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झुंझुनूं के जवान को बेटे का आखिरी सैल्यूट, मुखाग्नि दी:बेटी बोली- मैं पापा का सपना जरूर पूरा करूंगी; अंतिम दर्शन कर बिलख पड़ी पत्नी


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झुंझुनूं के जवान को बेटे का आखिरी सैल्यूट, मुखाग्नि दी:बेटी बोली- मैं पापा का सपना जरूर पूरा करूंगी; अंतिम दर्शन कर बिलख पड़ी पत्नी

झुंझुनूं के जवान को बेटे का आखिरी सैल्यूट, मुखाग्नि दी:बेटी बोली- मैं पापा का सपना जरूर पूरा करूंगी; अंतिम दर्शन कर बिलख पड़ी पत्नी

सुल्ताना : सिक्किम में चीन बॉर्डर पर झुंझुनूं के रहने वाले जवान का निधन हो गया था। रक्षा सेवा कोर (डीएससी) में हवलदार जितेंद्र सिंह शेखावत (48) का रविवार शाम सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। करीब 4 बजे भाई रविंद्र सिंह और बेटे हर्षवर्धन (17) ने मुखाग्नि दी। इस दौरान वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे गूंजते रहे।

जवान जितेंद्रसिंह शेखावत

इससे पहले, बेटे हर्षवर्धन और बेटी अंकिता (19) ने पिता की पार्थिव देह को अंतिम बार सैल्यूट किया। तिरंगा यात्रा के साथ जितेंद्र सिंह की पार्थिव देह रविवार दोपहर करीब 2:30 बजे पैतृक गांव सुलताना लाई गई थी। घर में पत्नी मनोज कंवर और मां आनंद कंवर ने जितेंद्र सिंह की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन किए। इस दौरान दोनों बिलख पड़ीं।

जितेंद्र सिंह के भाई रविंद्र सिंह ने बताया- पार्थिव देह 14 सितंबर की रात 11 बजे आगरा (यूपी) पहुंची थी। जहां से सड़क मार्ग से रविवार सुबह 4 बजे जयपुर लाई गई। वहां से सुबह 10:30 बजे पार्थिव देह झुंझुनूं लाई गई।

रविंद्र सिंह ने बताया- जितेंद्र 25 अगस्त को छुट्‌टी से ड्यूटी पर सिक्किम लौटा था। अब उनकी पार्थिव देह ही लौट रही है। उन्होंने बताया- 12 सितंबर की सुबह 7 बजे सिक्किम में चाइना बॉर्डर पर स्थित युमथांग पोस्ट से सैन्य वाहन में रवाना होते समय जितेंद्र की तबीयत बिगड़ी थी। उन्हें नजदीकी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। युमथांग पोस्ट हाई एल्टीट्यूड एरिया में आती है। जहां ऑक्सीजन लेवल बहुत कम होता है।

घर पर जितेंद्र सिंह की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के दौरान उनकी पत्नी मनोज कंवर फूट-फूटकर रोने लगीं। उनके भाई ने उन्हें संभाला।
घर पर जितेंद्र सिंह की पार्थिव देह के अंतिम दर्शन के दौरान उनकी पत्नी मनोज कंवर फूट-फूटकर रोने लगीं। उनके भाई ने उन्हें संभाला।
पिता की पार्थिव देह के साथ ट्रक में सवार होती अंकिता।
पिता की पार्थिव देह के साथ ट्रक में सवार होती अंकिता।

एक भाई सेना से रिटायर्ड जितेंद्र के परिवार में मां आनंद कंवर गांव स्थित मकान में ही रहती हैं। बड़े भाई रूपेंद्र सिंह मर्चेंट नेवी से रिटायर्ड हैं। वे अब परिवार के साथ जयपुर में रहते हैं। छोटा भाई रविंद्र सिंह राजपूत रेजिमेंट से रिटायर्ड हैं। सबसे छोटा भाई मनिंद्र सिंह गांव में ही रहता है। बहनोई मोहन सिंह और भांजा बलवंत सिंह भी सेना में हैं।

चिड़ावा के सुलताना गांव में जवान जितेंद्र सिंह शेखावत के घर पर जुटे परिजन और ग्रामीण।
चिड़ावा के सुलताना गांव में जवान जितेंद्र सिंह शेखावत के घर पर जुटे परिजन और ग्रामीण।

123 टेरिटोरियल आर्मी में रह चुके जितेंद्र सिंह शेखावत ने सेना जॉइन करने के बाद 10 साल तक 123 टेरिटोरियल आर्मी में सेवाएं दी। वे लांस नायक तक प्रमोशन ले चुके थे। इसके बाद उन्होंने रक्षा सुरक्षा कोर (डीएससी) के लिए आवेदन किया, उनका सिलेक्शन हो गया था। रक्षा सुरक्षा कोर (डीएससी) में वे वर्तमान में हवलदार थे।

