[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

Bihar Bridge Collapse: भागलपुर का पुल बना रही कंपनी के पास 34 प्रोजेक्ट, इसमें अकेले बिहार के सात पुल-फ्लाइओवर


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़बिहारब्रेकिंग न्यूज़राज्य

Bihar Bridge Collapse: भागलपुर का पुल बना रही कंपनी के पास 34 प्रोजेक्ट, इसमें अकेले बिहार के सात पुल-फ्लाइओवर

बिहार में गिरे पुल को बनाने वाले कंपनी एसपी सिंगला के दिल्ली और हरियाणा में पंजीकृत कार्यालय हैं। इसे 1996 में एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के रूप स्थापित किया गया था। बिहार में इस वक्त इसके कुल सात प्रोजेक्ट चल रहे हैं।

बिहार : बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहे पुल का एक हिस्सा रविवार अचानक नदी में समा गया। इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पिछले नौ साल से इस पुल का निर्माण चल रहा था। एसपी सिंगला नाम की कंपनी इस पुल का निर्माण करा रही है। इस घटना के बाद सवाल निर्माण कंपनी पर भी उठने लगे हैं क्योंकि 14 महीने के अंदर यह दूसरी बार है जब निर्माणाधीन पुल ढह गया।

कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में एसपी सिंगला कंपनी एक ऐसा नाम है जिसके क्लाइंट लगभग देश के हर राज्य हैं। यूपी से असम तक इसे टेंडर मिलते हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर एसपी सिंगला कितनी पुरानी कंपनी है?कंपनी अभी किन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है? इसके क्लाइंट कौन हैं? पहले इस कंपनी के किन प्रोजेक्ट पर सवाल उठ चुके हैं? आइये जानते हैं…

एसपी सिंगला कितनी पुरानी कंपनी है?
एसपी सिंगला कंपनी एक परिवार द्वारा संचालित कंपनी है। फर्म के दिल्ली और हरियाणा में पंजीकृत कार्यालय हैं। इसे 1996 में एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के रूप स्थापित किया गया था। फर्म अपनी वेबसाइट के जरिए कहती है कि यह कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग में ट्रांसपोर्ट, साइट डेवेलपमेंट, हाइड्रोलिक, एनवायरनमेंटल स्ट्रक्चरल और जिओ-टेक्निकल इंजीनियरों से डिजाइनों की योजना बनाती है और उनका निर्माण करती है। यह कंपनी दूर-दूर तक सुगम कनेक्टिविटी और संचार के लिए क्षेत्रों का निर्माण भी करती है।
सिंगला समूह के प्रोजेक्ट
कंपनी बिहार में किन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है?
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक बिहार में इस वक्त उसके कुल सात प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें एनएच 31 और एनएच 80 को जोड़ने के लिए गंगा पर बन रहा सुल्तानगंज और अगुवानी घाट के बीच बन रहा केबल स्टेड पुल भी शामिल था। जो रविवार को गिर गया।

इसके अलावा पटना में NH-19 पर गंगा के पार नया 4-लेन एक्सट्राडोज्ड ब्रिज (MG सेतु), शेरपुर से दिघवारा के बीच गंगा नदी पर पुल, किशनगंज शहर में फ्लाईओवर का निर्माण, दीघा से दीदारगंज के बीच बन रही फोर लेन एलिवेटेड रोड का निर्माण भी इसी कंपनी के जिम्मे है। दीघा-सोनपुर रेल-रोड ब्रिज के पास बन रही 830 मीटर अप्रोच रोड भी सिंगला ग्रुप के जिम्मे है। मोकामा में बना रहा गंगा पुल भी यही कंपनी बना रही है।

सिंगला ग्रुप के प्रोजेक्ट
बिहार के अलावा और कहां-कहां इस कंपनी के प्रोजेक्ट हैं?
बिहार समेत देशभर में कंपनी के 34 प्रोजेक्ट इस वक्त चल रहे हैं। इसमें सूरत मेट्रो रेल फेज-1 के लिए 11.6 किलोमीटर एलिवेटेड वायाडक्ट और स्टेशनों का निर्माण जैसा अहम निर्माण भी शामिल है। कंपनी आठ जगहों पर रेलवे ब्रिज का निर्माण कर रही है।

