गुढ़ागौड़जी : हुकमपुरा गांव की श्मशान भूमि में शुक्रवार को लीज के लिए रास्ता खोलने की सूचना पर कई ग्रामीण एकत्रित हो गए। उन्होंने वहां विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने प्रभारी मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।
ग्रामीणों के अनुसार हुकमपुरा गांव की सीमा पर काफी समय से एक चेजा पत्थर की लीज बंद पड़ी थी। उसे अब शुरू किया गया है। लीज में ब्लास्टिंग शुरू कर दी। जिससे लोगों के खेतों में पत्थर आने लग गए। पास ही सैंकड़ों साल पुराने मंदिर में भी दरारें आ गई। इसके विरोध में ग्रामीणों ने लीज की शिकायत खनिज विभाग और प्रशासन से की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर ग्रामीणों ने गौचर भूमि से और श्मशान भूमि से बनाए रास्ते को बंद कर दिया। इसके बाद लीज धारक ने गुढा प्रशासन से शिकायत कर रास्ता खुलवाने की मांग की। प्रशासन ने लीज धारक की शिकायत पर रास्ता खोलने की कार्रवाई की तैयारी कर ली थी। शुक्रवार को गुढा तहसीलदार मय जान्प्ता मौके पर पहुंचने वाले भी थे। लेकिन इसकी सूचना ग्रामीणों को मिल गई। प्रदर्शन में राकेश जाखड़, केशराम जाखड़, नाहर सिंह महला, मनीराम कुमावत, गिरवर कुमावत, महेंद्र बिजारणियां, नंदलाल कुमावत, मुकेश कुमावत, सुरेश बिजारणियां, श्याम सिंह शेखावत, कुरड़ाराम कुमावत, सुभाष सोहु, मूलचन्द शर्मा, देवेंद्र बिजारणियां आदि मौजूद थे।
प्रशासन आम रास्ता बता कर खोल रहा है लीज के लिए रास्ता
बामलास पूर्व सरपंच दारासिंह जाखड़ ने आरोप लगाया कि प्रशासन गौचर भूमि में अस्थाई रूप से बने रास्ते को आम रास्ता बता कर लीज धारकों के लिए खोल रहा है। जिस रास्ते को प्रशासन आम रास्ता बता रहा है, उस रास्ते पर किसी का भी घर नहीं है। वहां पर हुकमपुरा गांव के लोगों के श्मशान है और भोमिया जी का मंदिर है। लीज धारक की शिकायत पर रास्ता खोला जा रहा है। जबकि यह रास्ता लीज के लागू नहीं है और न लीज धारक यहां का निवासी है।