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अवैध शराब बेचने को लेकर एरिया की लड़ाई में मर्डर:ब्लैक में शराब बेचने को लेकर हिस्सेदारी का विवाद, धमकी के बाद रची मर्डर की साजिश


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अवैध शराब बेचने को लेकर एरिया की लड़ाई में मर्डर:ब्लैक में शराब बेचने को लेकर हिस्सेदारी का विवाद, धमकी के बाद रची मर्डर की साजिश

अवैध शराब बेचने को लेकर एरिया की लड़ाई में मर्डर:ब्लैक में शराब बेचने को लेकर हिस्सेदारी का विवाद, धमकी के बाद रची मर्डर की साजिश

कोटा : कोटा के जवाहर नगर इलाके में 18 अक्टूबर की देर रात को दो युवकों पर जानेलवा हमले और एक युवक के मर्डर के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दस आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वारदात, शहर में अवैध शराब बिक्री में हिस्सेदारी और वर्चस्व को लेकर की गई। मामले में पुलिस अभी जांच में जुटी है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि 18 अक्टूबर को रात करीब साढे़ ग्यारह बजे अभय कमांड सेंटर के पास लिंक रोड पर नयागांव निवासी सुनील योगी और निखिल वर्धन पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला किया था।

तलवार, लाठी, डंडो और चाकू से हमला कर सुनील योगी की हत्या कर दी गई थी। वारदात में निखिल वर्धन घायल हो गया था। मामले में पुलिस ने निखिल के बयानों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। मामले में तीन टीमों का गठन किया गया और बूंदी, कोटा शहर और ग्रामीण इलाकों में बदमाशों की तलाश शुरू की गई। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दस बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है। शुरूआती पूछताछ में शराब का अवैध कारोबार दोनों गुटों के बीच झगडे़ का कारण था। वर्चस्व की लड़ाई के चलते वारदात को अंजाम दिया गया था।

यह आरोपी किए गए गिरफ्तार, भागने के दौरान लगी चोट

वारदात में शामिल रहे दिवान उर्फ लोकेन्द्र निवासी महावीर नगर डिस्पेन्सरी के पास, धीरज यादव निवासी महावीर नगर विस्तार योजना, बुद्धराम गुर्जर निवासी गोबरिया बावडी, शुभम बैरवा निवासी नयागांव, बहादुर मीणा निवासी केशवपुरा, दिनेश मीणा निवासी सूरजपोल गेट के पास, मनीष यादव निवासी सुभाष नगर, आदित्य मेहरा निवासी संतोषी नगर, दिनेश मेवाडा निवासी हरिओम नगर कच्ची बस्ती, सचिन यादव निवासी संतोषी नगर को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों के वारदात के बाद रावतभाटा रोड पर बोराबास के जंगलो में छिपे होने की जानकारी पुलिस को मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने दबिश दी। पुलिस को देख बदमाशों ने भागने की कोशिश की। डायवर्जन चैनल में कूद गए, जिससे उनके पैरों में चोटें भी आई। पुलिस ने इन्हें पकड़कर मेडिकल कॉलेज ले जाकर इलाज करवाया और इसके बाद गिरफ्तारी की।

शराब के कारोबार में रंजिश

वारदात का शिकार हुआ सुनील योगी और घायल निखिल वर्धन, हिस्ट्रीशीटर बन्टी वर्धन गैंग के सदस्य हैं जो अवैध मादक पदार्थों की तस्करी, मारपीट, हथियारो की तस्करी में लिप्त रहे है। सुनील योगी व निखिल वर्धन की दुश्मनी रिकी व धन्नु की गैंग से रही है। घटना में शामिल आरोपी बहादुर मीणा, दीवान उर्फ लोकेन्द्र, बुद्धराज गुर्जर, स्टेपनी उर्फ धीरज भी अवैध मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल रहे है। 18 अक्टूबर को सुनील योगी और निखिल वर्धन से मादक पदार्थों के बेचने में हिस्सेदारी को लेकर झगडा हुआ। सुनील योगी तथा बहादुर मीणा के बीच अवैध मादक पदार्थो की तस्करी के क्षेत्र को लेकर वर्चस्व की लडाई चल रही थी तथा इसी बात को लेकर फोन पर सुनील योगी ने बहादुर व धीरज उर्फ स्टेपनी को देख लेने की धमकी दी थी। इस पर बहादुर मीणा तथा उसके दोस्त लोकेन्द्र उर्फ दीवान, बुद्धराज, शुभम, मनीष यादव, सचिन यादव, धीरज उर्फ स्टेपनी, आदित्य मेहरा, विनोद उर्फ बिच्छु, दिनेश मीणा, दिनेश पारेता, व अन्य 8-10 व्यक्तियों ने सुनील और निखिल को सबक सिखाने के उद्देश्य हमला कर दिया।

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