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तालछापर अभयारण्य में टेक्नीशियन ने नमक की जगह खाया जहर:गंभीर हालत में बीकानेर हुआ रेफर, अस्पताल पहुंचते ही हुई मौत


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तालछापर अभयारण्य में टेक्नीशियन ने नमक की जगह खाया जहर:गंभीर हालत में बीकानेर हुआ रेफर, अस्पताल पहुंचते ही हुई मौत

तालछापर अभयारण्य में टेक्नीशियन ने नमक की जगह खाया जहर:गंभीर हालत में बीकानेर हुआ रेफर, अस्पताल पहुंचते ही हुई मौत

चूरू : शनिवार को तालछापर अभयारण्य टेक्नीशियन थर्ड बन्ने सिंह की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। 58 वर्षीय बन्ने सिंह ताल छापर की देवाणी चौकी पर कार्यरत थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को बन्ने सिंह की तबीयत बिगड़ने पर सीएचसी छापर ले जाया गया। जहां से उसे सुजानगढ़ रेफर किया। सुजानगढ़ बगड़िया हॉस्पिटल से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए बीकानेर रेफर कर दिया गया था। पीबीएम पहुंचने पर बन्ने सिंह की मौत हो गई। पीबीएम के डॉक्टर्स ने बॉडी में जहर पाए जाने की पुष्टि की है। बाकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ होगा।

गलती से जहर खा लेने की रिपोर्ट दर्ज

मामले को लेकर छापर पुलिस थाने के एएसआई धर्मवीर सिंह टीम के साथ बीकानेर पहुंचे। जहां बन्ने सिंह के पुत्र रमेश सिंह ने मर्ग रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में रमेश ने बताया कि, बीकानेर में गंभीर हालत के दौरान बन्ने सिंह ने उसे बताया कि उन्होंने खाना खाते समय गलती से नमक की जगह चूहे मारने की दवा खा ली, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। रिपोर्ट के आधार पर मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया। बन्ने सिंह के पैतृक गांव मोमासर में उनका अंतिम संस्कार किया गया।

12 जून की रात एक और कर्मचारी की हुई थी हत्या

बता दें कि 12 जून की रात को तालछापर अभयारण्य के रामपुर चौकी के गार्ड दयाराम स्वामी की हत्या कर दी गई थी। उनके सिर पर चोट के निशान मिले थे। पुलिस दयाराम की हत्या की इन्वेस्टिगेशन में लगी है। लेकिन अभी तक कोई खुलासा नहीं हुआ है। बन्ने सिंह और दयाराम स्वामी दोनों ताल छापर अभयारण्य के पुराने कर्मचारी थे। दोनों ही कर्मचारी रिटायरमेंट के करीब थे।

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