झुंझुनूं : जिले मानसून के बाद मौसमी बीमारियां बेकाबू हो गई है। डेंगू के साथ वायरल संक्रमण के कारण बुखार के मरीजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है।
हालात ये है कि बीडीके अस्पताल में हर दिन 100 से ज्यादा मरीज बुखार व सरदर्द की परेशानी लेकर आ रहे है। इनमें 60 से ज्यादा डेंगू जैसे लक्षणों वाले वायरल से पीड़ित है। इनमें प्लेटलेट्स घटने के साथ चलने में भी समस्या हो रही है। दूसरी ओर डेंगू केस भी काफी तेजी से बढ़ने लगे है। जिले में 18 सितंबर तक 54 डेंगू केस थे। जो अब बढ़कर 86 हो चुके है। डेंगू के मामले लगातार बढ़ने के बावजूद चिकित्सा विभाग ने जिले में फोगिंग शुरू नहीं कराई है और ना ही सीएचसी स्तर पर जांच प्रारंभ हो पाई। मंगलवार को कलेक्टर रामावतार मीणा ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर मौसमी बीमारियों पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए। अस्पताल में डायरिया और उल्टी दस्त के मामलों भी ज्यादा आ रहे है। बीडीके की ओपीडी के साथ आईपीडी भी बढ़ गई है।
समीक्षा बैठक में मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए कलेक्टर ने दिए निर्देश :
मौसमी बीमारियों को लेकर कलेक्टर ने समीक्षा बैठक में मौसमी बीमारियों, मलेरिया एवं डेंगू की समीक्षा कर डेंगू पर प्रभावी अंकुश लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर रामावतार मीणा ने फोगिंग करने, जलभराव क्षेत्र में दवा छिडकाव के निर्देश दिये। बैठक में एडीएम अजय आर्य, जिला परिषद सीईओ कैलाशचंद्र भी मौजूद रहे।
झुंझुनूं. अग्रसेन सर्किल के पास कचरे से अटा नाला।
हर दिन 40 मरीजों को करना पड़ रहा है एडमिट, संक्रमण का 7 दिन तक असर
बीडीके अस्पताल में आने वाले मरीज वायरल से पीड़ित है। इनमें से 40 मरीजों को एडमिट करना पड़ रहा है। स्थिति की गंभीरता के बाद भी चिकित्सा विभाग दूसरे विभागों पर जिम्मेदार पूरी नहीं करने की सफाई दे रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो इस समय मौसमी वायरल के संक्रमण का प्रभाव बढ़ने से बुखार, शरीर में दर्द और घुटनों में दर्द, प्लेटलेट्स गिरने की परेशानी ज्यादा हो रही है। डेंगू को लेकर जांच में हर 10 मरीजों में से एक में डेंगू की पुष्टि हो रही है। वायरल संक्रमण का असर 7 दिन तक बने रहने से मरीजों की संख्या काफी हो चुकी है। वायरल में उल्टी दस्त, खांसी-जुकाम, बुखार के लक्षण दिख दे रहे है।
टीम क्रॉस जांच करने पहुंची तो नालियां चोक मिलीं
चिकित्सा विभाग की टीम ने नयाबास व अग्रसेन सर्किल क्षेत्र में एंटीलार्वा गतिविधियों की जांच की। वार्ड 54 के नयाबास व अग्रसेन सर्किल क्षेत्र हाई रिक्स एरिया होने पर टीम को कई जगह नालियां चोक मिली। जिसके नगर परिषद को जानकारी देकर एमएलओ डलवाया गया। टीम डीपीओ सियाराम पूनिया, डॉ. कुलदीप फौजदार व भागीरथ चौधरी शामिल थे।