व्यापारी के घर हुई डेढ़ करोड़ की चोरी का खुलासा:खरीदार सहित 5 आरोपी गिरफ्तार, बाबा के जातरू बनकर करते रैकी, लोकेशन ट्रेस से बचने घर पर रखते थे मोबाइल
व्यापारी के घर हुई डेढ़ करोड़ की चोरी का खुलासा:खरीदार सहित 5 आरोपी गिरफ्तार, बाबा के जातरू बनकर करते रैकी, लोकेशन ट्रेस से बचने घर पर रखते थे मोबाइल

जोधपुर : पुलिस कमिश्नरेट की प्रताप नगर थाना पुलिस ने पॉश कॉलोनी में नकबजनी की बड़ी वारदात करने के मामले का खुलासा करते हुए चार आरोपियों और खरीदार को गिरफ्तार किया है। गैंग के आरोपी रामदेवरा मेले की आड़ में जातरू बनकर सुने मकानों की रैकी करते थे। इसके बाद मौका पाकर मकान में चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।
आरोपी इतने शातिर थे की वारदात करने के बाद बाइक पर ही कपड़े बदल लेते थे जिससे कि कोई उन्हें पहचान नहीं सके। इतना ही नहीं चोरी की वारदात करने जाते तो उसे कुछ दिनों पूर्व अपने फोन भी परिवार वालों को देकर जाते जिससे की लोकेशन ट्रेस नहीं हो।

डीसीपी वेस्ट गौरव यादव ने बताया 12 सितंबर को प्रार्थी राजेश जांगिड़ ने रिपोर्ट देकर बताया कि सुबह 7 बजे वह अपने घर से बाहर गए थे। दोपहर 2 बजे के करीब वापस लौटे तो मकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोर करीब 1 किलो सोना, 3 किलो चांदी और 2 लाख की नगदी चोरी कर कर ले गए। चोर मकान के बाथरूम के वेंटीलेटर की जाली तोड़कर अंदर घुसे थे।
यादव ने बताया कि मामले को देखते हुए पुलिस की अलग अलग टीमें बनाई गई। इस दौरान 1500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे चैक किए। जिसमें बागरिया गैंग के आरोपियों का नाम सामने आया।

एक माह तक रखी निगरानी
पुलिस ने गैंग के आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार 1 महीने तक संदिग्ध बागरिया गैंग के डेरों पर निगरानी रखी। टीम ने विजयनगर, गुलाबपुरा, ,शाहपुरा, भीलवाड़ा, भिनाय, फुलिया कला, रायला, नीमच, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, उदयपुर में कैंप डालकर पूर्व के चालानसुदा गैंग के सदस्यों से पूछताछ की । इसमें चार आरोपियों के नाम सामने आए। इन्हे दस्तयाब कर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने वारदात करना स्वीकार कर लिया।

इसके बाद पुलिस ने गोपाल (23) पुत्र गोकुल बागरिया, धर्मराज उर्फ धर्मा (25) पुत्र मोहन बागरिया, मोहन (20) पुत्र रघुनाथ बागरिया, गोपाल (22) पुत्र मगना बागरिया को गिरफ्तार कर लिया। सभी आरोपी रीको एरिया शास्त्री कॉलोनी विजय नगर जिला ब्यावर के निवासी हैं। पुलिस ने आरोपियों से चोरी का माल खरीदने वाले विनोद (27) उर्फ गोविंद पुत्र भगवती लाल सोनी निवासी ओझा मोहल्ला पुलिस थाना रायला जिला भीलवाड़ा को भी गिरफ्तार किया। पूछताछ में चोरी की कई अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सकता है। पुलिस अब माल बरामदगी और अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में सामने आया की गैंग के सदस्य बाइक पर वारदात को अंजाम देने के लिए निकलते थे। 4 से 5 सदस्य वारदात में शामिल होते। बाइक लेकर घरों के बाद गलियों में रेकी कर सुने और बंद मकान पर टारगेट तय करते। गैंग के दो-तीन लोग घरों के अंदर खिड़कियों या छत के रास्ते से घुसते थे । जबकि कुछ साथी आस पास में बाइक लेकर खड़े रहते थे।

मेले में बनते नकली जातरू
मारवाड़ में भाद्रपद मास में बाबा रामदेवजी का मेला होने की वजह से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की टोलियां दर्शन के लिए आती है। इसी का फायदा उठाकर आरोपी भी अपनी बाइक पर बाबा रामदेवजी की झंडी लगाकर जातरू बनकर घूमते थे। जिससे कि कोई इन पर शक नहीं करें। चोरी करने के बाद बाइक पर ही गैंग के लोग अपने कपड़े बदल देते थे जिससे कि किसी को इनका हुलिया पता नहीं चल सकें।
आरोपी इतने शातिर थे कि जब भी किसी वारदात को करने जाते तो उससे पहले ही अपना मोबाइल फोन परिवार के सदस्यों को दे देते । चोरी के चार-पांच दिन बाद वापस मोबाइल अपने परिवार के लोगों से लेते। जिससे कि संदेह के आधार पर पुलिस उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर सकें। पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने इससे पहले भी जोधपुर, पाली, उदयपुर और अन्य जगहों पर चोरी और नकबजनी की वारदातों को अंजाम दिया था।
आरोपी गोपाल के खिलाफ विभिन्न थानों में चोरी, हत्या और मारपीट के 6 मामले, आरोपी धर्मराज के खिलाफ सात, आरोपी मोहन के खिलाफ मारपीट के दो और आरोपी गोपाल के खिलाफ चोरी का एक मामला दर्ज है। जबकि आरोपी विनोद उर्फ गोविंद के खिलाफ चोरी का माल खरीदने के पांच मामले दर्ज हैं।

पूछताछ में सामने आया की गैंग के लोग मारवाड़ को ही चुनते थे क्योंकि यहां आमजन के पास आभूषण ज्यादातर घरों में रखे जाते हैं। पुलिस ने लोगों से अपने कीमती आभूषण घर में सुरक्षित स्थान या बैंक के लॉकर में रखने की अपील की। इसके अलावा घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की भी अपील की। जिससे कि किसी भी वारदात के होने की स्थिति में खुलासा हो सके।
पुलिस कार्रवाई में प्रताप नगर थाना अधिकारी भुटाराम, एसआई जगत सिंह, एएसआई श्री राम, हैड कांस्टेबल पूराराम, मोजुराम, साइबर सेल के प्रेम चौधरी, घेवरराम, शंकरलाल, कांस्टेबल श्यामलाल, विश्व प्रताप सिंह, प्रेम, महेश, शिवलाल, रामगोपाल, अभय कमांड कंट्रोल जोधपुर के कांस्टेबल रामनिवास, रामपाल, घनश्याम और विजयनगर पुलिस थाने के कांस्टेबल विजेंद्र कुमार मौजूद थे।