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NEET में डमी कैंडिडेट बना जोधपुर एम्स का स्टूडेंट:यूपी के डॉक्टर के बेटे की जगह बिहार एग्जाम देने गया था; स्कूल ने माफीनामा लेकर छोड़ा


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NEET में डमी कैंडिडेट बना जोधपुर एम्स का स्टूडेंट:यूपी के डॉक्टर के बेटे की जगह बिहार एग्जाम देने गया था; स्कूल ने माफीनामा लेकर छोड़ा

NEET में डमी कैंडिडेट बना जोधपुर एम्स का स्टूडेंट:यूपी के डॉक्टर के बेटे की जगह बिहार एग्जाम देने गया था; स्कूल ने माफीनामा लेकर छोड़ा

जोधपुर : नीट में फर्जी कैंडिडेट बनकर एग्जाम सेंटर पर पहुंचने वाले जोधपुर एम्स के MBBS स्टूडेंट हुक्माराम गोदारा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। वह प्रयागराज (UP) के एक मशहूर डॉक्टर राजेश प्रसाद (RP) पांडे के बेटे राज पांडे की जगह बिहार के सेंटर पर एग्जाम देने बैठा था। इसके लिए उसे 4 लाख रुपए मिलने थे। सेंटर पर बायोमेट्रिक जांच के दौरान पकड़ा गया था।

इसके बाद मुजफ्फरपुर (बिहार) के मालीघाट स्थित डीएवी स्कूल के NEET सेंटर पर मौजूद कर्मचारियों ने उससे माफीनामा लिखवाया और जाने दिया। इसे लेकर स्कूल भी संदेह के घेरे में है।

एग्जाम सेंटर ने हुक्माराम को जाने दिया
हमारे मीडिया कर्मी के पास हुक्माराम के माफीनामे की कॉपी है। इसमें उसने खुद को पटना निवासी राज पांडे नाम के लड़के से कोटा में मिलना बताया है। और लिखा- मैं गरीब परिवार से हूं और इसीलिए मुझे परीक्षा देने को कहा गया। इसके एवज में मुझे 4 लाख रुपए मिलने थे।

राज पांडे के परीक्षा फाॅर्म पर हुक्माराम की फोटो लगाई गई थी। माफीनामे में हुक्माराम ने खुद को एम्स जोधपुर का MBBS स्टूडेंट होना बताया है। हुक्माराम के पकड़ में आने के बाद सेंटर ने उस पर कार्रवाई करने के बजाय सेंटर के बाहर इंतजार करने का कहा था, जहां से वह फरार हो गया।

यह है वह लेटर जिसे हुक्माराम बायोमेट्रिक में पकड़े जाने के बाद लिख कर दिया था। इसके बाद उसे वार्निंग देकर छोड़ दिया गया था।
यह है वह लेटर जिसे हुक्माराम बायोमेट्रिक में पकड़े जाने के बाद लिख कर दिया था। इसके बाद उसे वार्निंग देकर छोड़ दिया गया था।

स्कूल ने कार्रवाई से मना किया था

पुलिस के अनुसार, 5 मई को NEET सेंटर मुजफ्फरपुर के मालीघाट स्थित डीएवी स्कूल पर भी धांधली होने की बात सामने आई। स्कूल प्रशासन ने हुक्माराम पुत्र पेमाराम, निवासी अमर सिंह की ढाणी, भियाड़ थाना, शिव (बाड़मेर) पर कोई कार्रवाई न करते हुए उससे माफीनामा लेकर जाने दिया।

इधर, सूचना के बाद बिहार पुलिस जब सेंटर पर पहुंची तो सेंटर पर पुलिस को लिखित शिकायत नहीं दी गई। स्कूल मैनेजमेंट ने कहा कि वह कोई कार्रवाई नहीं चाहते। अगर यह घटना सामने आई तो उनकी स्कूल की साख गिरेगी। प्रशासन ने पुलिस से कहा कि उन्होंने लड़के (हुक्माराम) को भी छोड़ दिया है।

इसके बाद मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाने के SHO राम कृष्ण परमहंस कुमार के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई थी। इसमें राज पांडे और एम्स जोधपुर के थर्ड ईयर के स्टूडेंट हुक्माराम को आरोपी बनाया गया था। मामले पर मुजफ्फरपुर सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने कहा- सेंटर को संदेह के दायरे में रखा गया है। स्कूल की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

पुलिस की टीमें जयपुर और जोधपुर एम्स से फर्जी कैंडिडेट की डिटेल खंगाल रहीं हैं। ~~अवधेश दीक्षित सिटी SP मुजफ्फरपुर

