महिलाएं मुसीबत में फंसें तो करें संपर्क:महिला अधिकारिता विभाग सहायक निदेशक बोले- डायल करें 1090 या 112
महिलाएं मुसीबत में फंसें तो करें संपर्क:महिला अधिकारिता विभाग सहायक निदेशक बोले- डायल करें 1090 या 112

झुंझुनूं : महिला अधिकारिता विभाग सहायक निदेशक संजय महला ने रविवार को झुंझुनूं में कहा कि महिलाएं मुसीबत में हेल्प लाइन नंबरों का इस्तेमाल करें। उन्होंने वन स्टॉप सखी सेंटर पर भी शिकायत करने की बात कही।
महला ने कहा- महिलाओं को कोई परेशान कर रहा है या उनको खतरे या डर की आशंका है तो घबराएं नहीं। सरकारी ऐप, हेल्पलाइन व टोल फ्री नबरों की सहायता से वे संकट को टाल सकती हैं। दरिंदों को सलाखों के पीछे भिजवा सकती हैं।
1090, 112 सहित अनेक हेल्पलाइन नंबर व ऐप हैं, जिनकी सहायता से महिलाओं, युवतियों , बालिकाओं को तुरंत सहायता मिलती है। हालांकि, अनेक महिलाओं व युवतियों को इनकी जानकारी नहीं होने से वे इनका उपयोग नहीं कर पा रही हैं।
24 घंटे कार्यरत रहता है वन स्टॉप सखी सेंटर
महिला अधिकारिता विभाग सहायक निदेशक संजय महला ने बताया- झुंझुनूं जिला मुख्यालय में BDK अस्पताल में चौबीस घंटे वन स्टॉप सखी सेंटर कार्यरत है। यहां पीड़ित महिलाएं अपनी शिकायत बता सकती हैं। यहां उनको परामर्श, विधिक सहायता, पुलिस सहायता, चिकित्सा, आश्रय आदि की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। खास बात यह है कि इस सेंटर पर अधिकांश स्टाफ महिलाओं का ही है।
महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090
यह टोल-फ्री नंबर है। सप्ताह के सातों दिन, चौबीसों घंटे काम यूज करता है। इस नंबर पर महिलाएं, युवतियां और छात्राएं, जिनका किसी तरह का शारीरिक या मानसिक शोषण हुआ है, कानूनी, सामाजिक, और नैतिक मदद पा सकती हैं।
1090 पर महिलाएं व युवतियां अनचाहे और अश्लील फोन कॉल्स, सिनेमाघरों में अशिष्ट व्यवहार, स्कूल-कॉलेज, महिला छात्रावास, कार्यस्थल, बस स्टैंड, सार्वजनिक स्थल आदि जगहों पर की जाने वाली छेड़छाड़ शारीरिक या मानसिक यातना की शिकायत कर सकती हैं।
1090 पर शिकायत करने के बाद, पुलिस संकटग्रस्त क्षेत्र से बाहर निकालने और सुरक्षित घर पहुंचाने में मदद करती है। इस नंबर पर शिकायत करने से पुलिस की सहायता भी जल्दी मिलती है। पुलिस के पास लोकेशन भी पहुंच जाती है।