साइबर ठगों को बेचे 60 बैंक अकाउंट, 4 गिरफ्तार:करोड़ों रुपए का हुआ अवैध लेन-देन, किराए देकर होल्ड कर लेते अकाउंट
साइबर ठगों को बेचे 60 बैंक अकाउंट, 4 गिरफ्तार:करोड़ों रुपए का हुआ अवैध लेन-देन, किराए देकर होल्ड कर लेते अकाउंट

जयपुर : साइबर क्रिमिनलर्स को 60 बैंक अकाउंट बेचकर करोड़ों रुपए का अवैध लेन-देन मामले में मानसरोवर थाना पुलिस ने चार बदमाशों को अरेस्ट किया है। साइबर फ्रॉड के लिए धोखे में फांसकर शातिर किराए पर बैंक अकाउंट लेकर साइबर ठगों को उपलब्ध करवाते थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से बड़ी संख्या में एटीएम कार्ड, चेक बुक व कंपनियों की रबर मोहर व डॉक्युमेंट बरामद किए है।
DCP (साउथ) दिगंत आनंद ने बताया- मामले में मास्टर माइंड तुलसीराम शर्मा (27) निवासी आबू रोड सिरोही हाल गणेश कॉलोनी महेश नगर, प्रदीप शर्मा (29) निवासी आबू रोड सिरोही हाल गणेश कॉलोनी महेश नगर, अनिल खींचड (30) निवासी लाडनू नागौर हाल जमुना डेयरी नगर सोडाला और सचिन (22) निवासी ततारपुर अलवर हाल श्रीगणेश कॉलोनी महेश नगर को अरेस्ट किया है। साइबर क्रिमिनलर्स के चेनल को तोड़ने में हेड कॉन्स्टेबल भीम सिंह व कॉन्स्टेबल लाल सिंह की अहम भूमिका रही।
पुलिस ने चारों शातिरों का महेश नगर इलाके में दबिश देकर पकड़ा है। जिनके कब्जे से विभिन्न बैंकों के 65 एटीएम कार्ड, 36 चेक बुक और 6 कंपनियों की रबर मोहर व अन्य सामान बरामद किया गया है। करीब 60 बैंक अकाउंट साइबर क्रिमिनलर्स को सप्लाई करने की जानकारी सामने आया है। इन अकाउंट के जरिए करोड़ों रुपए का अवैध लेन-देन हुआ है। पूछताछ में आरोपियों ने धोखे से लोगों को जाल में फांसकर उनके डॉक्यूमेंट के आधार पर बैंक अकाउंट खुलवाना। उस बैंक अकाउंट की किट अपने पास रखकर किराए पर लेकर साइबर क्रिमिनलर्स को उपलब्ध करना स्वीकार किया।
ऐसे सामने आया मामला 11 सितम्बर को परिवादी ने दर्ज करवाया। तुलसीराम शर्मा व उसके दो पार्टनर ने मांग्यावास में ऑफिस किराए पर लिया था। उन्होंने कहा- तेरे को ऑफिस में बैठना है। किरायानाम तेरे नाम पर बनवा देते है। मकान मालिक शंकर लाल सैनी से उसके नाम पर ऑफिस का किराएनाम बनवा लिया। तुलसीराम ने ऑफिस को चतुर्वेदी ट्यूर एण्ड ट्रेवल्स एजेंसी नाम दिया था। तुलसीराम ने बताया कि अलग-अलग ट्रेवल्स एजेंसी से तेरे पास पैसा आएगा। जिसमें तेरे बैंक अकाउंट की जरुरत होगी। इन लोगों ने 4 अकाउंट खुलवाए उसकी ई-मेल आईडी व उधम प्रमाण-पत्र बनवाया। बैंक अकाउंट की पुरी बैक किट रखकर प्रति महीने 20 हजार रुपए देने की कहा। कुछ समय बाद ही बैंक ऑफ बड़ौदा से कॉल आया कि आपके अकाउंट में अधिक पैसा आ रहा है। इस पर शक हुआ कि ये लोग मेरे अकाउंट का मिस यूज कर रहे है। शिकायत दर्ज होने का पता चलने पर चारों आरोपी फरार हो गए।