सीकर में 26 को किसान-मजदूर निकालेंगे चेतावनी रैली:घर-घर जाकर कर रहे जनसंपर्क, सरकार की नीतियों का विरोध करेंगे
सीकर में 26 को किसान-मजदूर निकालेंगे चेतावनी रैली:घर-घर जाकर कर रहे जनसंपर्क, सरकार की नीतियों का विरोध करेंगे

सीकर : संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) सीकर की ओर से 26 नवंबर को सीकर में किसानों-मजदूरों द्वारा चेतावनी रैली निकाली जाएगी। मजदूर व किसान यह रैली अपनी लंबित पड़ी मांगों को लेकर सरकार को चेताने के लिए निकलेंगे। जिसे लेकर आज अनेक संगठनों की बैठक ढाका भवन में हुई।
कोर कमेटी के सदस्य एवं श्रमिक संगठन सीटू के महामंत्री बृजसुन्दर जांगिड़ ने बताया- संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) से जुड़े प्रमुख संगठनों द्वारा यह रैली निकाली जाएगी। इसके लिए एसकेएम के पदाधिकारी और कार्यकर्ता 7 नवंबर से ही घर-घर जाकर किसानों, मजदूरों व ग्रामीणों से संपर्क कर रहे हैं और 26 नवम्बर को अधिक से अधिक संख्या में सीकर जिला मुख्यालय पर पहुंचने की अपील कर रहे हैं।

कानून बनाने की मांग
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के सीकर जिला अध्यक्ष दिनेश सिंह जाखड़ ने बताया- संयुक्त किसान मोर्चा ने एनडीए-3 सरकार को राष्ट्रीय किसान आयोग व भारत रत्न डॉ. एमएस स्वामीनाथन की सिफारिश व फॉर्मूले सी-2 प्लस 50 प्रतिशत के अनुसार एमएसपी घोषित करने तथा घोषित एमएसपी पर सभी कृषि जिन्सों की उपजों की खरीद की गारंटी का कानून बनाने की मांग कर रहे हैं।
साथ ही देश के मजदूरों के लिए शोषणकारी साबित हो रहे केन्द्र सरकार के 4 लेबर कोड बिलों को निरस्त करवाने, मनरेगा को कृषि व खेत से जोड़ने, किसानों की आत्महत्या रोकने तथा ऋण ग्रस्तता से किसानों की मुक्ति के लिए व्यापक एवं सर्व समावेशी ऋण मुक्ति योजना लागू करने, बिजली विधेयक 2020 को वापस लेने, प्रत्येक उपभोक्ता को 300 यूनिट फ्री बिजली प्रदान करने, बिजली का निजीकरण बंद करवाने सहित अनेक मांगों के लिए रैली निकाल रहे हैं।
किसानों के खिलाफ मुकदमों को वापस लिया जाए
जाखड़ ने बताया- किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमों व लंबित मामलों को वापस लिए जाने, शहीद किसानों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने और शहीद किसान स्मारकों के निर्माण करवाने आदि प्रमुख मांगों का ज्ञापन राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री काे भिजवाया जाएगा।
मीटिंग में किसान सभा के सचिव सागर खाचरिया, भवन निर्माण श्रमिक यूनियन (सीटू) के सुरेन्द्र आंतरी, खेत मजदूर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बगड़िया, छात्र संगठन एसएफआई के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष जाखड़, सुरेश थालौड़, जय किसान आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश यादव, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रदेश उपाध्यक्ष सदर मो. कासिम खिलजी सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।