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RSS के इंद्रेश बोले- माफिया का अड्‌डा बन गया वक्फ:कांग्रेस ने इसमें 3 बार संशोधन किए; मोदी सरकार बिल लाई तो विरोध होने लगा


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RSS के इंद्रेश बोले- माफिया का अड्‌डा बन गया वक्फ:कांग्रेस ने इसमें 3 बार संशोधन किए; मोदी सरकार बिल लाई तो विरोध होने लगा

RSS के इंद्रेश बोले- माफिया का अड्‌डा बन गया वक्फ:कांग्रेस ने इसमें 3 बार संशोधन किए; मोदी सरकार बिल लाई तो विरोध होने लगा

जयपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक डॉ. इंद्रेश कुमार ने वक्फ को माफिया का अड्‌डा बताया है। वक्फ (संशोधन) बिल 2024 पर उन्होंने कहा- आजादी के बाद वक्फ को लेकर कांग्रेस राज में तीन बार संशोधन हुए हैं। पहला संशोधन नेहरू, दूसरा नरसिम्हा राव और तीसरा मनमोहन सिंह के समय हुआ। उन सबके कारण वक्फ आज वेलफेयर के बजाय माफिया का अड्‌डा बन गया है।

वक्फ के कारण मुस्लिमों का शोषण हुआ है। माफियाओं और शोषण से आम मुसलमान की हिफाजत के लिए वक्फ (संशोधन) बिल 2024 लाया गया है। नरेंद्र मोदी की सरकार संशोधन बिल लाई तो इसका विरोध हो रहा है। डॉ. इंद्रेश सोमवार को कोटा में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, कोटा के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने पहुंचे थे।

वक्फ मुसलमानों का शोषण कर रहा

डॉ. इंद्रेश ने कहा- वक्फ संशोधन को लेकर आज विरोधी झूठ बोलकर भड़का रहे हैं कि सरकार संपत्तियों, कब्रिस्तानों की जमीनों पर कब्जा कर लेगी। जबकि बिल पारदर्शिता के लिए है ताकि वक्फ की संपत्ति और इनकम सभी के सामने आ सके। दूसरा वक्फ बोर्ड के एकतरफा फैसले के कारण मुसलमानों का शोषण हो रहा था, उससे बचाव हो। माफिया ने जो संपत्ति हड़पी थी, वो लूटमार बंद हो सके।

उन्होंने कहा- जब सभी धर्मों के धार्मिक संपत्ति केस कानून से निपटते हैं तो वक्फ के लिए अलग से व्यवस्था क्यों? माफिया समझते हैं कि उनका फैसला ही खुदा से भी बड़ा है। एक तरह से ये खुदा विरोधी और इस्लाम विरोधी व्यवस्था है। इसलिए सब लोगों की डिमांड है, कहीं न कहीं उनके फैसले के आगे कोर्ट के फैसले के लिए रास्ता खोलना चाहिए। ऐसा बिल जो पारदर्शी हो, जिसमें संपत्ति का विवरण, आय का विवरण हो। वेलफेयर वाला हो।

डॉ. इंद्रेश कुमार ने बताया-

माफियाओं और शोषण से आम मुसलमान की हिफाजत के लिए यह बिल लाया गया है। वक्फ बोर्ड वेलफेयर का सिंबल बने, न कि माफियाओं का अड्डा। इस बिल को लेकर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास सुझाव आएंगे। उन पर विचार होगा। हो सकता है सुझाव की प्रक्रिया और लंबी चले। ये आने वाला कल ही बताएगा। जनता क्या कह रही है, जनता ने विरोध ऑर्गेनाइज किया या समर्थन किया। एक आवाज तो पक्की है वक्फ माफिया के प्रति सभी मुसलमानों में भारी नाराजगी है।

डॉ. इंद्रेश ने कहा- वक्फ ने कोई वेलफेयर का काम नहीं किया। इसके कारण बहुत भयानक नाराजगी है। वक्फ बोर्ड में बैठे ताकतवर लोगों ने गलतफहमियों से भड़काया है। विपक्ष और कुछ मजहबी नेता लूट-खसोट करके इकट्‌ठे करते रहे। ऐसे नेताओं को डर है कि उनकी ये ताकत हिलेगी। नाजायज काम एक्सपोज हो जाएगा। इसलिए वो विरोध में भड़काने का काम कर रहे हैं, न कि समझाने का। अभी तो जेपीसी का मत संग्रह चल रहा है। आने वाला समय भविष्य का फैसला करेगा।

डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि जब लोगों से पूछा कि वक्फ बोर्ड ने कोई वेलफेयर किया है तो लोगों ने मौन धारण कर लिया। एक ने भी ये नहीं कहा कि वक्फ ने कोई वेलफेयर किया। केवल बीजेपी के नरेंद्र मोदी इसको भेज रहे हैं, उसका विरोध करना है। ये ऐसा हुआ कि रसूल ने कहा था कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, बेटी बढ़ाओ’, तो मुसलमानों ने माना। इसी बात को नरेंद्र मोदी ने कहा तो विरोध क्यों?

जम्मू-कश्मीर में जनता खानदानों का राज नहीं चाहती

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर डॉ. इंद्रेश ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सरकार किस दल की बनेगी, ये ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि सरकार वहां खुला लोकतंत्र स्थापित करने में कामयाब रहे। सरकार का मिशन भी यही था, लोग लोकतंत्र में आएं। जम्मू-कश्मीर भारत का अंग है। इसे स्वीकार करें। वहां तिरंगा लहराए। वहां की नागरिकता भारतीय-हिंदुस्तानी बन जाए। इसको बीजेपी-एनडीए सरकार स्थापित करने में कामयाब रही है। जम्मू-कश्मीर की आम जनता चुने हुए लोगों का राज चाहती है, न कि खानदानों का राज।

कार्यक्रम में मंच के प्रदेश सह संयोजक इरशाद अली, वक्फ कमेटी के पूर्व चेयरमैन अबू बकर नकवी समेत मुस्लिम कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम में मंच के प्रदेश सह संयोजक इरशाद अली, वक्फ कमेटी के पूर्व चेयरमैन अबू बकर नकवी समेत मुस्लिम कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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