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बिट्स पिलानी कैंपस में पीएचडी स्टूडेंट सुसाइड मामला:हॉस्टल के कमरे में चुन्नी से लगाया फंदा, अगले दिन एग्जाम था


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बिट्स पिलानी कैंपस में पीएचडी स्टूडेंट सुसाइड मामला:हॉस्टल के कमरे में चुन्नी से लगाया फंदा, अगले दिन एग्जाम था

बिट्स पिलानी कैंपस में पीएचडी स्टूडेंट सुसाइड मामला:हॉस्टल के कमरे में चुन्नी से लगाया फंदा, अगले दिन एग्जाम था

पिलानी : बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (BITS) पिलानी की छात्रा द्वारा बिट्स कैम्पस में सुसाइड मामले में कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। पीएचडी सेकंड ईयर की स्टूडेंट ने शुक्रवार को हॉस्टल में दुपट्टे से फंदा लगा कर सुसाइड कर लिया था। दीक्षा रोहिला (25) पुत्री सत्यनारायण रोहिला सेक्टर 10, जींद (हरियाणा) की रहने वाली थी। बिट्स प्रशासन और छात्रा के परिवार ने घटना के बारे में कुछ भी बताने से फिलहाल इनकार कर दिया है।

पिलानी थानाधिकारी नारायण सिंह ने बताया कि छात्रा दीक्षा रोहिला के शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर शुक्रवार देर शाम परिजनों को सौंप दिया गया है। छात्रा की मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है, मामला दर्ज कर लिया गया है, जांच की जा रही है। परिजनों के बयान भी अभी दर्ज नहीं हुए हैं।

शुक्रवार देर शाम को शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया।
शुक्रवार देर शाम को शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया।

शुक्रवार सुबह को था एग्जाम

जानकारी के अनुसार दीक्षा गुरुवार को करीब साढे नौ बजे होस्टल में कमरा बंद करके सो गई थी। शुक्रवार को सुबह बिट्स में ही दीक्षा का एक एग्जाम भी था, लेकिन वह एग्जाम देने नहीं पहुंची। सुबह से ही जब कमरे में जब कोई हलचल नजर नहीं आई तब अनहोनी के अंदेशे पर हॉस्टल सुपरिटेंडेंट ने स्टाफ को कमरे में देखने के लिए भेजा। कमरे के रोशनदान से जब स्टाफ ने झांक कर देखा, तो छात्रा पंखे से लटकी हुई थी। हॉस्टल वार्डन ने घटना के बारे में बिट्स हायर अथॉरिटी को जानकारी दी, जिसके बाद अपराह्न 3 बजे पुलिस को घटना की सूचना दी गई। बाद में पुलिस और बिट्स प्रशासन की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा खोला गया। पुलिस ने शव को बिरला सार्वजनिक अस्पताल की मॉर्च्युरी में भिजवाया गया था।

दीक्षा के पिता का पहले निधन हो चुका है। परिवार में मां और एक भाई है।
दीक्षा के पिता का पहले निधन हो चुका है। परिवार में मां और एक भाई है।

पिता का पहले हो चुका है निधन
कैंपस के बुद्ध भवन हॉस्टल में छात्रा ने आत्महत्या से पहले एक कागज पर परिवार के लिए 2 लाइन का संदेश छोड़ा था, जिसे उसका सुसाइड नोट माना जा रहा है। छात्रा के पिता का पहले ही निधन हो चुका है सम्भवत: इसीलिए उसने परिवार के लिए छोड़े अपने आखिरी संदेश में छोटे भाई को हिदायत देते हुए लिखा कि भैया, मम्मी का ध्यान रखना। इसके अलावा उसने यह भी लिखा कि मेरी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। हालांकि दीक्षा की आत्महत्या की वास्तविक वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।

दीक्षा रोहिला बिट्स के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट से ऑर्गेनिक सिंथेसिस विषय पर पीएचडी कर रही थी और सेकंड ईयर की छात्रा थी।
दीक्षा रोहिला बिट्स के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट से ऑर्गेनिक सिंथेसिस विषय पर पीएचडी कर रही थी और सेकंड ईयर की छात्रा थी।

निर्माण के कारण बुद्ध भवन शिफ्ट किया था
दरअसल, बिट्स कैम्पस में छात्राओं को गीता भवन व मीरा भवन छात्रावास में रखा जाता है। फिलहाल इन दोनों ही हॉस्टल्स में निर्माण कार्य चल रहे हैं, लिहाजा छात्राओं को बुद्ध भवन छात्रावास में शिफ्ट किया गया है। बुद्ध भवन का रूम नं 3167 दीक्षा को दिया गया था। वर्तमान में बिट्स में अध्ययनरत लगभग 300 छात्राएं बुद्ध भवन में ही रह रही हैं। आत्महत्या करने वाली दीक्षा रोहिला बिट्स के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट से ऑर्गेनिक सिंथेसिस विषय पर पीएचडी कर रही थी और सेकंड ईयर की छात्रा थी।

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