जोधपुर-फलोदी : थाने के वाटर टैंक में मिला हेड कॉन्स्टेबल का शव:MLA से बहस में बेटा हुआ था गिरफ्तार; CO बोले- पैर फिसला
थाने के वाटर टैंक में मिला हेड कॉन्स्टेबल का शव:MLA से बहस में बेटा हुआ था गिरफ्तार; CO बोले- पैर फिसला

जोधपुर-फलोदी : थाने में पानी के टैंक में हेड कॉन्स्टेबल का शव मिला। हेड कॉन्स्टेबल के उप-प्रधान बेटे की दो दिन पहले 6 सितंबर को विधायक दिव्या मदेरणा से बहस हो गई थी। इसके बाद उप-प्रधान को गिरफ्तार कर लिया था। मामला जोधपुर के चाखू थाने का शुक्रवार सुबह 6.30 बजे का है। फलोदी सीओ रामकरण सिंह मलिंडा ने बताया कि ओसियां के गांव बाना का बास के रहने वाले हेड कॉन्स्टेबल चैनाराम (51) चाखू थाने में तैनात थे। वे गुरुवार रात को गश्त पर थे। सुबह साढ़े 4 बजे गश्त से लौटे थे। इसके बाद वह टांके पर पानी लेने गए थे। पैर फिसलने से वह टांके में गिर गए।
साथी पुलिसकर्मियों को इसका पता चला तो वे टांके पर पहुंचे। उन्होंने चैनाराम को बाहर निकाला और हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घाेषित कर दिया। सूचना पर फलोदी SP विनीत कुमार बंसल, ASP सौरभ तिवारी मौके पर पहुंचे।

चैनाराम के बड़े बेटे खेमाराम ने पिता की मौत के कारणों की जांच की मांग की है। मामले की जांच चाखू थानाधिकारी समरवीरसिंह कर रहे हैं। चैनाराम के बेटे खेमाराम ने बताया कि पिता ने गुरुवार शाम को छोटे भाई को कॉल कर हाल-चाल पूछे थे। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।
चैनाराम एक महीने पहले ही10 दिन की छुट्टी पर अपने गांव गए थे। साल1989 में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। करीब एक साल पहले ही चाखू थाने में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर लगाए गए थे।

विधायक से बहस के बाद बेटा हुआ था गिरफ्तार
6 सितंबर को चैनाराम बाना के बेटे तिंवरी उप-प्रधान खेमाराम बाना की ओसियां में एक सभा के दौरान विधायक दिव्या मदेरणा से बहस हो गई थी। ओसियां क्षेत्र के सिरमंडी, श्रीराम नगर और बाना का बास में विधायक का जनसुनवाई, शिलान्यास और लोकार्पण कार्यक्रम था।
शिलापट्ट पर स्थानीय जनप्रतिनिधि का नाम नहीं लिखने पर खेमाराम ने आपत्ति जताई थी। इस दौरान बाना की विधायक से नोक-झोंक हुई थी। इसके बाद फलोदी सीओ मदन लाल रॉयल और थानाधिकारी राजूराम काला खेमाराम को धक्के मारते हुए पुलिस जीप में बैठाकर थाने ले गए थे।

स्थानीय नेताओं और लोगों की ओर से थाने पहुंचकर विरोध करने भी खेमाराम को नहीं छोड़ा गया था। लोगों ने आरोप लगाया था कि राजनीतिक दबाव के चलते ओसियां पुलिस ने उप-प्रधान खेमाराम को गिरफ्तार किया था। इस बारे में ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा से उनका पक्ष जानने के लिए भास्कर संवाददाता ने कॉल किया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया।
