[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

ऑनलाइन लेनदेन से पकड़ में आया सरदारशहर डीएसपी वसूली प्रकरण:पीड़ित ने दिखाए सबूत, आरोप- डीएसपी को 1 लाख कैश दिए; बाकी फोन-पे से चुकाए, बीजेपी पार्षद के जरिए हुई डील


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चूरूटॉप न्यूज़देशराजस्थानसरदारशहर

ऑनलाइन लेनदेन से पकड़ में आया सरदारशहर डीएसपी वसूली प्रकरण:पीड़ित ने दिखाए सबूत, आरोप- डीएसपी को 1 लाख कैश दिए; बाकी फोन-पे से चुकाए, बीजेपी पार्षद के जरिए हुई डील

ऑनलाइन लेनदेन से पकड़ में आया सरदारशहर डीएसपी वसूली प्रकरण:पीड़ित ने दिखाए सबूत, आरोप- डीएसपी को 1 लाख कैश दिए; बाकी फोन-पे से चुकाए, बीजेपी पार्षद के जरिए हुई डील

सरदारशहर : चूरू के सरदारशहर थाने में हरियाणा से आए युवकों को टोल विवाद में छोड़ने की एवज में डीएसपी द्वारा 6 लाख रुपए वसूली का मामला तूल पकड़ रहा है। पीड़ितों ने सबूत दिखाए हैं कि किस तरह सरदार शहर डीएसपी ने 6 लाख रुपए मांगे। फिर बीजेपी पार्षद के जरिए ऑनलाइन लेनदेन किया गया। इस मामले की जांच कर रहे राजगढ़ डीएसपी प्रशांत किरण ने भी डीएसपी अनिल की भूमिका को संदिग्ध माना है। जांच रिपोर्ट में बताया है कि पीड़ितों से वसूली की गई है। रिपोर्ट के आधार पर डीजीपी ने आरोपी डीएसपी अनिल माहेश्वरी को एपीओ कर दिया है। पड़ताल में सामने आया कि लेनदेन का यह पूरा खेल रात 11 से 12 बजे पीड़ितों के अलग-अलग खातों से हुआ। पढ़िए ये रिपोर्ट

सरदार शहर डीएसपी अनिल कुमार माहेश्वरी को एपीओ किया गया है।
सरदार शहर डीएसपी अनिल कुमार माहेश्वरी को एपीओ किया गया है।

क्या विवाद था? मामला दर्ज करने की धमकी देकर सरदार शहर थाने में पांच घंटे तक हरियाणा के युवकों को बंधक बनाये रखने व उनसे छह लाख रूपए लेने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए डीजीपी यूआर साहू ने सरदार शहर डीएसपी अनिल कुमार माहेश्वरी को एपीओ कर दिया है। डीएसपी इस दौरान अपनी उपस्थित जयपुर मुख्यालय देंगे। इस मामले में धनोरा रेवाड़ी हरियाणा निवासी अमन जाट ने चूरू एसपी एसपी जय यादव को दी।

पीड़ित धनोरा रेवाड़ी हरियाणा निवासी अमन जाट ने चूरू एसपी को शिकायत दर्ज कराई थी।
पीड़ित धनोरा रेवाड़ी हरियाणा निवासी अमन जाट ने चूरू एसपी को शिकायत दर्ज कराई थी।

लखासर टोल पर गाड़ियों पर बरसाए पत्थर पीड़ित अमन जाट ने डीबी डिजिटल रिपोर्टर को बताया कि वह 16 सितंबर को बीकानेर के गांव गुसाईंसर में अपने दोस्त गोरधन के घर पर हनुमानजी के रोट में शामिल होने जा रहे थे। हम अपनी गाड़ी में टिडीयासर टोल पर पहुंचे। जहां हमारी पांच गाड़ियों में से चार पर फास्ट टैग लगा था। एक पर फास्ट टैग नहीं था। इस पर टोल वाले ने एक गाड़ी का डबल टोल मांगा। जिस पर हम अपनी पांचों गाड़ियों को लेकर लखासर वाले टोल पर गए। जहां हमारी गाड़ियों पर पत्थर मारे गए, जिससे गाड़ियों के शीशे टूट गए।

एक-एक आदमी को किया नंगा डर के कारण हम गाड़ियों को मोड़कर कालू गांव की तरफ चले गए। जहां पुलिस की गाड़ियों ने हमारी गाड़ियों को रूकवा लिया। हमारी गाड़ियों की तलाशी ली गई। इस दौरान हमारे पास कुछ नहीं मिला। तभी डीएसपी अनिल माहेश्वरी व एएसआई रामनिवास हमें गाड़ियों सहित थाने लेकर आ गए। जहां डीएसपी अनिल ने हम सभी को धमकाया, कमरे में बंद कर दिया। एक-एक आदमी को पीछे ले गए, जहां हमारे कपड़े उतरवाकर नंगा कर दिया और मामला दर्ज करने की धमकी दी।

बीजेपी पार्षद मदनलाल ओझा का नाम इस मामले में सामने आया है।
बीजेपी पार्षद मदनलाल ओझा का नाम इस मामले में सामने आया है।

