अग्रसेन नगर में चल रही है श्रीशिव महापुराण कथा
पितृ पक्ष में प्रभु नाम दान से सर्वश्रेष्ठ कोई दान नहीं : राकेशानंद

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर अग्रसेन नगर में चल रही श्री शिव महापुराण कथा के तृतीय दिवस के अवसर पर पितृपक्ष में प्रभु नाम दान की महिमा के संबंध में कथावाचक राकेशानंद महाराज द्वारा बताया गया कि मनुष्य के जीवन में पिताओं के पांच स्वरूप हैं। सर्वप्रथम जन्मदाता, द्वितीय विद्यादाता, तृतीय धन प्रदान करने वाला, चतुर्थ अन्न प्रदान करने वाला, पंचम भय से बचाने वाला, यह पांचों ही व्यक्ति के पिता है अतः पितृ पक्ष में इनके निमित्त किया गया दान सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। पितृपक्ष में इनके लिए भगवान नाम का दान अन्य सभी प्रकार के दानों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है, जिससे पितरों को प्रभु सानिध्य की प्राप्ति होती है और उनके समस्त पाप कर्मों का निवारण हो जाता है। पितृ पक्ष में अपने पितरों के लिए प्रभु नाम दान से सर्वश्रेष्ठ अन्य कोई दान नहीं है। आज की आरती मुख्य यजमान मोहन सिंह बडगूजर, कृष्ण सारस्वत, मनोज शर्मा, सज्जन शर्मा, देवी सिंह राठौड़ व समस्त भक्तजनों ने आरती में भाग लिया।