पत्रकारिता दिवस पर विशेष
पत्रकारिता दिवस पर विशेष

राजेंद्र शर्मा झेरलीवाला पिलानी, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक
झुंझुनूं : एक समय था जब रेडियो व अखबार ही समाचार का माध्यम हुआ करते थे । रात को पौने नौ बजे का इंतजार रहता था । उसके बाद सुबह अखबार चौपालों की शोभा बढ़ाते थे और उन खबरों को लेकर लोगों का विश्वास रहता था कि अखबार में आया है । समय बदला इलैक्ट्रिक मिडिया ने अपने पैर पसारे । इसके साथ ही बहुत ही बेहद चिंताजनक स्थिति हो गई कि मिडिया अपने निर्धारित मापदंडों और आचरण संहिता को भूलकर किसी राजनीतिक दल का अनुयाई या उग्र राष्ट्रवादी संगठनों की तरह व्यवहार करते नजर आ रहे हैं । एंकर चीख कर अपनी परम निष्ठा प्रकट करते नजर आते हैं । एंकरों के अलावा किसी को बोलने की इजाजत नहीं होती है । खुद के शब्द डिबेट में आने वाले महानुभाव के मुंह में डालने की कुचेष्टा करते हैं । पहले खबर की विश्वसनीयता को परख कर मुख्य संपादक खबर की जांच पड़ताल करने व तथ्यों को परख कर ही प्रकाशित करता था । लेकिन निजी चैनलों की बाढ ने पत्रकारिता का स्तर गिरा दिया है । जिसका नमूना एक चैनल सबसे पहले सबसे तेज कहने वाले ने 2000 रूपये के नोट में नैनो चीप का दावा किया था जिससे काले धन की सूचना मिलने में कारगर थी नैनो चीप । अब तो ऐसी खबरें चलती है जिनसे वैमनस्य व उन्माद फैले । इस परिस्थिति का जिम्मेदार कौन है ? क्या इसके पीछे बड़े बड़े मिडिया हाउस का निजी स्वार्थ है या फिर कोई और कारण है ? इसमें कोई शक नहीं कि सबसे बड़ा राष्ट्रभक्त दिखाने की कोशिश ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है । इलैक्ट्रिक मिडिया सता का भौपू बनकर रह गया है । मिडिया जब सता का भौपू बन जाता है तो वह अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति के साथ ही सता में भागीदारी के लिए तमाम अलोकतांत्रिक हथकंडे अपनाता है ।
टीवी चैनलों व यूट्यूब चैनलों की यह होड़ हमारे लोकतंत्र के लिए ख़तरनाक स्थिति है । पत्रकारिता हमारे लोकतंत्र का स्तम्भ माना गया है । पत्रकारिता सरकार व जनता के बीच में सेतु का काम करता है । सरकार की कमियों को उजागर कर उसकी आंखें खोलने का काम पत्रकारिता करती है । आमजन के ज्वलंत मुद्दे उठाकर सरकार को आगाह करना व सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनता को अवगत करवाना पत्रकारिता का मूल उद्देश्य होना चाहिए । पत्रकारिता दिवस पर कलमकारों का आह्वान है कि पत्रकारिता के उच्च मूल्यों को स्थापित करने कि दिशा में इच्छा शक्ति के साथ प्रयास करने की आवश्यकता है जिससे लोगों के मन में पत्रकारिता के प्रति विश्वास कायम हो । सभी कलमकारों को पत्रकारिता दिवस की मंगलकामनाएं ।