खनन माफियाओं के होशले बुलंद, अवेध खनन को लेकर दुधवा के ग्रामीणो में आक्रोश, अवैध खनन को बंद करने कि मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन ….
अवैध खनन के कारण दुधवा गाँव के ग्रामीण पलायन को मजबुर... ग्रामीणो की कोई नहीं सुन रहा पिडा...700 घरो की बस्ती अवैध खनन की वजह से अपना घर और गांव छोडने को मजबुर...भय से नवविवाहिता ने सुसराल छोड़कर पिहर में रहने को मजबुर, मजबुर पति अवैध खनन को बंद करने की लगाई प्रशासन से गुहार...अवैध ब्लास्टिंग बंद नहीं हुई तो एसडीएम कार्यालय के सामने परिवार के साथ देंगे धरना प्रदर्शन...

दुधवा : 700 घरों की बस्ती में रहने वाले सेकड़ों ग्रामीण गाँव में हो रहे अवैध खनन चलते गाँव से पलायन होने को मजबूर हो रहे है, अवैध खनन को बंद करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन व पुलिस प्रशासन को अवगत करवाया इसके बावजूद भी क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन पर कार्यवाही नहीं होने के कारण खनन माफियाओं होशले बुलंद हो रहे है। खनन माफियां ग्रामीणों को विरोध प्रदर्शन करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे है, ऐसा मामला खेतड़ी उपखंड के दुधवा गाँव में देखने को मिला। खेतडी उपखण्ड के दुधवा ग्राम में हो रहे अवैध खनन को बंद करने की मांग को लेकर शनिवार को वार्ड नं. 4 के सेकड़ों ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीण महिला सुमन, सुलोचना, राजबाला, कृष्णा, निर्मला गुर्जर, कुसुमलता ने बताया कि हमारे घर से मात्र 20 मी. की दुरी पर आयरन पत्थर की अवैध लिज है। जिसमें खनन माफिया देर रात्री को अवैध रूप से भारी ब्लास्टिंग करते है। जिससे बस्ती के अनेक घरो में दरारे आ गई और कई घरो की तो छत की पट्टियां तक टूट गई है। अवैध भारी ब्लास्टिंग से आयरन मिनरल के पत्थर हमारे घरों में आकर गिरते है। जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। जिसके कारण ग्रामवासी भय के साये में जिने को मजबुर है।
ग्रामीणों ने बताया की अवैध लीज में हो रहे अवैध खनन को बंद करने की मांग को लेकर पुलिस प्रशासन को अवगत करवाया तो थानाधिकारी ने खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय ग्रामीणों को ही डरा धमकाकर निकाल दिया और शिकायत पत्र फाड़ दिया। जिसके चलते खनन माफियाओं ने विरोध प्रदर्शन करने पर ग्रामीणों को घमकी देते हुए कहा की कही पर भी जाकर शिकायत कर दों कोई भी हमारे खिलाफ कार्यवाही नहीं करेंगे। खनन माफियाओं के धमकी के सम्बद्ध में उपखंड अधिकारी एवं खेतड़ी विधायक धर्मपाल गुर्जर को अवगत करवायाने के बावजूद भी खनन माफियाओं के होशले बुलंद है और दिन रात अवैध खनन कर रहे है।
ग्रामीणों ने दिया प्रशासन को अल्टीमेटम
ग्रामीणों ने बताया की 4 दिन के अंदर अवैध खनन बंद नहीं हुआ तो ग्रामीण 16 अप्रेल को खेतड़ी उपखंड कार्यालय के सामने परिवार सहित अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन पर बेठेंगे जिसका जिम्मेदार स्वयं प्रशासन होगा।
राजबाला का परिवार बिखरा पुत्रवधु सुसराल छोड पिहर में रहने को मजबुर
ग्रामीण राजबाला ने बताया कि जनवरी माह में बेटे का विवाह हुआ था मेरी पुत्रवधु घर पर काम रही थी तभी माइनिंग में अवैध ब्लास्टिंग हुई और ब्लास्टिंग से कई पत्थर आकर हमारे घर पर गिरे और पत्थर मेरी पुत्रवधु प्रियंका और सविता के सर पर आकर लगे। वो चोटिल को गई। ऐसा इनके साथ कई बार हो गया जिससे मेरी दोनों पुत्रवधु अवैध ब्लास्टिंग से भयभीत हो गई और अपने पिहर जाकर रहने लग गई। इन खनन माफियों कि वजह से मेरा घर बिखर गया।
घरों दीवारों में आई दरारें
