छात्रा से छेड़छाड के मामले ग्रामीणों ने स्कूल को ताला:तीन घंटे तक प्रदर्शन किया, आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी की मांग की, स्कूल स्टाफ पर आरोपी बचाने का आरोप लगाया
छात्रा से छेड़छाड के मामले ग्रामीणों ने स्कूल को ताला:तीन घंटे तक प्रदर्शन किया, आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी की मांग की, स्कूल स्टाफ पर आरोपी बचाने का आरोप लगाया

झुंझुनूं : झुंझुनूं के झटावा खुर्द में सरकारी स्कूल की छात्रा से छेडछाड के मामले में आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज स्थानीय लोगों ने स्कूल ताला जड़ दिया। स्कूल के बाहर बैठकर जमकर नारेबाजी करने लगे। शिक्षा विभाग के अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची तो ग्रामीण उनसे भी उलझ पडे़। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि स्कूल का स्टाफ आरोपी शिक्षक को बचाने का प्रयास कर रहा है। घटना के दौरान पुलिस के आने से पहले ही आरोपी शिक्षक को मौके से भगा दिया था। कार्यवाही में लापरवाही बरती जा रही है।
उन्होंने बताया कि मामले में तीन दिन बाद तो एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
घटना से पीड़िता छात्रा ने प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को मामले से अवगत कराया था, लेकिन उन्हांने मामले को दबाने का प्रयास किया। आरोपी शिक्षक को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। हैड कांस्टेबल सुरेन्द्र कुमार बताया कि जांच चल रही है। जल्द ही आगे कार्रवाई की जाएगी।
3 घंटे की समझाइश के बाद माने
इस दौरान ग्रामीण करीब 3 घंटे के प्रदर्शन करते रहे। पुलिस और शिक्षा के विभाग के अधिकारियां की समझाईस से ताला खोलने पर राजी हुए। इस दौरान ग्रामीणां ने आरोपी शिक्षक को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने, प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल समेत स्कूल के पूरे स्टाफ को हटाने, बच्चां से सफाई कार्य नहीं करने की मांग रखी। 5 दिन अल्टीमेंट दिया। मौके पर पहुंचे शिक्षा विभाग के अधिकारियां ने ग्रामीणां की मांग को उच्च अधिकारियां से लेकर अवगत कराने का आश्वासन दिया। तब जाकर ग्रामीणां ने स्कूल का ताला खोला।
ये था मामला
गौरतलब है कि 16 जनवरी को अलसीसर ब्लॉक के झटावा खुर्द के शहीद भंवरलाल मीणा राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल के वरिष्ठ अध्यापक मनोज कुमार बेनीवाल ने 11वीं कक्षा की छात्रा के साथ छेडछाड व अश्लील हरकत की थी। घटना के दौरान कक्षा में केवल दो ही स्टूडेंट थे। कालांश खत्म होते ही लड़का वॉश रूम चला गया। छात्रा को अकेला देख अंग्रेजी के अध्यापक मनोज कुमार बेनीवाल ने छात्रा के साथ अश्लील हरकत व छेड़छाड़ की थी। दूसरे कालांश की अध्यापिका के आते ही छात्रा ने उन्हें आपबीती बताई। इसके बाद अध्यापक मनोज कुमार स्कूल से गायब हो गया। घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई थी। जिसके संयुक्त निदेशक बजरंगलाल ने अध्यापक मनोज कुमार को निलंबित कर दिया था।