नवलगढ : नवलगढ उपखंड के नाहरसिंघानी गांव की पुनिया की ढाणी के जवान राजवीर पुनिया शनिवार को शहीद हो गए। आज शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद की पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंची तो परिवार वालों ने शहीद होने के कारण की जानकारी लेनी चाही। इसके बाद उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिवार को सेना की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं के आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजनों ने जवान राजवीर पुनिया की पार्थिव देह को ले लिया। रविवार को पुनिया की ढाणी में जवान राजवीर सिंह की पार्थिव देह पहुंचने के बाद माहौल गमगीन हो गया।
जवान की पत्नी सुनीता जवान राजवीर पुनिया की पार्थिव देह को देख बेसुध हो गई। सामाजिक रस्मों के बाद जवान राजवीर पुनिया की पार्थिव देह गांव के मोक्ष धाम पहुंची जहां पर विधायक विक्रम जाखल सहित इलाके के जनप्रतिनिधियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर जवान को नमन किया। सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जवान राजवीर पुनिया के सात वर्षीय बेटे हार्दिक ने चिता को मुखाग्नि दी।
बता दें कि सुबह सेना के जवान राजवीर पुनिया (40) की पार्थिव देह को लेकर पहुंचे। जिसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने मौत के कारणों की जानकारी देने समेत सैन्य सम्मान से अंत्येष्टि सहित अन्य मांग रखी। जिसके बाद जिला सैनिक कल्याण कार्यालय से शोकत अली मौके पर पहुंचे और उच्च अधिकारियों को मांगों से अवगत करवाया। उच्च अधिकारियों ने आश्वासन दिया जिसके बाद जवान राजवीर पुनिया की सैन्य सम्मान से अंत्येष्टि की गई। राजवीर के एक 15 साल की बेटी व सात साल का बेटा है। राजवीर 22 बटालियन अबुलेशन कंपनी सांबा जम्मू में तैनात था।