हिस्ट्रीशीटर ने गोली मारकर किया सुसाइड:विभिन्न थानों में 17 मामले थे दर्ज, दोस्त के साथ सात साल से चूरू में रहता था
हिस्ट्रीशीटर ने गोली मारकर किया सुसाइड:विभिन्न थानों में 17 मामले थे दर्ज, दोस्त के साथ सात साल से चूरू में रहता था

चूरू : शहर के नया बस स्टैंड के पास बुधवार को हिस्ट्रीशीटर ने कनपटी पर गोली मारकर सुसाइड कर लिया। वह चूरू कोतवाली थाने का हिस्ट्रीशीटर था और उसके खिलाफ विभिन्न थानों में करीब 17 मामले दर्ज थे। वह हरियाणा के चरखी दादरी का रहने वाला था, लेकिन पिछले 6-7 साल से एक दोस्त के साथ चूरू में ही रहता था।
घटना की सूचना मिलने पर डीएसपी सुनील झाझड़िया और कोतवाली सीआई मुकुट बिहारी मौके पर पहुंचे। एफएसएल टीम को बुलाकर पुलिस ने साक्ष्य जुटाए। घटना की सूचना के बाद घटना स्थल पर लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस ने शव को डीबी अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। जहां गुरुवार सुबह परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि खींवसिंह ने रिपोर्ट दी उसके बेटे जीतू उर्फ जितेन्द्र के साथ उसका दोस्त संदीप कायदान घर के ऊपर वाले कमरे में रहता था। संदीप करीब पांच-छह साल से जीतू के साथ ही रहता था। जीतू कुछ दिनों से जयपुर गया हुआ था। मेरी तबीयत खराब होने के कारण कमरे में सो रहा था। मेरा कमरा घर के ग्राउंड फ्लोर पर था। गुरुवार शाम करीब सवा चार बजे संदीप को चाय देने उसके कमरे में गया था। जहां देखा तो संदीप ने पिस्तौल से खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि पुलिस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है। एफएसएल टीम ने मौके से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाये है।
हरियाणा का रहने वाला था संदीप
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि संदीप कायदान दागडोली चरखी दादरी हरियाणा का रहने वाला था। उसके पिता सुंदरसिंह चूरू रोडवेज में ड्राइवर थे। जो रिटायर्ड हो चुके हैं। तीन भाई बहनों में संदीप दो नंबर पर था। इसकी बड़ी बहन आरजेएस है। वहीं, छोटा भाई विदेश रहता था। करीब छह-सात साल से वह चूरू ही रहता था। बीए तक पढ़ा संदीप पढ़ाई में होशियार था। मगर दोस्ती के चक्कर में वह अपराध की दुनिया में आ गया।
कोतवाली थाने का है हिस्ट्रीशीटर
डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि संदीप कोतवाली थाने का हिस्ट्रीशीटर था। उसके खिलाफ 17 मामले दर्ज थे। जिनमें चार मामले हत्या के प्रयास के हैं। दो मामले लूट के हैं। एक मामला जेल में बदमाशी और मारपीट करने का है। चार मामले आर्म्स एक्ट के दर्ज हैं। वर्ष 2010 में इसके खिलाफ पहला मामला दर्ज हुआ था। वहीं, वर्ष 2022 में अंतिम मामला दर्ज किया गया था। असलम नारू फायरिंग मामले में इसका नाम आया था। जिसके बाद यह काफी खुलकर सामने आ गया था। वर्ष 2014-15 में इसके खिलाफ हिस्ट्रीशीट खुल गई थी। जिस देसी पिस्टल से सुसाइड की है। वह भी अवैध बताई जा रही है। कोतवाली पुलिस ने अवैध पिस्टल को जब्त कर लिया है।
सुसाइड करने का कारण पता नहीं चला
संदीप हंसमुख रहने वाला युवक था। इस तरह अचानक सुसाइड करने से हर कोई आश्चर्य में है। वहीं, पुलिस भी इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है। संदीप के परिजनों के आने के बाद ही उसके शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। पुलिस सुसाइड करने के कारण का पता कर रही है। डीएसपी सुनील झाझड़िया ने बताया कि रिपोर्ट के अनुसार संदीप बेड पर मृत हालत में पड़ा था। उसके एक हाथ में पिस्टल थी, जो कारतूस से लोडेड थी।