[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

थप्पड़कांड पर पहली बार बोले राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी:घटना मतदान कक्ष के बाहर हुई, इसलिए हमारी कमी नहीं, कानून व्यवस्था के लिए पुलिस जिम्मेदार


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
जयपुरटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

थप्पड़कांड पर पहली बार बोले राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी:घटना मतदान कक्ष के बाहर हुई, इसलिए हमारी कमी नहीं, कानून व्यवस्था के लिए पुलिस जिम्मेदार

थप्पड़कांड पर पहली बार बोले राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी:घटना मतदान कक्ष के बाहर हुई, इसलिए हमारी कमी नहीं, कानून व्यवस्था के लिए पुलिस जिम्मेदार

जयपुर : देवली उनियारा विधानसभा में समरावता प्रकरण में कानून व्यवस्था फेल रही। इसकी जिम्मेदारी काे लेकर हमारे मीडिया कर्मी  ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन से बात की। उन्हाेंने कहा कि मतदान कक्ष के बाहर की घटना थी।

ईवीएम आदि से छेड़छाड़ नहीं हुई है। ऐसे में मतदान प्रभावित नहीं हुआ है। कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी आईजी – डीआईजी स्तर की थी ताे और उन्हें इस पर काॅल लेना था। क्या हुआ ये सभी काे पता है। बहरहाल इस केस में गिरफ्तारी हाे चुकी है अब आगे कानून अपना काम करेगा।

मुख्य चुनाव अधिकारी नवीन महाजन से सवाल जवाब

सवाल – मतदान केंद्र में एसडीएम काे थप्पड़, आगजनी और दूसरे दिन भी हंगामा इसमें क्या चुनाव आयाेग का फैलियर कितना माना जाएगा ?

जवाब – चुनाव आयाेग का फैलियर या कमी तब मानी जाती जब ईवीएम टूटती, मतदान कक्ष के अंदर हंमामा हाेता। ऐसा कुछ नहीं हुआ है। ये सब मतदान कक्ष के बाहर हुआ है। ऐसे में हमारे स्तर पर कमी बिलकुल नहीं मानी जाएगी।

सवाल – विवाद हाेते ही नरेश मीणा काे गिरफ्तार क्याें नहीं किया गया, भीड़ जुटने जैसे फेलियर से पुलिस – प्रशासन की लापरवाही कितनी मानेंगे

जवाब – ये सब पुलिस काे देखना था। निचले लेवल पर क्या कमी रही और किन बिंदुओं पर चूक रही ये पुलिस की ही पड़ताल के बाद सामने आएगा।

सवाल – ताे क्या आपकी नजर में इस घटना से मतदान प्रभावित नहीं हुआ है ?

जवाब – मतदान पर इसका असर नहीं माना जाएगा।

सवाल – एसडीएम पर थप्पड़ पड़ने जैसी घटनाएं दाेबारा नहीं हाे, इस पर क्या कहेंगे ?

जवाब – इस केस में नियम अनुसार कानूनी कार्यवाही की जा रही है। दाेषियाें पर कार्यवाही से स्वभाविक है कि लाेगाें के बीच संदेश जाएगा। ऐसी घटनाएं दाेबारा नहीं हाे इसे लेकर भी मंथन ताे चल ही रहा है।

सवाल – मतदान बहिष्कार आदि के मुद्दे पर पुलिस – प्रशासन की कितनी कमी समझते है?

जवाब – वहां मतदान हुआ है, उसी के बाद ही ताे विवाद हुआ है। प्रशासन उस पूरे प्रकरण पर विवाद से पहले और बाद में नजर बनाए हुए था।

सवाल – पिछले बार की तुलना में वाेट प्रतिशत घटा है, गुरुवार काे जारी नए आंकडाें में ज्यादा अंतर नहीं है ?

जवाब – हां जाे चार से पांच प्रतिशत के आंकड़े है लगभग वाे ही है। गुरुवार काे जारी शीट में प्वाॅइंट्स में वाेट प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

Related Articles