जयपुर एयरपोर्ट पर पकड़ा गया विदेशियों से ठगी का मास्टरमाइंड:फर्जी कॉल सेंटर चलाता था, अच्छी अंग्रेजी बोलने वाले युवक-युवतियों को काम पर रखता था
जयपुर एयरपोर्ट पर पकड़ा गया विदेशियों से ठगी का मास्टरमाइंड:फर्जी कॉल सेंटर चलाता था, अच्छी अंग्रेजी बोलने वाले युवक-युवतियों को काम पर रखता था

जयपुर : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने सोमवार सुबह करीब 8 बजे जयपुर एयरपोर्ट से विदेश भाग रहे एक शातिर ठग रफीक खान को गिरफ्तार किया है। जो कॉल सेंटर चलाकर विदेशों में ठगी करता था। सोमवार सुबह जयपुर से शारजाह (यूएई) निकलने का प्रयास कर रहा था, लेकिन ईडी की टीम ने उसे जयपुर एयरपोर्ट पर पकड़ लिया। पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अब आरोपी को ईडी कोर्ट में पेश कर रिमांड ली जाएगी।
जानकारी के अनुसार करीब एक माह पहले विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के बाद ईडी ने राजस्थान में अलग-अलग जगहों से ऑपरेट हो रहे कॉल सेंटर के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। इन सेंटर पर विदेशी लोगों के साथ ठगी की शिकायत दर्ज की गई थी। इसके बाद ईडी ने राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में पुलिस की मदद से रेड की थी।
इस दौरान पुलिस ने कई लोगों को फर्जी कॉल सेंटर चलाने के मामले में गिरफ्तार किया था। जयपुर में श्याम नगर, सोडाला और मुहाना में ये फर्जी कॉल सेंटर चल रहे थे। इन कॉल सेंटर को संचालित करने वाले मुख्य आरोपी रफीक खान की पुलिस को काफी समय से तलाश थी। साथ ही ईडी के भी रडार पर था।
ईडी को सोमवार सुबह जानकारी मिली की आरोपी रफीक खान अपना व्यापार समेट कर विदेश भागने की तैयारी कर रहा है। इस पर आज सुबह से ईडी की टीम एयरपोर्ट पर तैनात थी। आरोपी करीब 7.45 पर एयरपोर्ट पर पहुंचा। इसे ईडी ने कस्टम अधिकारियों की मौजूदगी में पकड़ लिया। उसे ईडी के ऑफिस में लेकर आए। जहां उसके गिरफ्तार किया गया।

विदेश में बैठे लोगों को देते थे झांसा करते थे ठगी
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार ये लोग कॉल सेंटर खोल कर उसमें अच्छी अंग्रेजी बोलने वाले युवक और युवतियों को भर्ती करते थे। उनसे विदेश में फोन कॉल करवाते और अपना कम ब्याज का प्लान उन लोगों को बताया करते थे। जो लोग इन के झांसे में फंसते। उनसे लोन पास करने के बदले अच्छी रकम ठग लिया करते थे। ये लोग देश के बाहर कई विदेशी लोगों के साथ यह ठगी कर चुके हैं। ठगी की एफआईआर नहीं होने पर इन का खेल चलता रहता।
देश में नहीं होती एफआईआर
दरअसल, विदेश मंत्रालय ने पुलिस, ईडी और इंटेलिजेंस को यह जानकारी साझा की थी। इस पर लगभग सभी टीमें इन कॉल सेंटरों तक पहुंची। इनके खिलाफ अलगःअलग कार्रवाई की गई। रफीक खान ने पुलिस से बचने के लिए लोकल युवती और युवकों को इस कॉल सेंटर में नौकरी पर लगा रखा था।. जिनका काम केवल विदेशियों को कम ब्याज पर पैसा लेने के लिए तैयार करना था। जैसे ही विदेशी तैयार होता कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग उनके ऊपर बैठे लोगो को जानकारी देते। इसके बाद ये लोग उनसे ठगी किया करते थे।