चूरू : डीजीपी ने बुधवार शाम सरदार शहर डीएसपी अनिल माहेश्वरी को एपीओ कर दिया है। हरियाणा से बीकानेर जा रहे लोगों को सरदार शहर में रोककर पूछताछ करने और छोड़ने की एवज में छह से सात लाख रुपए मांगने के मामले में संलिप्त पाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है।
मामले की जांच कर रहे आईपीएस प्रशांत किरण ने बताया कि हरियाणा के रेवाड़ी निवासी अमन जाट ने शिकायत में बताया कि 16 सितंबर की रात हरियाणा के रेवाड़ी से दो दर्जन से अधिक लोग पांच-छह गाड़ियों में सवार होकर बीकानेर किसी धार्मिल कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। सरदार शहर सीमा में प्रवेश करने पर डीएसपी अनिल माहेश्वरी गश्त पर थे। उन्होंने सभी गाड़ियों में सवार लोगों को रोक लिया। मौके पर पूछताछ के बाद सभी लोगों को सरदार शहर थाने लेकर आ गए। जहां उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान ऐसा कुछ नहीं लगा कि हरियाणा के लोग संदिग्ध हैं।
आईपीएस प्रशांत किरण ने बताया कि शिकायत में सामने आया कि डीएसपी अनिल माहेश्वरी ने सरदार शहर के किसी भाजपा पार्षद के मार्फत उक्त लोगों को छोड़ने की एवज में करीब छह से सात लाख रुपए की मांग की। जिस पर करीब पांच लाख रुपए ऑनलाइन और एक लाख रुपए नकद पेमेंट भी कर दिया गया। मगर इसके बाद हरियाणा के लोगों ने इसकी शिकायत जयपुर सीएमओ में की। जहां से चूरू एसपी को मामले की जांच के आदेश मिले। मामले की जांच कर रहे आईपीएस प्रशांत किरण को डीएसपी की भूमिका संदिग्ध लगी है। मामले की पूरी जांच कर अंतरिम रिपोर्ट एसपी जय यादव को भेज दी गई है।
एसपी जय यादव ने बताया कि आईपीएस प्रशांत किरण की ओर से मिली रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय भेज दी गई थी। जिस पर डीजीपी की ओर से डीएसपी अनिल माहेश्वरी को एपीओ कर दिया गया है। एपीओ काल के दौरान वे पुलिस मुख्यालय अपनी उपस्थिति देंगे।
सांसद राहुल कस्वां ने भी उठाया था सवाल
इस मामले में सांसद राहुल कस्वां ने बुधवार दोपहर ट्वीट किया था। उन्होंने इस मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। सांसद कस्वां ने भी मामले में कार्रवाई की मांग की थी।