राज्य सरकार के ‘गांव चलो, शहर चलो’ अभियान पर यूथ लीडर इस्माइल तंवर का तीखा प्रहार, लीपापोती और खानापूर्ति का आरोप
राज्य सरकार के 'गांव चलो, शहर चलो' अभियान पर यूथ लीडर इस्माइल तंवर का तीखा प्रहार, लीपापोती और खानापूर्ति का आरोप
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अंसार मुज्तर
बिसाऊ : राजस्थान सरकार द्वारा प्रदेशव्यापी ‘गांव चलो, शहर चलो’ अभियान को लेकर आमजन में बढ़ती निराशा के बीच कस्बे के प्रमुख यूथ लीडर इस्माइल तंवर ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे महज लीपापोती और खानापूर्ति का ढोंग करार दिया। तंवर ने अभियान के नाम पर जनता को गुमराह करने और टैक्सपेयर्स के पैसे की बर्बादी का खुलासा करते हुए सरकार से सार्थक कदम उठाने की मांग की।
नगरपालिका परिसर में आज चल रहे अभियान का निरीक्षण करने के बाद तंवर ने मीडिया से बातचीत में कहा, “सरकार अभियान के नाम पर जनता को लॉलीपॉप बांट रही है। यह कोई नया प्रयास नहीं, बल्कि पुराने रूटीन कामों का पुनरावलोकन मात्र है। अगर सरकार की मंशा वाकई जनता को राहत पहुंचाने की होती, तो पिछली सरकार की तर्ज पर फ्री होल्ड पट्टे वितरित करती, भूमि उपयोग परिवर्तन नाममात्र शुल्क में कराती और महंगाई राहत कैंपों की तरह वास्तविक लाभ पहुंचाती। लेकिन यहां तो सिर्फ चेहरे चमकाने और प्रचार का धंधा चल रहा है। जनता के टैक्स के पैसे अभियान के बहाने बर्बाद हो रहे हैं।”
तंवर ने यह भी बताया कि अभियान से सरकारी अधिकारी और कर्मचारी भी बुरी तरह परेशान हैं। रूटीन कार्य प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन जनता को कोई ठोस लाभ नहीं मिल रहा। “अधिकारियों को अनावश्यक दौड़-धूप कराई जा रही है, जबकि असली समस्याओं का समाधान दूर की कौड़ी है,” उन्होंने जोर देकर कहा।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद इलियास ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की। इलियास ने कहा, “यह अभियान जनता के हित में सार्थक बनना चाहिए। सरकार को तत्काल कदम उठाकर वास्तविक विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना होगा। अन्यथा जनता का विश्वास और टूटेगा।” उन्होंने अभियान को जन-केंद्रित बनाने की अपील की।
बिसाऊ सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में अभियान को लेकर जनता में असंतोष की लहर है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि महंगाई, बेरोजगारी और भूमि संबंधी मुद्दों पर कोई ठोस कार्रवाई न होने से निराशा बढ़ रही है। यूथ लीडर तंवर ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द ही सुधार नहीं किए, तो युवा वर्ग सड़कों पर उतर आएगा।
यह अभियान राज्य सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सीधा संवाद स्थापित करना बताया जाता है। हालांकि, विपक्षी दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा इसे प्रचार का साधन मानते हुए लगातार आलोचना की जा रही है। इस्माइल तंवर जैसे युवा नेताओं की आवाज अब जिले भर में गूंज रही है।