झुंझुनूं : कृमि के कारण बच्चों को होने वाली बीमारियों जैसे खुन की कमी, कमजोरी को दूर करने के लिए 10 अगस्त को कृमि नाशक दिवस मनाया जायेगा। इसके लिए गुरुवार को सीएमएचओ सभागार में बीसीएमओ सहित अन्य अधिकारीयों कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर ओरियंटेशन किया गया। डिप्टी सीएमएचओ डॉ भंवर लाल सर्वा ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए कार्ययोजना समझाई। आरसीएचओ डॉ दयानंद सिंह ने अभियान में आने वाली चुनौतियों व उनसे निपटने के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम का सफ़ल क्रियान्वयन करने को कहा। सीएमएचओ डॉ राजकुमार डांगी ने बताया कि 10 अगस्त को ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस‘ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों, मदरसों ओर कॉलेजों आदि में 1 से 19 साल तक पढने वाले बच्चों को ‘एल्बेंडाजॉल‘ की गोली दी जाएगी। डॉ डांगी ने बताया कि बच्चों में पेट के कीड़ों से कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं, जिससे बच्चे शारीरिक रूप से खासे प्रभावित होते हैं, वहीं मानसिक रूप से भी पीड़ित हो जाते हैं। बच्चों में कृमि संक्रमण से उनमें खून की कमी, भूख नही लगना, बेचैनी, पेट में दर्द, उल्टी व दस्त और मल में खून आना जैसी अनेक समस्याएं पैदा हो जाती हैं। 10 अगस्त को दवा से वंचित बच्चों को 17 अगस्त को मॉपअप दिवस पर यह दवा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि चिकित्सा विभाग के साथ-साथ इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के नेतृत्व में शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग का भी सहयोग रहेगा।