दुधवा गांव के काली डूंगरी इलाके में रात के अंधेरे में हो रही अवैध ब्लास्टिंग ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है। ज़ोरदार धमाकों के साथ कांपती धरती और आसमान से बरसते पत्थर अब इस गांव की रोजमर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुके हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, रात होते ही इलाके में दहशत का माहौल छा जाता है। शक्तिशाली विस्फोट न केवल घरों की नींव हिला रहे हैं, बल्कि दीवारों में गहरी दरारें पैदा कर रहे हैं और कई मकान तो अब गिरने के कगार पर हैं।
प्रशासन के कानों पर नहीं रेंग रही जू
ग्रामीण बेगराज गुर्जर ने बताया कि अवैध खनन को लेकर हम प्रशासन को बार-बार सुचित कर चुके हैै लेकिन प्रशासन के कानों पर जू तक नहीं रेंग रही। मजबुरन 700 घरों की बस्ति भंय के साये में जीवन यापन करने को मजबुर है। ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी कर विरोध प्रकट किया। और प्रशासन को चेताया कि जल्द अवेध खनन पर कार्यवाही नहीं हुई तो तो ग्रामीण बड़ा आंदोलन करने को मजबुर होंगे । जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
राजनीतिक संरक्षण में चल रहा है अवैध खनन
ग्रामीण मनीष घुमरीया ने विरोध प्रदर्शन करते हुये बताया कि छः माह पहले तक यह लीज बिलकुल बंद थी। लेकिन राजनेतिक संरक्षण मिलने से अवैध खनन माफिया का होसला बुल्ंद है। उन्होने फिर से लीज को चालु कर ली। और अवैध खनन करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने कई बार उपखंड अधिकारी खेतड़ी को भी कई बार अवगत करवा दिया लेकिन खनन माफिया को राजनेतिक सरंक्षण प्राप्त होने प्रशासन भी कार्यवाही करने से कतराता है।
गामीणों ने लगाया पुलिस पर आरोप
विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन पर भी कई गम्भीर आरोप लगायें है। कान्ता और चमेली ने बताया कि अवेध खनन को लेकर हम लीज पर विरोध प्रदर्शन करने गये थे तो पुलिस प्रशासन उल्टा हमे धमकी देता है कि आप अपने घरो में चले जाओ वरना लेडिज पुलिस बुलवाकर सभी को अन्दर कर देंगे। और पुलिस उल्टा हमे ही धमकाती है। पुरा पुलिस प्रशासन भी खनन माफिया से मिला हुआ, खनन माफिया पर कोई कार्यवाही नहीं करता और ग्रामीणों की सुनता नहीं।
क्षेत्रीय विधायक को भी कर चुके है शिकायत
विरोध प्रदर्षन कर रहे गामीणें बताया कि इस मामले को लेकर 8 अप्रेल को हम क्षेत्रीय विधायक से मिले और अपनी पिड़ा बताई लेकिन अभी तक भी खनन माफिया भारी ब्लास्टिंग कर रहे है। विधायक ने आश्वासन दिया था कि खनन माफिया पर जल्द ही कार्यवाही होगी लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। आखिर हम ग्रामीण जाये तो किसके पास जाये। हमारी कहि कोई सुनवाई नहीं हो रही।
जल्द हि अवेध खनन का नहीं हुआ कोई समाधान को ग्रामीण करेंगे उपखण्ड कार्यालय खेतड़ी पर विरोध प्रदर्षन
ग्रामीणों ने बताया कि शासन प्रशासन अवैध खनन पर कोई भी कार्यवाही नहीं करता है। तो मजबुर हो कर ग्रामीण उपखण्ड कार्यालय खेतड़ी पर बडा विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होेंने बताया कि हम ग्रामीण अपने परिवार, पशुओं के साथ उपखण्ड कार्यालय खेतड़ी का घेराव करेंगे और वही धरना देंगे। और जब तक नहीं उठेंगे जब तक अवैध खनन बंद नहीं होगा और अवैध खनन माफिया पर कोई कानुनी कार्यवाही नहीं होती। अवैध खनन के काले पत्थर से भरे डंफर रात के अंधेरे में दुधवा से वाया ककराय, रवा, शिमला गौरीर होते हुए नीमकाथाना जाते हैं। जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
ये रहे विरोध प्रदर्षन में शामिल
इस विरोध प्रदर्शन में हवासिंह, जगदिश, महेन्द्र, सुरेन्द्र, अशोक, सरजित, बंशीधर, झाबड, नानड, रोहताशव, धीरज, प्रदीप, मुकेश, सुमन, रोहित, सुमन, सुमित्रा, राजबाला, संतोष, सारदा, पतासी, कुसुमलता, कृष्णा, इंदरा, रजनी, बुग्गी, कैला, संजय, रामकिशन, संदिप, दलीप, विकास, अनिल, अजय, मंजित, महावीर, मनीष, दाताराम सहित सेकडो ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया।
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