बीकानेर : ‘पाक’ से खतरे की आहट या कुछ और…जानें गांव-गांव घूमकर BSF अफसर क्यों खरीद रहे ऊंट
राजस्थान की पाकिस्तान से लगती पश्चिमी सीमा में बॉर्डर गार्डिंग ऊंटों के जरिए होती है। लेकिन रेगिस्तानी जहाजों की संख्या लगातार घट रही है। पिछले कुछ समय में करीब 50 ऊंट भी नहीं खरीदे जा सके हैं, जबकि बीएसएफ में 300 से ज्यादा ऊंटों की कमी देखी जा रही है।

बीकानेर : राजस्थान से लगते इंटरनेशनल बॉर्डर पर रेगिस्तानी जहाज यानी ऊंट की काफी कमी को देखते हुए BSF के डीजी पीके सिंह ने नए ऊंट खरीदने के दिशा-निर्देश दिए हैं। अब अतिशीघ्र नए ऊंट खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में बीकानेर सेक्टर के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ जैसलमेर नए ऊंट खरीदने के लिए पहुंच गए, जहां पर वे ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर बीएसएफ के नॉर्म्स के आधार पर रेगिस्तानी जहाजों की खरीददारी की प्रक्रिया को अंजाम दे रहे हैं।
दरअसल, थार के मरुस्थल की पाकिस्तान से लगती पश्चिमी सीमा में बॉर्डर गार्डिंग ऊंटों के जरिए होती है। लेकिन रेगिस्तानी जहाजों की संख्या लगातार घट रही है। पिछले कुछ समय में करीब 50 ऊंट भी नहीं खरीदे जा सके हैं, जबकि बीएसएफ में 300 से ज्यादा ऊंटों की कमी देखी जा रही है।
इस कमी को गंभीरता से लेते हुए बीएसएफ डीजी पंकज कुमार सिंह ने नए ऊंट खरीदने के दिशा-निर्देश दिए और राजस्थान फ्रंटियर में इसका जिम्मा बीकानेर सेक्टर के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ को दिया गया। इसी के चलते वे जैसलमेर में ऊंट खरीदने पहुंच गए।