पानी की डिग्गी में डूबने से छात्र की मौत:दोस्तों के साथ नहाने के लिए उतरा था पानी में, दीवार तोड़कर बाहर निकाला शव
पानी की डिग्गी में डूबने से छात्र की मौत:दोस्तों के साथ नहाने के लिए उतरा था पानी में, दीवार तोड़कर बाहर निकाला शव

झुंझुनूं : दोस्तों के साथ नहाने के लिए पानी की डिग्गी में उतरे छात्र की डूबने से मौत हो गई। ये सभी लोग एक आश्रम में दर्शन कर वापस घर लौट रहे थे, इसी दौरान रास्ते में पड़ने वाली डिग्गी में नहाने का प्लान बना। हादसा झुंझुनूं के पिलानी के झरेली गांव की मीणों की जोहड़ी में सुबह 10 बजे हुआ हुआ।
पिलानी थानाधिकारी नारायण सिंह कविया ने बताया-पिलानी के बिरला हाई स्कूल के कक्षा 11वीं में पढ़ने वाले 5 दोस्त दीपेश, मुकुल, सोमिल, प्रिंस और वेदिक झेरली आश्रम गए थे। जहां से वापस लौटते वक्त मीणों की जोहड़ी में खेत पर बनी पानी की डिग्गी को देख कर सभी वहीं रुक गए और नहाने का प्लान बना लिया। वहां मौजूद एक बुजुर्ग ने उन सभी को डिग्गी में उतरने के लिए मना भी किया था। लेकिन बच्चों ने कहा कि उनको तैरना आता है। इसके बाद दीपेश कपड़े उतार कर नहाने के लिए डिग्गी में उतर गया। पानी ज्यादा होने की वजह से वह डूबने लगा, उसको बचाने के लिए दो दोस्त भी डिग्गी में उतरे लेकिन वो ज्यादा अंदर तक नहीं गए। बच्चों की चीख-पुकार सुन कर आज-पास के खेतों से दौड़ कर लोग वहां पहुंचे।

आसपास के लोगों ने खेत के मालिक कैलाश भटैया को घटना की सूचना दी, जिस पर वो अपने खेत में पहुंचे। कैलाश ने ही फिर पुलिस को भी घटना की जानकारी दी। सूचना पर थानाधिकारी नारायण सिंह कविया मौके पर पहुंचे। डिग्गी की एक साइड की मिट्टी से बनी दीवार तोड़कर पानी निकाला औरया और फिर रस्सियों के सहारे ग्रामीण पानी में उतरे और दीपेश को सुबह 11 बजे के करीब बाहर निकाला। छात्र को फौरन बिरला सार्वजनिक अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उससे पहले ही उसकी मौत हो गई थी।
खेत के मालिक कैलाश भटैया ने बताया कि सिंचाई के लिए खेत में पानी की जरूरत को देखते हुए डिग्गी बनवाई थी। डिग्गी की चौड़ाई 30 फीट और लंबाई 80 फीट है। डिग्गी 17-18 फीट गहरी है। ऑफ सीजन होने की वजह से डिग्गी पानी से भरी हुई थी। खेत में अभी फसल नहीं है, इसलिए वहां कोई मौजूद भी नहीं था। बच्चों को देख कर वहां से गुजर रहे किसी बुजुर्ग ने जरूर उनको रोकने की कोशिश की थी, लेकिन बच्चे माने नहीं और इसके बाद यह हादसा हो गया
दीपेश के पिता देवेंद्र यादव अपनी बेटी को एग्जाम के लिए जयपुर लेकर गए हुए हैं। उनके आने के बाद मामला दर्ज कर पॉस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। पांचों दोस्त अपने परिवार के साथ पिलानी में अलग-अलग जगह रहते है। दीपेश अपने परिवार के साथ पिलानी में पंचवटी के सामने स्थित कॉलोनी में किराए के घर में रहता था। दीपेश के पिता आर्मी में है और वे मूल रूप से अलवर निवासी हैं।