यमंत्री बता सकते हैं किसके इशारे पर किया; सीआई पर कार्रवाई नहीं हो रही
जयपुर : राइजिंग राजस्थान से पहले भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा अपनी ही सरकार के खिलाफ हो गए हैं। किरोड़ीलाल मीणा ने आज (शुक्रवार) को प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए कहा- मेरी सरकार में मेरे ही खिलाफ मुकदमा दर्ज हो रहा है। सीआई कविता शर्मा इतनी असरदार है कि कांग्रेस के शासनकाल में भी उसका बाल बांका नहीं हुआ। अभी भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
किरोड़ीलाल मीणा ने कहा- मेरे खिलाफ जो मामला दर्ज हुआ है, उसके बारे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ही बता सकते हैं। किसके कहने पर और किसके इशारे पर मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
उन्होंने कहा- सीआई कविता शर्मा देर रात एक युवती मंजू शर्मा और ममता गुर्जर को जबरन उठाने गई थी। मुझसे गलती हो गई कि मैं उन्हें बचाने के लिए मौके पर चला गया। आगे से मैं मौके पर नहीं जाऊंगा, क्योंकि ऐसा करने पर मेरे खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया गया।
मंजू शर्मा की दादी की मौत के लिए जिम्मेदार एसएचओ कविता शर्मा
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कहा- सीआई कविता शर्मा मंजू शर्मा के घर में जबरन घुसी। उसके माता-पिता ने उन्हें मना भी किया। वह जबरन घुसकर मंजू शर्मा को उठा लाई। इससे उसकी दादी दहशत में आ गई। आज उसकी दादी की मौत हो गई है। मंजू शर्मा की दादी की मौत के लिए जिम्मेदार एसएचओ कविता शर्मा है। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
किरोड़ीलाल मीणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण की क्लिप दिखाते हुए कहा- भारतीय नागरिक संहिता पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने एक सभा में कहा था कि कोई भी पुलिस अधिकारी किसी भी व्यक्ति को बिना लिखित में सूचना दिए हिरासत में नहीं ले सकता है। सरकार मेरी है तो क्या मैं अन्याय सहन कर लूंगा।
प्रदेश अध्यक्ष से पूछ कर नाम का खुलासा करूंगा
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा- कविता शर्मा को कौन-कौन से अधिकारी और नेता बचा रहे हैं। इसका खुलासा भी मैं जल्द करूंगा। उन्होंने कहा- मैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से पूछने के बाद आप लोगों को बताऊंगा कि सीआई कविता शर्मा को कौन-कौन से अधिकारी अब तक बचाते आए हैं। वहीं कौन-कौन से नेता इसमें शामिल हैं।
मीडिया के सवालों पर भड़के किरोड़ी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सवालों पर भी किरोड़ी लाल मीणा भड़क गए। जब किरोड़ी से पूछा गया कि सरकार तो आपकी ही है। इस पर किरोड़ीलाल मीणा भड़क गए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार का अधिकारी सो जाए तो क्या मेरी जिम्मेदारी नहीं है। सरकार होने के बावजूद कार्रवाई नहीं होने के सवाल पर भी किरोड़ी लाल मीणा ने तीन बार कहा कि मैं क्या कहने के लिए आया हूं, मैं क्या कहने के लिए आया हूं, मैं क्या कहने के लिए आया हूं। सरकार मेरी है तो क्या मैं अन्याय सहन कर लूंगा।
किरोड़ी लाल मीणा ने सीआई कविता शर्मा पर भी कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा- 2017 में कविता शर्मा और उनकी बहनों पर एक प्लॉट का फर्जी पट्टा बनाने का मामला भी दर्ज हुआ था, लेकिन डीजी ने इस मामले में चार्जशीट पेश नहीं होने दी। वहीं उनकी कार्यशैली को लेकर डीसीपी ईस्ट कमिश्नर को दो बार लेटर लिख चुके हैं। एक बार उन्होंने कविता शर्मा को निलंबित करने के अनुशंसा की तो दूसरी बार उन्होंने कविता शर्मा को नॉन फील्ड करने के लिए कहा, लेकिन उसे पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
डीजीपी से कविता शर्मा पर FIR दर्ज करने की मांग
किरोड़ीलाल मीणा ने डीजीपी यूआर साहू के नाम एक लेटर भी लिखा। इसमें थानाधिकारी कविता शर्मा को तुरंत निलंबित कर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने, उसके इस कृत्य के लिए तत्काल एफआईआर दर्ज करने, एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच किसी उच्चाधिकारी से कराने और पुलिस विभाग में इस प्रकार के व्यवहार को रोकने के लिए कठोर दिशा-निर्देश लागू करने की मांग की गई है। किरोड़ी ने लिखा- यह मामला पुलिस विभाग के अनुशासन और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए अत्यंत गंभीर है। कृपया इस मामले में तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें। मुझे इस संबंध में की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी शीघ्र प्रदान करें।
मंत्री किरोड़ीलाल और सीआई में हुआ था विवाद दरअसल, कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और जयपुर के महेश नगर की CI कविता शर्मा के बीच 3 दिसंबर की देर रात विवाद हो गया था। किरोड़ीलाल सीआई पर खूब भड़के थे। किरोड़ी ने सीआई कविता शर्मा पर SI भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग करने वाले छात्र नेताओं के घर जाकर उनके परिवार, माता-पिता को परेशान करने का आरोप लगाया था।
किरोड़ी ने कहा था कि बेवजह पुलिस ने छात्र नेता को उसके पत्नी के साथ कमरे में बंद कर दिया। इस दौरान सीआई मंत्री से कह रही थी कि सर आप गुस्सा क्यों हो रहे हैं? आराम से बात करिए। तमतमाए मंत्री ने जयपुर पुलिस कमिश्नर और डीसीपी साउथ से भी बात की थी। तब जाकर मामला शांत हुआ था। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया था।