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20 मई को हड़ताल को लेकर केटीएसएस कार्यकर्ता की बैठक


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20 मई को हड़ताल को लेकर केटीएसएस कार्यकर्ता की बैठक

राष्ट्रीय स्तरीय व स्थानीय मांगों को लेकर केसीसी कार्यपालक को दिया ज्ञापन

खेतड़ी नगर : केंद्रीय श्रम संगठन के आह्वान पर 20 मई को होने वाली एक दिवसीय हड़ताल को लेकर केटीएसएस श्रमिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार देर शाम को केसीसी प्रशासन भवन के सामने बैठक की। बैठक के दौरान विभिन्न राष्ट्रव्यापी एवं स्थानीय मांगों को लेकर चर्चा की गई एवं केसीसी कार्यपालक निदेशक के नाम मांग पत्र व हड़ताल के संबंध में ज्ञापन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसएन गर्वा ने की। केटीएसएस महामंत्री बिडदुराम सैनी ने संबोधित करते हुए केंद्र व प्रदेश की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह सरकार पुंजीपतियों की सरकार है, पुंजिपतियों को फायदा देने के लिए ही कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार मजदुरों का शोषण कर रही है।

उन्होंने बताया कि केंद्रीय श्रम संगठन के आह्वान पर बीस मई को 17 राष्ट्रव्यापी, पांच स्थाई कामगारों, 18 ठेका कामगारों एवं पांच अन्य मांगों को लेकर हड़ताल की जा रही है। सैनी ने बताया कि हड़ताल में मुख्य मांग केसीसी खदानों का विकास व विस्तार करने, तांबे तथा अन्य क्रिटिकल मेटल का लीज लेकर खदानों से उत्पादन करने, केसीसी के प्लांटों से तकनीकी के उपकरण लगा कर उत्पादन, केसीसी प्रोजेक्ट में भारत सरकार की पीएलआई स्कीम का लाभ लेकर सेमीकन्डक्टर बनाने का प्लांट लगाने, कुंभाराम लिफ्ट योजना से 4 एमएलडी से बढ़कर 10 एमएलडी पानी करने, कामगारों की स्थाई भर्ती शुरू करने, केसीसी के स्थाई कामगारों को ग्रेज्युटी 20 लाख रुपए करने का लाभ 1 नवंबर 2017 से तथा 50 प्रतिशत डीए बढ़ने पर 25 लाख करने का लाभ दिया जाए, एचसीएल अंशदायी पेंशन योजना को 2007 से लागू करने, अस्पताल की सुविधाओं का विस्तार करने, अस्पताल में उच्च क्वालिटी की दवाईयां उपलब्ध, कर्मचारियों को रेफरल सहित फ्री इलाज देने, वेतन से कोई कटौती नहीं करने, कामगारों के लिए पीआरपी या स्थाई परफॉर्मेंस रिवाइज स्क्रीम को लागू करने की मांग की जा रही है साथ ही 18 मांग ठेका कामगारों की है जिसमें सभी ठेका कामगारों को स्थाई कामगारों की कैटेगरी की स्केल का न्यूनतम वेतन, सभी ठेका कामगारों को 5 प्रतिशत वार्षिक वेतन बढ़ोतरी, 8.33 प्रतिशत बोनस का भुगतान हर माह बिना सीलिंग के करने, मूल वेतन का 20 प्रतिशत अंडर ग्राउंड व नाइट शिफ्ट एलाउंस देने, मेडिकल सुविधा, ठेका कामगार यदि 3 वर्ष तक एक ही ग्रेड व रेट में कार्य कर रहा है तो उसे अगली ग्रेड व रेट देने, ठेका कामगार की ड्यूटी समय दुर्घटना में मृत्यु या परमानेंट डिसेबल/पार्सल डिसेबल हो जाता है तो उसके एक आश्रित को कंपनी में नौकरी देने, स्थाई भर्ती में ठेका कामगारों को प्राथमिकता, रेगुलर शिक्षा की बाध्यता खत्म करने, एसएमएस लिमिटेड से हुए सामूहिक समझौते दिनांक 6.8.2018 एवं 30.5.2019 का उल्लंघन बंद करने की मांग की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन मांगों के अलावा 17 राष्ट्रव्यापी मांगें, चार श्रम संहिताओं को खत्म करने, भारतीय श्रम सम्मेलन तुरंत आयोजित कर बातचीत शुरू करने, कानूनों में वेतन सीमाओं को खत्म करने, न्यूनतम वेतन 26000 रूपये कर डीए से जोड़ने, प्रत्येक 5 वर्ष संशोधन, ईपीएस 95 के अंतर्गत आने वालों को न्यूनतम 9000 रूपये पेंशन सहित आदि मांगों को लेकर 20 मई को एक दिवसीय हड्ताल करने का निर्णय लिया गया है। उक्त मांगों एवं हड़ताल के संबंध में केसीसी कार्यपालक निदेशक को ज्ञापन सौंपा।

इस मौके पर सीडी यादव, ओमप्रकाश चिरानी, जगदीश मीणा, खुशीराम यादव, ओमप्रकाश लांबा, घीसाराम मीणा, रामसिंह शेखावत, विनय त्यागी, अनूप सोमरा, महेंद्र सिंह, तेजाराम, कुलदीप सक्सेना, उम्मेद मीणा, बाबूलाल सैनी, जयगोविंद, उमाशंकर, चांद मोहम्मद, हरिसिंह, राजपाल, सैनी, शशि, विकास मीणा, अफजल सहित विभिन्न ठेका कंपनी एवं स्थाई कामगार मौजूद थे।

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