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पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में अफरा-तफरी मची:आंधी से पांडाल गिरा, महिला समेत तीन घायल; बिना अनुमति के चल रहा था कार्यक्रम


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पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में अफरा-तफरी मची:आंधी से पांडाल गिरा, महिला समेत तीन घायल; बिना अनुमति के चल रहा था कार्यक्रम

पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में अफरा-तफरी मची:आंधी से पांडाल गिरा, महिला समेत तीन घायल; बिना अनुमति के चल रहा था कार्यक्रम

चूरू : चूरू में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में तेज आंधी के कारण पांडाल उखड़ गया। इसके बाद कथा स्थल पर अफरा-तफरी मच गई, जिसमें एक महिला सहित 3 लोग घायल हो गए। अफरा-तफरी में कई महिलाओं की सोने की चेन तोड़ ली गई। शिव महापुराण कथा रतनगढ़ में चल रही थी।

बताया जा रहा है कि कार्यक्रम बिना प्रशासन की अनुमति के कराया जा रहा था। आज से ही इसकी शुरू हुई थी और अगले सात दिन चलने वाली थी। इसमें देशभर से करीब 2 से 2.5 लाख लोगों के आने की संभावना थी। हादसे के बाद प्रशासन ने पांडाल और डोम खाली करा दिया।

अब देखिए, घटना से जुड़ी तस्वीरें…

तेज आंधी के कारण कथा स्थल पर लगाया टेंट उखड़ गया।
तेज आंधी के कारण कथा स्थल पर लगाया टेंट उखड़ गया।
आंधी में टेंट उखड़ा तो वहां मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे।
आंधी में टेंट उखड़ा तो वहां मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे।
आंधी के बाद कथा स्थल पर मौजूद महिलाएं सुरक्षित स्थान की ओर जाती हुईं।
आंधी के बाद कथा स्थल पर मौजूद महिलाएं सुरक्षित स्थान की ओर जाती हुईं।
आंधी चलने से पहले कथा में मौजूद लोग। कथा 7 दिन तक चलने वाली थी।
आंधी चलने से पहले कथा में मौजूद लोग। कथा 7 दिन तक चलने वाली थी।
कथा स्थल के टेंट उखड़ने के बाद बाहर श्रद्धालुओं और लोगों की भीड़ लग गई।
कथा स्थल के टेंट उखड़ने के बाद बाहर श्रद्धालुओं और लोगों की भीड़ लग गई।

टेंट में फंसे श्रद्धालुओं को पुलिस ने बचाया

घटना की सूचना मिलते ही रतनगढ़ थानाधिकारी दिलीप सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ टेंट में फंसी महिला श्रद्धालुओं को बाहर निकलवाया।

पुलिस ने कथा स्थल पर डोम में बैठी महिलाओं को बाहर निकलवा कर डोम भी खाली करवाया है। सूचना मिलने पर सुजानगढ़ एडीएम मंगलाराम, एएसपी दिनेश कुमार, एसडीएम रामकुमार मौके पर पहुंचे।

एसपी जय यादव ने बताया कि आंधी के कारण टेंट उखड़ने से अफरा-तफरी मच गई थी, जिससे तीन लोग घायल हो गए थे। घायल हुए तीन लोगों को रतनगढ़ सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ढाई लाख लोग आने वाले थे कार्यक्रम में

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बिना किसी स्वीकृति के इतना बड़ा आयोजन करवाया जा रहा था। इसमें देशभर से करीब 2 से 2.5 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना थी। इसके लिए एक बड़ा डोम बनाने के साथ ही पाइपों के सहारे काफी दूर तक टेंट लगाए गए थे। कार्यक्रम की किसी भी स्तर पर स्वीकृति नहीं थी।

प्रशासन-आयोजकों में चल रही बैठक

फिलहाल इस मामले में प्रशासन और कथा के आयोजकों की बैठक चल रही है। जिसमें क्या निर्णय लिया जाता है, इस बात का पता बाद में लगेगा। दूसरी ओर हादसे को लेकर प्रशासन और पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। आयोजन समिति के दिनेश कुमार लाहोटी के अनुसार कथा शहर के सरदारशहर बाइपास स्थित श्री नंदीशाला में आयोजित की जा रही थी। यह कथा 11 से 17 अप्रैल तक दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक आयोजित होने वाली थी।

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