आईएएस बनकर पहुंचा गांव, ग्रामीणों ने निकाला जुलूस:सीकर के बिरजू गोपाल की यूपीएससी में 187वीं रैंक, बोला- परिवार से बड़ा कोई मोटीवेटर नहीं
आईएएस बनकर पहुंचा गांव, ग्रामीणों ने निकाला जुलूस:सीकर के बिरजू गोपाल की यूपीएससी में 187वीं रैंक, बोला- परिवार से बड़ा कोई मोटीवेटर नहीं

सीकर : सीकर जिले के गांव सौंथलिया के रहने वाले चौधरी बिरजू गोपाल आईएएस बनने बाद पहली बार अपने गांव पहुंचे। गांव आने पर बावड़ी सरपंच प्रतिनिधि कैलाश बाजिया सहित अनेक ग्रामीणों ने बिरजू गोपाल का भव्य स्वागत किया। ग्रामीणों ने गांव में मिठाई बांटी और डीजे लगा कर विजयी जुलूस निकाला।
बिरजू गोपाल ने कहा की जब लंबा सफर चलते हैं तो हमें जीवन में कई किठनाइयां आती हैं। उससे आदमी निराश हो जाता है। लेकिन जीवन में ऐसे व्यक्ति होने चाहिए जो आपको फिर से पढ़ने के लिए मोटिवेट करें। हमारे समाज एवं परिवार में ऐसे लोग होते हैं जो हमें मोटिवेट करते हैं जैसे मेरे बड़े भाई, पिताजी ने मुझे मोटिवेट किया। जीवन में पढ़ाई एक पार्ट है और दूसरा पार्ट है कि हमें कोई मोटिवेट करने वाला होना चाहिए।
बिरजू गोपाल ने कहा कि मैं मेरी सफलता का श्रेय निश्चित रूप से समाज, परिवार, मेरे दोस्तों व माता-पिता को देना चाहता हूं। सरपंच प्रतिनिधि कैलाश बाजिया ने कहा कि हमारी ग्राम पंचायत के लिए बड़ी खुशी का माहौल है, क्योंकि हमारे गांव के लाडले ने आईएएस बन कर गांव समाज एवं अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। ये हमारी ग्राम पंचायत में दूसरी बार आईएएस बनने का तोहफा हमें बिरजू ने दिया है।
गौरतलब है की बिरजू गोपाल का खुद की मेहनत के दम पर यूपीएससी एग्जाम में चयन हुआ है। सौंथलिया (बावड़ी) के चौधरी बिरजू गोपाल ने यूपीएससी में ऑल इंडिया 187 वीं रैंक हासिल की है। उन्हें दूसरे प्रयास में यह सफलता मिली है। बिरजू ने 2021 में एसएससी सीजीएल में ऑल इंडिया 25 वीं रैंक हासिल की जोधपुर में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में इंस्पेक्टर बने। 2022 में यूपीएससी की परीक्षा दी लेकिन इंटरव्यू तक नहीं पहुंचे। इस बार एग्जाम में 187 वीं रैंक हासिल की। बिरजू के पिता गोपाल चौधरी किसान और माता चंदा देवी गृहणी हैं।