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भारत सरकार द्वारा संचालित “अंगदान जीवन संजीवनी अभियान” के तहत मेडिकल कॉलेज चूरू ने पूरे भारतवर्ष में अंगदान शपथ दिलवाने वाले जिलों में अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है – डॉ एम एम पुकार


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भारत सरकार द्वारा संचालित “अंगदान जीवन संजीवनी अभियान” के तहत मेडिकल कॉलेज चूरू ने पूरे भारतवर्ष में अंगदान शपथ दिलवाने वाले जिलों में अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है – डॉ एम एम पुकार

भारत सरकार द्वारा संचालित “अंगदान जीवन संजीवनी अभियान” के तहत मेडिकल कॉलेज चूरू ने पूरे भारतवर्ष में अंगदान शपथ दिलवाने वाले जिलों में अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है - डॉ एम एम पुकार

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान

चूरू : जिला मुख्यालय पर प्राचार्य डॉ. महेश मोहनलाल पुकार एवं अधीक्षक डॉ. दीपक चौधरी के नेतृत्व में एक समर्पित टीम गठित कर इस अभियान को आमजन तक पहुँचाया गया। इस प्रयास में मेडिकल कॉलेज एवं उससे संबद्ध चिकित्सालय के समस्त अधिकारी, चिकित्सक, नर्सिंग अधिकारी एवं कर्मचारीगण ने सक्रिय भागीदारी निभाई। उनके सामूहिक प्रयासों के परिणामस्वरूप चूरू जिला आज पूरे राजस्थान में प्रथम स्थान पर पहुँच गया है। देशभर के आँकड़ों पर नज़र डालें तो भारत के कुल 28 राज्य, 08 केंद्र शासित प्रदेश एवं 783 जिलों में से चूरू जिले ने 14 राज्यों, 07 केंद्र शासित प्रदेशों एवं 778 जिलों को पीछे छोड़ते हुए राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है।

इस अभियान को साकार रूप देने में चूरू की कई अग्रणी संस्थाओं का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिनमें राजकीय लोहिया महाविद्यालय, विधि महाविद्यालय, कैरियर कॉलेज, राजस्थान नर्सिंग कॉलेज, एएनएम ट्रेनिंग सेंटर, प्राइवेट अस्पताल – हार्ट केयर,‌ जीवन रेखा हॉस्पिटल, शिवम ऑर्थो, तथा समस्त मेडिकल प्रतिनिधि प्रमुख हैं। इसी क्रम में समस्त चिकित्सा शिक्षकगण, चिकित्सक, नर्सिंग अधिकारी, अन्य स्वास्थ्य कर्मी एवं कर्मचारी वर्ग की भूमिका भी अत्यंत सराहनीय रही है।

प्राचार्य डॉ. पुकार ने कहा कि चूरू जिले को राज्य में शीर्ष स्थान दिलाने में प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी का योगदान अमूल्य रहा है, जिन्होंने समर्पण के साथ अंगदान अभियान को सफल बनाया। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए संस्थान सदैव सभी सहभागी संस्थाओं एवं कर्मियों का आभारी रहेगा। चूरू ने एक बार फिर साबित किया है कि सीमित संसाधनों के बावजूद अगर संकल्प मजबूत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

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