पुलिस और ग्रामीण आपस में भिड़े:पुलिस का आरोप ग्रामीणों ने किया हमला, आरोपी को छुड़वाया, ग्रामीण बोले पुलिस ने तेज स्पीड में गाड़ी को रिवर्स दौड़ाया, 3 ग्रामीणों को मारी
पुलिस और ग्रामीण आपस में भिड़े:पुलिस का आरोप ग्रामीणों ने किया हमला, आरोपी को छुड़वाया, ग्रामीण बोले पुलिस ने तेज स्पीड में गाड़ी को रिवर्स दौड़ाया, 3 ग्रामीणों को मारी

सूरजगढ़ : सूरजगढ़ थाने के परसा का बास तन भुड़नपुरा में रविवार की रात ग्रामीण और पुलिसकर्मी भिड़ गए। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिसकर्मी तेज स्पीड में गाड़ी को रिवर्स दौड़ाया, जिससे तीन ग्रामीण चपेट में आ गए। वहीं पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला किया। अवैध शराब के आरोपी को छुड़वाया और पुलिस की जीप में तोड़ फोड़ कर दी। घटना रात साढ़े आठ नो बजे की है। पुलिस ने देर रात एक बजे केस दर्ज किया। थाने की गाड़ी में तोड़फोड़ की और राजकार्य में बाधा पहुंचाई। थानाधिकारी ने बताया कि सूचना पर पुलिस परसा का बास में हवासिंह मेघवाल के घर पर दबिश दी थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह अवैध रूप से शराब बेच रहा है। मौके पर शराब बेचता हुआ मिल गया। पुलिस ने शराब जब्त की, आरोपी को पकड़ लिया। मौके पर लोग एकत्रित हुए और पुलिस से मारपीट की और आरोपी को छुड़वा दिया। ग्रामीणों के अनुसार रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे सूरजगढ़ थाने के तीन पुलिसकर्मी परसा का बास में हवासिंह पुत्र खेताराम मेघवाल के घर पहुंचे और उसके जोर जोर से उसके घर का दरवाजा खटखटाने लगे।तब आवाज सुनकर हवासिंह की पत्नी व बेटी बाहर आए। पुलिसकर्मियों ने उनसे हवासिंह को घर से बाहर निकालने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि हवासिंह घर पर नहीं है। इस बात पर वे उसकी पत्नी व बेटी को गाड़ी में डालने लगे। शोर शराबा सुनकर ग्रामीण एकत्रित हो गए। उन्हें गाडी नहीं बैठाने दिया। आगे रास्ता बंद होने पर जीप को तेज स्पीड में पीछे लेकर आए। घुमाव में खड़े हवासिंह के छोटे भाई सुमेर, संदीप काजला व बुला नायक को चपेट में ले लिया।
गाड़ी में तोड़फोड़ की, जानलेवा हमला किया
थानाधिकारी सुखदेव सिंह ने बताया कि रविवार की रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि परसा का बास में हवासिंह मेघवाल अवैध रूप से शराब बेच रहा है। इस पर थाने के हैडकांस्टेबल धर्मवीरसिंह, कांस्टेबल धर्मेंद्र, विजेंद्र व चालक घनश्याम पुलिस जीप लेकर मौके पर पहुंचे और हवासिंह को अवैध शराब सहित पकड़ लिया। तब उसकी पत्नी व बेटी आदि आ गए और चिल्लाने लगे। उनका शोर शराबा सुनकर हवासिंह का भाई सुमेर सहित दो दर्जन से अधिक ग्रामीण एकत्रित हो गए और पुलिस पर जानलेवा हमला कर आरोपी हवासिंह को छुड़वा लिया। इस दौरान पुलिस जीप के शीशे तोड़ दिए। बाद में जैसे-तैसे कर वहां से बचकर निकले। इस संबंध में हैडकांस्टेबल धर्मवीरसिंह की रिपोर्ट पर हवासिंह व सुमेरसिंह सहित 20-25 अन्य के खिलाफ सरकारी गाड़ी में तोड़फोड़ करने, जानलेवा हमला करने व राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।
अस्पताल में भर्ती तीनों ग्रामीणों को उठा ले गई पुलिस
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस जीप की चपेट में आने से जख्मी हुए तीनों युवकों को अस्पताल में भर्ती कराया था। देर रात पुलिस वहां पहुंची और तीनों को उठाकर ले गई। ग्रामीणों का कहना है कि तीनों घायलों के रात 10 बजे तक फोन चालू थे। उसके बाद से बंद आ रहे हैं। इसके बाद गांव से संदीप व विक्रम अस्पताल में गए। कुछ देर बाद उनके फोन भी बंद हो गए। ग्रामीणों का आरोप है कि पांचों को पुलिस उठाकर ले गई। थानाधिकारी सुखदेव सिंह ने बताया की पुलिस अभी तक किसी को भी हिरासत में नहीं लिया है। आसपास के इलाकों में आरोपियों की तलाश की जा रही है। किसी के कोई ज्यादा चोट नहीं आई है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस ने किसी कोई अस्पताल नहीं उठाया है।