थाने में ही मिला मदनलाल पीड़ित अमन जाट ने बताया कि इसी दौरान हमें थाने में एक व्यक्ति मिला। जिसने अपना नाम मदनलाल बताया। तब मदनलाल ने कहा कि डीएसपी मेरा जानकार है, मैं तुम्हे छुड़वा दूंगा। इसके कुछ देर बाद मदनलाल मुझे बुलाकर डीएसपी के पास ले गया। जहां डीएसपी ने मुझ से साढ़े सात लाख रुपए मांगे। मैंने एक लाख रुपए नकद मदनलाल के सामने डीएसपी अनिल माहेश्वरी को दिए। तभी डीएसपी ने कहा कि बकाया रुपए मदनलाल आपको जो खाता नंबर बताए उसमें फोन-पे करवा दो। इसके बाद तुम्हे छोड़ दिया जाएगा।

पीड़ित ने फोन-पे से ट्रांसफर की गई राशि के स्क्रीन शॉट शेयर किए हैं।
पीड़ित ने फोन-पे से ट्रांसफर की गई राशि के स्क्रीन शॉट शेयर किए हैं।

फोन-पे के जरिए की गई पूरी वसूली का गणित हरियाणा धनोरा निवासी अमन जाट ने एसपी जय यादव को की गई शिकायत में पूरी वसूली के सबूत भी भेजे हैं। मामले को रफा-दफा करने की एवज में पूरी वसूली ऑनलाइन की गई। – अमन जाट के मुताबिक एक लाख रुपए उसने डीएसपी को कैश दिए। – दो लाख रुपए अमन ने अपने खाते से, एक लाख रुपए अपने दोस्त अरविंद के खाते से, 49 हजार रुपए प्रवीण यादव के खाते से, 50 हजार रुपए गोरधन के खाते से और एक लाख रुपए अमन के भतीजे के दोस्तों के फोन-पे से कुल 8 ट्रांजेक्शन में 4 लाख 99 हजार रुपए ट्रांसफर कराए गए। -50 हजार रुपए मदनलाल ओझा के खाते में और बाकी 4 लाख 49 हजार रुपए मदनलाल के जानकार सुरेंद्र कुमार सैनी के खाते में फोन-पे से ट्रांसफर किए। -सभी ट्रांजेक्शनन रात करीब 11 से 12 बजे के बीच किए गए हैं।

फोन-पे से सुरेंद्र कुमार के खाते में राशि ट्रांसफर की गई।
फोन-पे से सुरेंद्र कुमार के खाते में राशि ट्रांसफर की गई।

जांच अधिकारी बोले- डीएसपी की भूमिका संदिग्ध शिकायत मिलने पर चूरू एसपी जय यादव ने राजगढ़ डीएसपी प्रशांत किरण से मामले की जांच कराई। प्रशांत किरण की जांच में सामने आया कि डीएसपी अनिल माहेश्वरी ने सरदार शहर के किसी भाजपा पार्षद के मार्फत उक्त लोगों को छोड़ने की एवज में करीब छह से सात लाख रुपए की मांग की थी। जिस पर करीब पांच लाख रुपए ऑनलाइन और एक लाख रुपए नकद पेमेंट भी कर दिया गया। प्रशांत किरण को अपनी जांच में डीएसपी की भूमिका संदिग्ध लगी है। मामले की पूरी जांच कर अंतरिम रिपोर्ट एसपी जय यादव को भेज दी गई है।

मदनलाल के कहने पर सुरेंद्र के खातों में फोन-पे से राशि भेजी गई।
मदनलाल के कहने पर सुरेंद्र के खातों में फोन-पे से राशि भेजी गई।

एसपी जय यादव ने बताया कि आईपीएस प्रशांत किरण की ओर से मिली रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय भेज दी गई थी। जिस पर डीजीपी की ओर से डीएसपी अनिल माहेश्वरी को एपीओ कर दिया गया है। एपीओ काल के दौरान वे पुलिस मुख्यालय, जयपुर अपनी उपस्थिति देंगे।

युवकों से लेनदेन के मामले में नाम आने पर मदनलाल ने इस्तीफा दिया।
युवकों से लेनदेन के मामले में नाम आने पर मदनलाल ने इस्तीफा दिया।

मदन ने भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष से दिया इस्तीफा हरियाणा के युवकों से रुपए के लेनदेन का मामला सामने आने के बाद सरदार शहर के भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष मदनलाल ओझा ने भाजपा जिलाध्यक्ष बसंत शर्मा को पत्र लिखा है। जिसमें बताया कि जिस मामले में मेरा नाम सामने आया है। उस प्रकरण की जांच पूरी नहीं होने तक मैं पार्टी के किसी भी दायित्व पद पर नहीं रहना चाहता हूं। इसलिए मैं सरदार शहर भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष पद से त्याग पत्र दे रहा हूं।

डीएसपी की भूमिका संदिग्ध नजर आई एएसपी लोकेंद्र दादरवाल ने बताया कि एसपी को हरियाणा के युवकों को संदेह के आधार पर सरदार शहर थाने में लाने और रुपए वसूलने की शिकायत मिली थी। जिसकी जांच आईपीएस प्रशांत किरण से करवाई, जिसमें सरदार शहर डीएसपी की भूमिका संदिग्ध नजर आई। इसकी रिपोर्ट एसपी ने डीजीपी को भेज दी थी। इसके बाद डीजीपी ने डीएसपी सरदार शहर को एपीओ कर दिया है।

वहीं, सरदार शहर डीएसपी अनिल माहेश्वरी ने कहा कि रुपए लेने के लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। इस तरह तो कोई भी आरोप लगा सकता है। मामले की जांच होने के बाद पूरा सच्च सामने आ जाएगा।

Related Articles