नागौर : नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस, बीजेपी के नेताओं पर सियासी पलटवार किया है। बेनीवाल ने कहा- गोविंद सिंह डोटासरा तो किरोड़ीलाल मीणा के पैर पकड़े बैठे थे। खुद डॉक्टर किरोड़ी ने मुझे बताया था कि यह तो घर आकर पैर पड़ गया, क्या करूं? मैंने उनसे कहा कि आप जानो, आपने स्टैंड लिया है।
बेनीवाल ने कहा- वसुंधरा राजे अगर पर्ची खोल कर चबा जाती तो खुद सीएम बन जाती। कौन देख रहा था पर्ची भजनलाल शर्मा की है या किसकी है। वसुंधरा राजे को कितना बेबस किया गया होगा। पर्ची पर भजनलाल शर्मा का नाम लिख कर उनसे नाम पढ़वाया। उस वक्त चेहरा देखा था, क्या भाव थे?
डांगा मेरे से 20-20 रुपए डीजल-पेट्रोल के लिए ले जाता था
बेनीवाल ने कहा- बीजेपी उम्मीदवार रेवंतराम डांगा आज गालियां दे रहा है। यह डांगा मेरे से 20-20 रुपए डीजल-पेट्रोल के लिए ले जाता था। यह 1998-99 में मेरे पास आया था। 20 रुपए के लिए लड़ पड़ता था कि यह फटा हुआ नोट चलेगा नहीं। यह आदमी इतनी बकवास कर रहा है कि हनुमान को मैंने बनाया। छठी पास नहीं, तूने कहां से बनाया।
मैं यूनिवर्सिटी का अध्यक्ष रहा हूं। मेरे पिताजी 77 में विधायक थे, मैं जयपुर पढ़ा ,राजधानी में राजनीति की। डांगा मेरा मुकाबला कैसे कर लेगा। मेरे वहां बैठता था, उसने छोटा-मोटा ज्ञान मेरे से ले लिया। पीठ में छुरा घोंप कर दुश्मनों की गोद में जाकर बैठ गया।
सतीश पूनिया 2018 में मुझे प्रणाम करके ही जीते थे
बेनीवाल ने कहा- गालियां देने वालों का भी इलाज करेंगे। इनका इलाज 13 से 23 नवंबर के बीच करेंगे। ये लोग उस नेता के मंच से मुझे गालियां दे रहे थे, जो मेरी वजह से जीता। सतीश पूनिया 2018 में मुझे प्रणाम करके जीता था। लगातार चुनाव हार रहा था, मैंने मदद की। रिछपाल मिर्धा भी अपने बेटे विजयपाल के लिए रात में गुपचुप आए थे। मेरे पांव पकड़ने जा रहे थे। मैंने रोका कि यह क्या कर रहे हो आप बड़े हो।
बेनीवाल ने कहा- ज्योति मिर्धा को मैं और पूर्व विधायक रूपाराम लाए थे। झगड़ा रूपाराम और ज्योति का था। रूपाराम ने कहा था कि ज्योति को हरवाना पड़ेगा। यह बहुत उड़ने लग गई। हम सबको तंग कर रही है। रूपाराम की उधारी लड़ाई लेकर मैं बीच में कूदा।
पेपर लीक करने वालों को जेल भिजवाऊंगा
बेनीवाल ने कहा- पेपर लीक करने वालों को जेल भिजवाएंगे। दुर्भाग्य से हमारे लोग समझदार नहीं है, बात बिगड़ने के बाद याद करते हैं। मेरे सिंबल से जीते हुए लोग अगर यह कहे कि हनुमान के पास क्या है तो समझ लीजिए हनुमान की ही पार्टी बनी थी। हनुमान की फोटो लगाकर क्यों जीते थे।