इनमें गुजरात के दभोई-सिनोर-मलसर-आसा रोड स्थिति नर्मदा पुल, यूपी के प्रयागराज में फाफमऊ गंगा पर बन रहा सिक्स लेन पुल, बहराइच में घाघरा नदी पर बन रहा पुल, राजस्थान के डूंगरपुर में माही नदी पर बन रहा पुल शामिल हैं। असम, मणिपुर और ओडिशा में भी कंपनी इसी तरह के पुल बना रही है। यूपी में गाजीपुर से तारीघाट के बीच गंगा पर बन रहा रेल सह सड़क स्टील पुल भी एसपी सिंगला समूह ही बना रहा।

राज्यवार बात करें तो कंपनी के इन 34 में से सबसे ज्यादा सात प्रोजेक्ट बिहार में चल रहे हैं। इसके बाद चार-चार प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश, असम और गुजरात में चल रहे हैं। वहीं, राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र में कंपनी तीन-तीन प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। ओडिशा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी इस कंपनी का एक-एक प्रोजेक्ट चल रहा है।

सिंगला समूह के प्रोजेक्ट
क्या पहले भी इस कंपनी के किसी प्रोजेक्ट पर सवाल उठे हैं?
यह कोई पहला मौका नहीं है जब कंपनी के किसी प्रोजेक्ट पर सवाल उठे हों। मई 2020 में पटना में लोहिया चक्र पथ का निर्माण चल रहा था, उस समय एक कंक्रीट स्लैब गिरने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी। घटना की जांच हुई लेकिन निर्माण कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह पटना में नीतीश कुमार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना लोहिया चक्र पथ के निर्माण में भी लगी हुई थी।

14 माह में दूसरी बार ढहा भागलपुर का पुल 
गंगा नदी पर बन रहे सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल भी 14 महीने के भीतर दूसरी बार ढहा है। 3160 मीटर लंबे पुल का 200 मीटर का सेगमेंट 30 अप्रैल 2022 को आंधी में गिर गया था। तब पिलर नंबर 4-6 के बीच का हिस्सा गिरा था। अब रविवार (चार जून 2023) को पिलर नंबर 10-13 के बीच 400 मीटर सेंगमेंट ढह गया। निर्माणाधीन पुल का लगभग 600 मीटर हिस्सा, यानी करीब 20% गंगा में समा चुका है।
इस पुल का निर्माण 2014 से चल रहा है। कुछ दिन पहले ही इसे पूरा करने की आठवीं डेडलाइन मिली है। इसके मुताबिक कंपनी को 31 दिसंबर 2023 तक पुल का निर्माण पूरा करना है। इससे पहले इसी माह के अंत तक पुल का निर्माण कार्य पूरा करने की डेडलाइन थी।

गोरेगांव मुलुंड लिंक रोड प्रोजेक्ट पर भी सवालिया निशान 
भागलपुर की घटना के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के पुल विभाग को एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित गोरेगांव मुलुंड लिंक रोड (जीएमएलआर) की समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है। बीएमसी में विपक्ष के पूर्व नेता (एलओपी) और कांग्रेस पार्षद रवि राजा ने बीएमसी को पत्र लिखकर सुरक्षा उपायों का हवाला देते हुए इसको ब्लैकलिस्ट करने का आग्रह किया है।

बीएमसी ने मुंबई में कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए अनुमानित 10,000 करोड़ रुपये की जीएमएलआर परियोजना शुरू की थी। 2019 में परिकल्पित यह परियोजना, एक हाई-स्पीड कॉरिडोर होगी जो गोरेगांव को मुलुंड से एलिवेटेड सड़कों, पुलों और भूमिगत सुरंगों की एक श्रृंखला के माध्यम से जोड़ेगी। फिलहाल पहले और दूसरे चरण का काम चल रहा है। बीएमसी ने इस साल के बजट के दौरान एक बयान में कहा था कि पहले दो चरण दिसंबर 2023 तक पूरे कर लिए जाएंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *