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गणेश्वर धाम में सुविधाओं और सुरक्षा का अभाव:शौचालय, पार्किंग नहीं; आवारा पशु फैला रहे गंदगी


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गणेश्वर धाम में सुविधाओं और सुरक्षा का अभाव:शौचालय, पार्किंग नहीं; आवारा पशु फैला रहे गंदगी

गणेश्वर धाम में सुविधाओं और सुरक्षा का अभाव:शौचालय, पार्किंग नहीं; आवारा पशु फैला रहे गंदगी

नीमकाथाना : नीमकाथाना के गणेश्वर गालव गंगा तीर्थ धाम, जिसे ऋषि-मुनियों की तपस्या स्थली और 68 तीर्थों का राजा माना जाता है, अपनी प्राकृतिक गर्म जलधारा के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि, यह महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल वर्तमान में मूलभूत सुविधाओं और सुरक्षा के अभाव से जूझ रहा है, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

धाम पर शौचालयों की कमी एक बड़ी समस्या है। श्रद्धालुओं को खुले में शौच करने पर मजबूर होना पड़ता है। ग्रामीण कैलाश गुर्जर ने बताया कि तीन साल पहले पंचायत प्रशासन ने नए शौचालय बनवाए थे, लेकिन उनमें पानी की व्यवस्था नहीं की गई। इसके अलावा, आवारा पशु, विशेषकर सांड, महिला कुंड में घुसकर गंदगी फैलाते हैं, क्योंकि कुंड में लोहे का गेट तक नहीं लगाया गया है, जैसा कि ग्रामीण महिला संतरा देवी ने बताया।

सुरक्षा व्यवस्था भी भगवान भरोसे है। धाम पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, जिसके कारण चोरी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। ग्रामीण महेश कालावत के अनुसार, सावन माह में तो सेवा समिति एक महीने तक सक्रिय रहती है, लेकिन बाकी 11 महीने धाम की सुरक्षा व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता।

श्रद्धालुओं के लिए ठहरने की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। धाम पर न तो कोई धर्मशाला है और न ही कोई होटल। मजबूरन, श्रद्धालु मंदिरों की चौखट के बाहर या चबूतरों पर रात गुजारते हैं। पार्किंग की भी कोई व्यवस्था नहीं है। दुपहिया और चौपहिया वाहन धाम परिसर के अंदर ही खड़े कर दिए जाते हैं, जिससे श्रद्धालुओं के आवागमन में बाधा आती है और मंदिरों में प्रवेश करने वालों को भी परेशानी होती है।

डॉ. बोदूराम गुर्जर ने बताया कि दो वर्ष पहले प्रशासन के बड़े अधिकारियों ने गणेश्वर धाम के विकास का एक प्रोजेक्ट तैयार कर राज्य सरकार को भेजा था, लेकिन अभी तक बजट आवंटित नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने सरकार से इस धाम के लिए तत्काल बजट आवंटित करने और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से इस दिशा में प्रयास करने की मांग की है, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और धाम का उचित विकास हो सके।

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