प्रयागराज में पुलिस की छापेमारी
पूरे मामले को लेकर हमारे मीडिया कर्मी ने मिठनपुरा थाने के दरोगा राम कृष्ण परमहंस कुमार से बात की। उन्होंने बताया- पेपर सॉल्व करने आए हुक्माराम और रियल कैंडिडेट राज पांडे के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। राज पांडे 72, मुक्ता विहार, नैनी, प्रयागराज (UP) का रहने वाला है।

प्रयागराज (यूपी) में डॉ. राजेश प्रसाद (RP) पांडे का हॉस्पिटल। आरोप है कि RP पांडे के बेटे की जगह बाड़मेर (शिव) के रहने वाले हुक्माराम ने NEET की परीक्षा दी थी।
प्रयागराज (यूपी) में डॉ. राजेश प्रसाद (RP) पांडे का हॉस्पिटल। आरोप है कि RP पांडे के बेटे की जगह बाड़मेर (शिव) के रहने वाले हुक्माराम ने NEET की परीक्षा दी थी।

बिहारी पुलिस की टीम जयपुर भी भेजी गई
हुक्माराम ने राज पांडे को पटना निवासी बताया है, जबकि अब तक की जांच में सामने आया है कि वह प्रयागराज (यूपी) के डॉ. RP पांडे का बेटा है। RP पांडे का प्रयागराज में एक हॉस्पिटल भी है। जांच में जब पुलिस ने पांडे के हॉस्पिटल पर दबिश दी तो पिता-पुत्र वहां नहीं मिले। इस मामले को लेकर दो अलग-अलग स्पेशल टीम प्रयागराज और जयपुर भेजी हुई है। स्पेशल पुलिस टीम के वापस आने पर ही ज्यादा जानकारी दी जा सकेगी।

एग्जाम सेंटर पर दिए माफीनामे में हुक्माराम ने जो मोबाइल नंबर दिए हैं। उन नंबर के वॉट्सऐप पर यह DP लगी है। पुलिस ने इसके हुक्माराम होने की पुष्टि की है।
एग्जाम सेंटर पर दिए माफीनामे में हुक्माराम ने जो मोबाइल नंबर दिए हैं। उन नंबर के वॉट्सऐप पर यह DP लगी है। पुलिस ने इसके हुक्माराम होने की पुष्टि की है।

2 मई से हुक्माराम भी फरार
नीट मामले में कार्रवाई कर रही मुजफ्फरपुर पुलिस की स्पेशल पुलिस टीम को कार्रवाई के दौरान जोधपुर एम्स प्रबंधन की ओर से बताया गया कि 2 मई के बाद से ही उनका स्टूडेंट हुक्माराम भी गायब है। वह एम्स में आयोजित परीक्षा में भी शामिल नहीं हुआ है। पुलिस के अनुसार, मुजफ्फरपुर पुलिस ने हुक्माराम के घर बाड़मेर में जब पता किया तो वो वहां भी नहीं मिला। हुक्माराम के परिजनों के अनुसार, 3 मई के बाद से घर वालों को भी उसका कोई अता-पता नहीं है। अब जोधपुर एम्स प्रबंधन को हुक्माराम के संबंध में कोई भी जानकारी मिलने पर मुजफ्फरपुर पुलिस को देने को कहा गया है।

अपने माफीनामे में हुक्माराम ने खुद को जोधपुर एम्स से MBBS थर्ड ईयर का स्टूडेंट बताया है।
अपने माफीनामे में हुक्माराम ने खुद को जोधपुर एम्स से MBBS थर्ड ईयर का स्टूडेंट बताया है।

परिवार सहित फरार है डॉक्टर
बिहार पुलिस के अनुसार, मुजफ्फरपुर पुलिस की एक दूसरी स्पेशल पुलिस टीम राज पांडे की तलाश में इलाहाबाद में छानबीन की थी। इस दौरान स्पेशल टीम को पता चला कि वह इलाहाबाद के बड़े और फेमस डॉक्टर RP पांडे का बेटा है। नीट में फर्जीवाड़ा के बाद से वह और उसके परिजन अपने घर से फरार हैं।

लग्जरी लाइफ जी रहा था हुक्माराम
NEET एग्जाम में पेपर सॉल्वर गैंग का आरोपी हुक्माराम के पिता पेमाराम गोदारा किसान हैं। हुक्माराम की एक बड़ी और एक छोटी बहन है। पेमाराम गोदारा का हुक्माराम इकलौता बेटा है। उसकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। पढ़ाई में होशियार हुक्माराम जोधपुर एम्स में थर्ड ईयर का स्टूडेंट है। गांव के लोगों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हुक्माराम लग्जरी लाइफ जी रहा है, जबकि उसके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।

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