वे सिक्किम से पहले असम, जम्मू कश्मीर, दिल्ली और राजस्थान में तैनात रह चुके थे। बेटा हर्षवर्धन (17) और बेटी अंकिता (19) सीकर में कोचिंग कर रही है। ड्यूटी पर जाने से पहले जितेंद्र सिंह बड़े भाई से मिलने जयपुर गए थे। तब उन्होंने बताया था कि बेटे हर्षवर्धन का संभवतः एनडीए में सिलेक्शन हो जाएगा।

मेरे पापा ने देश के लिए बड़ा काम किया। मुझे गर्व है। मैं उन्हें हमेशा याद करूंगी। पापा चाहते थे कि भाई इंजीनियर बने और मैं डॉक्टर बनूं। मैं पापा का सपना जरूर पूरा करूंगी। ~ अंकिता हवलदार जितेंद्र सिंह की बेटी

सुलताना वीरों की भूमि है। शेखावाटी के जवानों ने देश के लिए सर्वाधिक कुर्बानियां दीं। इस कड़ी में जितेंद्र सिंह का नाम भी शामिल हो गया। परिवार को संबल मिले। हमें गर्व है कि हम शेखावाटी के लोग देश की रक्षा में अग्रिम पंक्ति में खड़े होते हैं। ~ राजेंद्र सिंह गुढ़ा, पूर्व मंत्री

हवलदार जितेंद्र सिंह के इस उम्र में चले जाने से आघात लगा है। तिरंगे में लिपटकर जाने वाले को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां हजारों लोग जुटे हुए हैं। उन्हें सैल्यूट करने के लिए यहां खड़े हैं। ~ बबलू चौधरी भाजपा नेता

खबर से जुड़ी फोटोज…

बेटे हर्षवर्धन ने पिता जितेंद्र सिंह को अंतिम बार सैल्यूट किया तो बेटी अंकिता ने भारत माता की जय के नारे लगाए।
बेटे हर्षवर्धन ने पिता जितेंद्र सिंह को अंतिम बार सैल्यूट किया तो बेटी अंकिता ने भारत माता की जय के नारे लगाए।
पिता जितेंद्र सिंह की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित करता बेटा हर्षवर्धन।
पिता जितेंद्र सिंह की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित करता बेटा हर्षवर्धन।
सुलताना गांव के श्मशान घाट में जितेंद्र सिंह के बड़े भाई और बच्चों हर्षवर्धन व अंकिता को तिरंगा सौंपते सेना के जवान।
सुलताना गांव के श्मशान घाट में जितेंद्र सिंह के बड़े भाई और बच्चों हर्षवर्धन व अंकिता को तिरंगा सौंपते सेना के जवान।
दोपहर 2:45 बजे पार्थिव देह को ट्रैक्टर में रखकर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट ले जाते परिवार के लोग और ग्रामीण।
दोपहर 2:45 बजे पार्थिव देह को ट्रैक्टर में रखकर अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट ले जाते परिवार के लोग और ग्रामीण।
बेटे के अंतिम दर्शन के दौरान जितेंद्र सिंह की मां आनंद कंवर बिलख पड़ी। परिवार के लोगों ने उन्हें संभाला।
बेटे के अंतिम दर्शन के दौरान जितेंद्र सिंह की मां आनंद कंवर बिलख पड़ी। परिवार के लोगों ने उन्हें संभाला।
सेना के साथी जवानों ने दोपहर 2:30 बजे पार्थिव देह को घर के सामने उतारा और सलामी दी। इस दौरान पूरे गांव में जितेंद्र सिंह जिंदाबाद के नारे गूंजते रहे।
सेना के साथी जवानों ने दोपहर 2:30 बजे पार्थिव देह को घर के सामने उतारा और सलामी दी। इस दौरान पूरे गांव में जितेंद्र सिंह जिंदाबाद के नारे गूंजते रहे।
जवान जितेंद्र सिंह शेखावत तिरंगा यात्रा में नारे लगाते लोग।
जवान जितेंद्र सिंह शेखावत तिरंगा यात्रा में नारे लगाते लोग।
जवान के निधन की सूचना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जवान के निधन की सूचना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जितेंद्र सिंह शेखावत मां और पत्नी, बेटे-बेटी के साथ की फोटो।
जितेंद्र सिंह शेखावत मां और पत्नी, बेटे-बेटी के साथ की फोटो।
सुलताना कस्बे में झुंझुनूं रोड पर बच्चे हाथों में तिरंगा झंडा लेकर भारत माता की जय के नारे लगाते नजर आए। कुछ देर में तिरंगा यात्रा यहां से गुजरेगी।

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