20 दिन में 59 लाख जब्त:पुलिस की अब ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पर भी रखेगी नजर

झुंझुनूं : विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही पुलिस व अन्य एजेंसियां ने नगदी पर शिकंजा कस रखा हो, लेकिन डिजिटल ट्रांजैक्शन चुनौती बन रहा है। डिजिटल पेमेंट ऐप से मतदाताओं व अन्य लोगों तक पैसा पहुंचाया जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि पुलिस व अन्य एजेंसी ऑनलाइन पेमेंट पर नजर बनाई हुई है। लेकिन, इस बार बड़ी चुनौती मोबाइल नंबर से संचालित पेमेंट एप बन रहे हैं। ऐसे ऐप हर वोटर या परिवार के सदस्य के मोबाइल में एक्टिव हैं।
झुंझुनूं जिले की बात करें तो पिछले 20 दिन में 59 लाख 81 हजार से ज्यादा की नकदी और 1 करोड़ से अधिक के अन्य आइटम जब्त किए जा चुके हैं। लेकिन, ऑनलाइन पेमेंट पर अब तक कार्रवाई एक भी कार्रवाई नहीं हुई है।
बैंकर्स को निर्देश दिए है, बडे़ ट्रांजैक्शन पर नजर है
जिला निर्वाचन अधिकारी बचनेश अग्रवाल ने बताया कि बड़े डिजिटल ट्रांजैक्शन पर नजर रखने के लिए सभी बैंक अधिकारियों को निर्देश दे रखे हैं, जो बड़े ट्रांजैक्शन पर नजर रख रहे हैं और उसकी रिपोर्ट निर्वाचन विभाग को देते हैं। यूपीआई और ऐप से अचानक होने वाले ट्रांजैक्शन की भी जांच करवा रहे हैं, जिससे चुनाव प्रभावित करने वाले डिजिटल ट्रांजैक्शन पर कार्रवाई की जा सकेगी।
खर्च की अधिकतम सीमा 40 लाख
चुनाव आयोग ने इस बार प्रत्याशी के लिए चुनावी खर्च की अधिकतम सीमा 40 लाख रुपए तय कर रखी है। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी को चुनावी खर्च का पूरा ब्योरा जिला स्तर पर गठित लेखा प्रकोष्ठ की कमेटी को देना होगा। दूसरी तरफ किसी भी यूपीआई आधारित पेमेंट ऐप से रोजाना पचास हजार रुपए का ट्रांजैक्शन हो सकता है। इससे बड़े ट्रांजैक्शन पर पेन कार्ड की जानकारी देना जरूरी है।