जयपुर : जयपुर स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग स्कूल (ओटीएस) में पब्लिकेशन ऑफिसर के घर से 15 दिन पहले 50 तोला सोना चोरी हो गया। पीड़ित ने जब संदिग्धों को तंत्र-मंत्र का डर दिखाया तो एक दिन में 35 तोला सोना आ गया।
दरअसल पब्लिकेश ऑफिसर डॉक्टर अमृत कौर के घऱ से 25 अक्टूबर को संदिग्धों ने 50 तोला सोना और करीब 50 हजार रुपए चोरी कर लिए। उसी दिन दोपहर 1 बजे जब महिला अधिकारी घर लौटी, तो अंदर आलमारी का सामान बिखरा पड़ा मिला। जिस पर महिला अधिकारी ने चेक किया तो पता चला कि आलमारी में रखा 50 तोला सोना और करीब 50 हजार रुपए नकद चोरी हो चुके हैं। इसके बाद गांधी नगर थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और संदिग्धों की तलाश में जुटी।
शक के आधार पर पुलिस ने ओटीएस में सफाई करने वाले 3 लोगों को डिटेन किया और शनिवार को थाने लेकर आई। इसी दौरान डॉक्टर कौर भी थाने पहुंची। कौर ने चोरों को डराने के लिए कह दिया है कि वह तंत्र-मंत्र से जान चुकी है कि चोर कौन है और उसका चेहरा वह जानती हैं। इसके बाद डिटेन किए हुए तीनों लोग काफी डर गए, जिन्हे बाद में पुलिस ने छोड़ दिया। अगले ही दिन रविवार को सुबह कौर को उनके गार्डन में एक पर्स मिला, पर्स में 35 तोला सोना अज्ञात व्यक्ति उनके घर के गार्डन में फेंक गया।
तीनों संदिग्धों से फिर होगी पूछताछ
गांधीनगर सीआई राजकुमार ने बताया कि शनिवार को सफाई कर्मचारी और कर्मचारी दंपती से रात 10 बजे तक पूछताछ की। इसके बाद रविवार सुबह 9 बजे लॉन में पर्स मिला, जिसमें करीब 35 तोला सोने के जेवर थे। इस पर डॉक्टर कौर की सूचना पर गांधीनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। सामान चेक किया गया तो पर्स से 2 सोने की चेन, 2 मंगल सूत्र, रखड़ी, सोने की 6 अंगूठियां, डायमंड सेट, सोने की चुड़ियाँ व टॉप्स, गले का हार और चांदी के कड़े मिल गए हैं। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। शनिवार को जिन तीनों सफाई कर्मचारियों से पूछताछ की गई थी, अब उनसे दोबारा पूछताछ होगी।
चोरी का रूप देने के लिए पीछे के दरवाजे की जाली को काट दिया अधिकारी अमृत कौर का कहना है कि घर के मेन गेट को चाबी से खोला गया था। उसकी चाबियां उनकी स्टाफ की ही परिचित को दी हुई थी। जब दोपहर 1 बजे वह घर पहुंचीं तो घर का पीछे का दरवाजा खुला हुआ मिला। दरवाजे पर लगी जाली को काटा हुआ था। घर की अलमारी में सामान बिखरा था। इसके बाद जब पता किया तो पाया कि दरवाजे की जाली को अंदर से काटा गया था। जिस से उनका शक गहरा गया कि चोर परिचित है और उस ने प्लानिंग बनाकर चोरी की हैं। डॉक्टर कौर जानती थी की चोर कौन है लेकिन उनके पास कोई सबूत नहीं था। जिस पर पुलिस को केस की जानकारी दी थी।