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शिफ्टिंग करते समय चिड़ियाघर में हुई एमू की मौत,गुपचुप दफनाया:दीवार से सिर टकराने से गई जान, जू डॉक्टर बीमारी को बता रहे मौत की वजह


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शिफ्टिंग करते समय चिड़ियाघर में हुई एमू की मौत,गुपचुप दफनाया:दीवार से सिर टकराने से गई जान, जू डॉक्टर बीमारी को बता रहे मौत की वजह

शिफ्टिंग करते समय चिड़ियाघर में हुई एमू की मौत,गुपचुप दफनाया:दीवार से सिर टकराने से गई जान, जू डॉक्टर बीमारी को बता रहे मौत की वजह

जयपुर : रामनिवास बाग स्थित चिड़ियाघर से एमू पक्षियों को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट करने के दौरान शुक्रवार सुबह एक मादा एमू पक्षी की मौत हो गई। जू प्रशासन ने घटना के बाद पोस्टमार्टम कर एमू को चिड़ियाघर में ही दफना दिया गया। जू प्रशासन ने इस मामले की किसी को भनक तक नहीं लगने नहीं दी। एमू की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना अभी बाकी है।

चिड़ियाघर के एक कर्मचारी ने बताया कि यह मादा एमू स्वस्थ थी और इन्हें नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किया जा रहा था। सुबह 10.30 पौने ग्यारह बजे के करीब पिंजरे में जब एमू को पकड़ने गए तो वह इधर–उधर भागने लगी। इस बीच बचने के लिए वह पिंजरे में बनी गुमटी में घुस गई। टीम ने उसकी आंखों को ढक दिया और गुमटी से बाहर ला रहे थे उसी वक्त उसने अपनी लंबी गर्दन को झटके से घुमाया जिससे सिर गुमटी की दीवार में लगा और वहीं ढेर हो गई। एमू के साथ हुई इस घटना से पूरी टीम घबरा गई और आनन-फानन में उसका पोस्टमार्टम कर दफना दिया गया।

जू चिकित्सक मौत की वजह बताई बीमारी

वहीं जब इस बारे में जू के पशु चिकित्सक डॉ. अशोक तंवर से हमारे मीडिया कर्मी ने पूछा तो उनका कहना था कि यह एमू पक्षी आठ साल की थी और बीमार थी। साथ ही उसके यूट्रस में अंडा भी फंस गया था जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। डॉ.तंवर ने कहा कि एक एमू पक्षी के अंडे का वजन 300 से 400 ग्राम होता है और यह आकार में भी काफी बड़ा होता है। इस वजह से कई बार अंडा पूरी तरह बाहर नहीं आ पाता और फंसकर भीतर ही टूट जाता है और इन्फेक्शन से पक्षी की मौत हो जाती है।

चिड़ियाघर में 11 एमू ही बचे, 27 को किया शिफ्ट

मादा एमू की मौत के बाद चिड़ियाघर में अब 11 एमू पक्षी बचे हैं। ये सभी 11 एमू यहीं पैदा हुए हैं और अब वयस्क हो गए हैं। यहां से 27 एमू अब तक नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शिफ्ट किया जा चुका है। चिड़ियाघर के सभी पक्षियों को बायोलॉजिकल पार्क में ही शिफ्ट किया जाना है। दो तीन-दिन से इनमें से तीन एमू पक्षियों को नाहरगढ़ शिफ्ट करने के लिए कहा जा रहा था। इन्हें शिफ्ट करने के लिए जैसे ही टीम ने पकड़ने का प्रयास किया हादसे में एक मादा एमू की जान चली गई।

टाइगर सफारी शुरू,पहले दिन 11लोगों ने देखे बाघ

शुक्रवार को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में उद्घाटन के एक महीने बाद टाइगर सफारी की शुरुआत हुई। पहले दिन 98 लॉयन सफारी और 11 लोगों ने पार्क में टाइगर सफारी का लुत्फ लिया। पर्यटकों को सफारी के दौरान पार्क के तीन बाघ गुलाब,चमेली और भक्ति नजर आए। उनके वीडियो और फोटो खींचकर सभी बहुत रोमांचित दिखे।

पार्क में सुबह 9 से शाम 5 बजे तक लॉयन सफारी, टाइगर सफारी का लुत्फ लिया जा सकता है। पार्क में सफारी का टिकट देशी–विदेशी पर्यटकों के लिए फिलहाल 200 रुपए का है,जबकि जूलॉजिकल पार्क की टिकट देशी के लिए 50 रुपए और विदेशी पर्यटकों के लिए 300 रुपए का है।

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