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पैनिक बटन ने बढ़ाई रोड़वेज प्रशासन की परेशानी:यात्री बिना वजह के दबा रहे है बटन नहीं हो रही पहचान


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पैनिक बटन ने बढ़ाई रोड़वेज प्रशासन की परेशानी:यात्री बिना वजह के दबा रहे है बटन नहीं हो रही पहचान

पैनिक बटन ने बढ़ाई रोड़वेज प्रशासन की परेशानी:यात्री बिना वजह के दबा रहे है बटन नहीं हो रही पहचान

झुंझुनूं : रोडवेज बसों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए लगाया गया पैनिक बटन रोडवेज प्रशासन की परेशानी बढा रहा है। बस सफर करने वाले यात्री बिना किसी वजह के बटन को दबा रहे है। यात्री द्वारा पैनिक बटन दबाने के बाद कंट्रोल में संबंधित बस की सूचना तो पहुंच रही है, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते कंट्रोल रूम के अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर पा रहे कि किस सिट से यात्री ने पैनिक बटन दबाया हैं। इसके चलते संबंधित बस डिपो के प्रबंधन से लेकर बस ड्राइवर-कंडक्टर तक की भागदौड़ बढ़ जाती है।

रोडवेज बस में खासकर महिला यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह बटन लगाए गए थे। ताकि यात्रा के दौरान किसी कारणवश महिला यात्री असुरक्षित महसूस करती है तो वह पैनिक बटन दबाकर मदद मांग सकती है। लेकिन पैनिक बटन सुविधा को अच्छी तरह से लागू नहीं किया है।

जिसे पैनिक बटन दबाने वाले यात्रियों की पहचान नहीं हो पा रही है। झूंझुनूं रोड़वेज बस स्टैड से होकर संचालित होने वाली रोडवेज की बसों के एक दर्जन से ज्यादा बस ड्राइवर व परिचालक से पैनिक बटन की सुविधा के संबंध में जाना तो हकीकत सामने आई। चालक-परिचालकों ने कहा व्यवस्था की खामियों के चलते कंट्रोल रूम पैनिक बटन दबाने वाले यात्री की पहचान तक नहीं कर पा रहा है। इसकी वजह से आए दिन यात्री बिना किसी परेशानी के ही पैनिक बटन दबाते है।

इसकी पुष्टि के लिए प्रबंधन द्वारा चलती बस में ड्राइवर से फोन पर बातचीत की जाती है। इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ रही है। रोडवेज प्रबंधन की सूचना के अनुसार रोडवेज बसों में लगाए गए पैनिक बटन को जयपुर मुख्यालय के कंट्रोल रूम से अटैच किया गया है, लेकिन संबंधित बस में लगाए गए प्रत्येक पैनिक बटन के क्रमांक के साथ सीट नंबर अटैच नहीं किए गए हैं। इसके चलते यात्रियों द्वारा पैनिक बटन दबाने के बाद कंट्रोल रूम में ऐसे यात्री की पुष्टि नहीं हो पा रही है। ऐसी स्थिति में कंट्रोल रूम द्वारा संबंधित आगार प्रबंधन के ट्रैफिक मैनेजर व प्रबंध संचालक से इसकी पुष्टि का प्रयास किया जाता है। इसके बावजूद पैनिक बटन दबाने वाले यात्री की पुष्टि नहीं हो पाती है।

ये है पैनिक बटन लगाने का मकसद

लाल रंग का ये पैनिक बटन प्रत्येक सीट के ठीक पीछे दिया गया है। खतरा होने पर महिला या कोई अन्य व्यक्ति इस बटन को दबा सकता है। बटन, व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा हुआ है। इसे दबाते ही रोडवेज बस के डिपो मैनेजर व कंट्रोल रूम को एक मैसेज जाएगा। उसमें गाड़ी नंबर, लोकेशन और पैनिक बटन दबाने का टाइम अपडेट रहेगा। उसके आधार पर नजदीकी डिपो मैनेजर को पैनिक बटन से प्राप्त सूचना पहुंचेगी। सूचना पुष्ट हुई तो फ्लाइंग स्कवॉड बस तक पहुंच कर यात्रियों की समस्या का समाधान किया जा सकेगा।

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