चूरू में किशोर न्याय बोर्ड मेंबर को लगा करंट, डॉक्टरों की टीम ने सीपीआर-शॉक देकर बचाई जान, हार्ट बंद हो गया था
चूरू में किशोर न्याय बोर्ड मेंबर को लगा करंट, डॉक्टरों की टीम ने सीपीआर-शॉक देकर बचाई जान, हार्ट बंद हो गया था
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : चूरू के नयाबास में किशोर न्याय बोर्ड का मेंबर हाई-वोल्टेज करंट की चपेट में आ गया। लोगों ने गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया, तब तक उनके हार्ट ने काम करना बंद कर दिया था। डीबी अस्पताल मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी टीम ने सीपीआर और इलेक्ट्रिक शॉक देकर उनकी जान बचाई। यह हादसा गुरुवार शाम को मोहल्ले में बालाजी मंदिर के कार्यक्रम में टेंट का काम कर रहे एक मजदूर की मदद करते समय हुआ। इसका वीडियो आज सामने आया है।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र सैनी ने बताया कि मोहल्ले में बालाजी मंदिर के कार्यक्रम के लिए टेंट लगाया जा रहा था। इस दौरान उनका छोटा भाई ताराचंद सैनी (45) काम कर रहे एक मजदूर की मदद करने लगा। इसी दौरान उन्हें 11 हजार वोल्ट की हाई-वोल्टेज लाइन का झटका लगा। इस हादसे में उनके साथ मौजूद मजदूर भी झुलस गया।
दोनों घायलों को निजी वाहन से डीबी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड लाया गया। ताराचंद सैनी की हालत अत्यंत गंभीर थी। अस्पताल पहुंचने पर वह अचेत अवस्था में थे, उनका हार्ट काम नहीं कर रहा था। ईसीजी स्टेट लाइन थी और ऑक्सीजन लेवल व ब्लड प्रेशर शून्य था।
सीपीआर और दो बार डीसी शॉक देने से लौटी धड़कन
घटना की सूचना मिलने पर प्रिंसिपल डॉ. पुकार तुरंत अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर स्वयं सीपीआर दिया और दो बार डीसी शॉक भी दिया। रोगी की बिगड़ती हालत को देखते हुए डॉ. पुकार ने एनेस्थीसिया डॉक्टर का इंतजार किए बिना खुद ही रोगी को इंट्यूबेट किया। इसके बाद रोगी के हार्ट ने काम करना शुरू कर दिया।

तत्काल बाद सैनी को मेडिसिन आईसीयू में शिफ्ट किया गया और वेंटिलेटर पर रखा गया। डॉ. पुकार और उनकी टीम ने आईसीयू में भी लगातार उनकी निगरानी की। उनकी स्थिति में काफी सुधार आया है। गुरुवार दोपहर उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया और फिलहाल वे सामान्य ऑक्सीजन पर हैं। भाजपा जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र सैनी ने बताया कि उनके भाई की जान बचाने में डॉक्टरों की टीम का अहम योगदान रहा।
तुरंत सीपीआर ने किया संजीवनी बूटी का काम
मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. पुकार ने बताया कि ताराचंद सैनी को करंट लगने के बाद कमांडो सुरेन्द्र कस्वां व एसआई रामजीलाल ने तुरन्त सीपीआर दिया। जिसके तुरन्त पांच मिनट में इमरजेंसी वार्ड पहुंचाया। यह सीपीआर ताराचंद सैनी के लिए संजीवनी बूटी का काम किया। अस्पताल पहुंचने पर वह अचेत अवस्था में थे, उनका हार्ट काम नहीं कर रहा था। ईसीजी स्टेट लाइन थी और ऑक्सीजन लेवल व ब्लड प्रेशर शून्य था। मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी टीम ने सीपीआर और इलेक्ट्रिक शॉक देकर उनकी जान बचाई।
सबसे पहले देखिए हादसे के 3 फोटो…



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