जयपुर : रात के एक बज रहे हैं और एसएमएस मेडिकल कॉलेज के चार हॉस्टल अंधेरे में डूबे हैं। इनमें रहने वाले 2210 रेजिडेंट और 1250 अंडरग्रैजुएट सरकारी अव्यवस्थाओं से परेशान हैं। लगातार 34 घंटे से बिजली गुल है। यहां सोमवार शाम 4 बजे से बिजली गुल है। सुनने वाला कोई नहीं है। जार्ड के प्रेसिडेंट डॉ. मनोहर सियोल का कहना है कि सिविल लाइंस में कटौती होते ही 2 घंटे में दुरुस्त हो जाती। हम दूसरी रात भी सो नहीं पा रहे। हम ड्यूटी कैसे कर पाएंगे।
‘नहाना तो छोड़ो, खाने-पीने तक का पानी नहीं’
- डॉ. मुकेश पूनिया, डॉ. अभिषेक, डॉ. हिमांशु, डॉ. साकेत दाधीच ने बताया कि हॉस्टल में नहाने का तो छोड़ो, सुबह से पीने और खाना बनाने तक का पानी नहीं है। प्रोफेसर्स अपने क्लीनिकल और नॉन क्लीनिकल डिपार्टमेंट हैं, वह भी काम नहीं कर रहे हैं। लाइट न होने से सारे बंद हैं। मैस पर भी असर पड़ा है। हम अपनी ड्यूटी बिल्कुल सही कर रहे हैं।
- बिजली गुल होते ही बाबू आशीष सक्सेना और वार्डन धीरज को बता दिया था। तब दोनों ने आधे घंटे में बिजली आने की बात कही। फिर एक घंटे और बाद में 3 घंटे में आने को कहा। जब इसका कारण पूछा तो कहा बिजली केबल जल गई। जब दूसरे फेज से बिजली सप्लाई शुरू करने को कहा तो बोले- वहां भी फॉल्ट है। मंगलवार शाम 6 बजे प्रिंसिपल पहुंचे। बोले- मुझे क्याें नहीं बताया। 6 घंटे तक रुके भी लेकिन परेशानी का हल नहीं दे पाए।