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कलेक्ट्रेट पर पुलिस-प्रदर्शनकारियों में धक्का-मुक्की, सांसद का पुतला फूंका:ढालोप प्रकरण में राजपूत समाज का 5 घंटे प्रदर्शन, अधिकतर मांगों पर बनी सहमति के बाद धरना समाप्त


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कलेक्ट्रेट पर पुलिस-प्रदर्शनकारियों में धक्का-मुक्की, सांसद का पुतला फूंका:ढालोप प्रकरण में राजपूत समाज का 5 घंटे प्रदर्शन, अधिकतर मांगों पर बनी सहमति के बाद धरना समाप्त

कलेक्ट्रेट पर पुलिस-प्रदर्शनकारियों में धक्का-मुक्की, सांसद का पुतला फूंका:ढालोप प्रकरण में राजपूत समाज का 5 घंटे प्रदर्शन, अधिकतर मांगों पर बनी सहमति के बाद धरना समाप्त

पाली : पाली जिले के ढालोप गांव में 16 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर विवाद बढ़ गया है। प्रशासन की ओर से बिना नोटिस के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को राजपूत समाज संघर्ष समिति के बैनर तले राजपूत समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान बरसात शुरू हो गई लेकिन प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट के बाहर जमे रहे तो पुलिसकर्मी भी तुस्तैदी से सुरक्षा में तैनात रहे। दो-तीन बार प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेट हटाकर कलेक्ट्रेट में जाने का प्रयास किया। जिन्हें पुलिसकर्मियों ने रोका। बाद में मांगों को लेकर संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह को ज्ञापन सौंपा। अधिकतर मांगों के निस्तारण का आश्वासन मिलने के बाद शाम करीब पांच बजे धरना समाप्त कर दिया। करीब पांच घंटे तक राजपूत समाज का धरना-प्रदर्शन चला।

पाली कलेक्ट्रेट के बाहर जमा राजपूत समाज की भीड़।
पाली कलेक्ट्रेट के बाहर जमा राजपूत समाज की भीड़।
पाली कलेक्ट्रेट के बाहर धरना स्थल पर मौजूद राजपूत समाज के लोग।
पाली कलेक्ट्रेट के बाहर धरना स्थल पर मौजूद राजपूत समाज के लोग।

इससे पूर्व सुबह करीब 12 बजे इंद्रा कॉलोनी राजपूत समाज के छात्रावास के रूप में सभी रैली के रूप में रवाना हुए। रैली नहर पुलिया, सूरजपोल होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां राजपूत समाज के लोगों ने सांसद पीपी चौधरी का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान यहां आयोजित जन सभा को राजपूत समाज के वक्ताओं ने संबोधित किया।

इन मांगों पर बनी सहमति
पूर्व विधायक खुशवीर सिंह, किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष गिरधारी सिंह मंडली, गजेन्द्र सिंह कालवी, मारवाड़ राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमान सिंह व अन्य लोगों ने संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह को अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। प्रमुख मांगों में बताया कि प्रकरण के तहत जिन पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन भेजा गया, उन्हें फिर से बहाल कर फील्ड पोस्टिंग दी जाए। साथ ही दूसरे पक्ष पर भी मुकदमा दर्ज करने। जब्त वाहन और वैपन वापस देने। हिस्ट्रीशीट नहीं खोलने, सामने वाले पक्ष के लोगों के भी अतिक्रमण की जांच करवाकर उन्हें हटाने की मांग की। हालांकि मांगों पर सहमति बनने पर शाम करीब पांच बजे धरना समाप्त किया। इसके साथ ही जिला कलेक्टर को भी हटाने की मांग की और उचित कार्रवाई नहीं होने पर 24 सितम्बर को फिर से धरना देने की चेतावनी दी।

पाली कलेक्ट्रेट के बाहर सांसद पीपी चौधरी का पुतला जलाते हुए प्रदर्शनकारी।
पाली कलेक्ट्रेट के बाहर सांसद पीपी चौधरी का पुतला जलाते हुए प्रदर्शनकारी।
संभागीय आयुक्त प्रतिभासिंह को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपते हुए राजपूत समाज का प्रतिनिधि मंडल।
संभागीय आयुक्त प्रतिभासिंह को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपते हुए राजपूत समाज का प्रतिनिधि मंडल।

पुलिस और प्रदर्शनकारी हुए आमने-सामने
कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्तेजित प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्ती कलेक्ट्रेट में जाने का प्रयास किया। जिन्हें वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने रोका। यहां पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों में कई बार धक्का-मुक्की और झड़प हुई।

पाली कलेक्ट्रेट के बाहर तैनात पुलिस जाप्ता।
पाली कलेक्ट्रेट के बाहर तैनात पुलिस जाप्ता।
छात्रावास में पुलिस अधिकारी राजपूत समाज के लोगों को शांतिपूर्ण ढंग से रैली निकालने को लेकर समझाइश करते हुए।
छात्रावास में पुलिस अधिकारी राजपूत समाज के लोगों को शांतिपूर्ण ढंग से रैली निकालने को लेकर समझाइश करते हुए।

अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई दबाव में करने का आरोप

राजपूत समाज संघर्ष समिति के गजेन्द्र सिंह कालवी ने कहा- ढालोप गांव में प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई दबाव में आकर की। उन्होंने बिना किसी तरह का नोटिस दिए कार्रवाई की जो गलत है। इससे पूरे राजपूत समाज में रोष है। उन्होंने कहा कि जिस भूखंड का विवाद है, वह भूखंड खरीदशुदा है। उस विवाद को लेकर जो मारपीट हुई उसमें दोषियों को पुलिस पकड़कर कानून के जरिए सजा दिलाएं हमें कोई ऐतराज नहीं, लेकिन कुछ नेताओं के दबाव में आकर जो चारदीवारी तोड़ने की कार्रवाई बिना किसी तरह का नोटिस दिए की गई, जिसका हम विरोध करते है।

तख्तियां लेकर खड़े राजपूत समाज के युवा।
तख्तियां लेकर खड़े राजपूत समाज के युवा।

भूखंड विवाद का ऐसे चला घटनाक्रम

  • 16 जुलाई 2024 को देसूरी थाना क्षेत्र के ढालोप गांव में प्लॉट के विवाद में हेमाराम चौधरी और उसके परिवार पर पुष्पेंद्र सिंह सहित अन्य लोगों ने हमला किया। हमले में हेमाराम गंभीर घायल हो गया था। जिन्हें जोधपुर रेफर किया गया था।
  • 24 जुलाई 2024 को घटना के विरोध में सीरवी समाज के लोग रैली के रूप में SP ऑफिस पहुंचे थे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी।
  • 29 अगस्त 2024 : घटना के 45 दिन बाद भी आरोपियों के गिरफ्तार नहीं किए जाने के विरोध में सीरवी समाज के लोग रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे और उग्र प्रदर्शन किया। देसूरी थाने के तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने, आरोपियों के अतिक्रमण की जांच कर उन्हें हटाने और उनकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम जोधपुर के बुलाने के आश्वासन के बाद सीरवी समाज ने धरना समाप्त किया था।
  • 30 अगस्त 2024 : ढालोप ग्राम पंचायत के पदमपुरा गांव में प्रशासन की टीम ने कार्रवाई कर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण चिह्नित कर उसे हटाने की कार्रवाई की थी।
  • 4 सितम्बर 2024 : दबाव में आकर प्रशासन द्वारा चारदीवारी तोड़ने की कार्रवाई की जाने की बात कहते हुए राजपूत समाज के लोग पाली में एकत्रित हुए। जो अपनी मांगों को लेकर संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपने पहुंचे है।
प्रदर्शन के दौरान सांसद पीपी चौधरी का पुतला फूंका गया।
प्रदर्शन के दौरान सांसद पीपी चौधरी का पुतला फूंका गया।

ये हैं विवाद
असल में देसूरी के निकट ढालोप गांव में 20 गुणा 40 फीट का एक प्लॉट पर कब्जे को लेकर दो पक्षों में विवाद है। यह प्लॉट गांव के बस स्टैंड पर है तो उसकी कीमत लाखों रुपए में है। वर्ष 1999 से हेमाराम सीरवी पुत्र चुन्नीलाल सीरवी के नाम से प्लॉट का पट्टा है, जबकि हेमाराम के रिश्तेदार दूदाराम सीरवी के पुत्रों का दावा है कि उनके पिता का यह शामलाती प्लॉट है। दूदाराम के पुत्रों ने जून माह में पदमपुरा गांव के पुष्पेंद्र सिंह राजपूत के नाम प्लॉट बेचने का एग्रीमेंट किया। 16 जुलाई को हेमाराम अपनी मां, रिश्तेदार श्रवण व परिवार के लोगों के साथ प्लॉट पर निर्माण करा रहा था। इस दौरान बिना नंबरी कार में आए पुष्पेंद्र सिंह, जयवर्धन सिंह समेत अन्य लोगों ने निर्माण का काम कर रहे परिवार पर लाठियों-सरियों से हमला कर दिया। हमले में हेमाराम, उसकी मां घीसी देवी व रिश्तेदार श्रवण घायल हो गए थे।

कलेक्ट्रेट के बाहर कार्रवाई का विरोध जताया गया। इस दौरान राजपूत समाज के लोगों की ओर से धरना दिया गया, जो समझाइश के बाद खत्म हुआ।
कलेक्ट्रेट के बाहर कार्रवाई का विरोध जताया गया। इस दौरान राजपूत समाज के लोगों की ओर से धरना दिया गया, जो समझाइश के बाद खत्म हुआ।
राजपूत समाज की ओर से प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया।
राजपूत समाज की ओर से प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया।

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