अजमेर : लड़कियों को ये App बताएगा कौन सा रास्ता बदमाशों से सुरक्षित, ऐसे डाउनलोड कर सकेंगे एप
राजस्थान के अजमेर जिले में एक ऐसी अनोखी एप बनाई गई है, जो लड़कियों को बताएगी कि कौन सा रास्ता सेफ है। कौन से रास्ता का इस्तेमाल करने पर अनहोनी होने का खतरा है।

अजमेर : अजमेर जिले में सोफिया कॉलेज की भूगोल प्रोफेसर मोनिका कनन ने एक एप लांच किया है। इस एप में अब तक हुए क्राइम का डेटा डाला गया है। इसी के जरिए ये महिलाओं को सुरक्षित रास्ता सुझाता है। इस एप का नाम सतर्क रखा गया है। सबसे सुरक्षित रास्ता हरे रंग में दिखता है। वहीं, कुछ कम सुरक्षित नीले रंग में, कम सुरक्षित गुलाबी रंग में और सबसे असुक्षित रास्ता लाल रंग में दिखाई देता है।
इस ऐप में एक पैनिक बटन भी दिया गया है, जो मुसीबत के समय इस्तेमाल किया जा सकता है। इस बटन को दबाते ही महिला के परिजनों के पास मैसेज पहुंच जाएगा। प्रोफेसर मोनिका कनन ने पुलिस के सहयोग से डेटा प्राप्त कर इसे दो साल की कड़ी मेहनत के बाद तैयार किया। मोनिका कनन ने बताया, महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ रहा था। महिलाओं को सेफ करने के लिए यह आइडिया आया। भारत सरकार की ओर से मेजर रिसोर्स प्रोजेक्ट के लिए फंड दिया गया था। उसका यह आउटपुट है, अभी इसे अजमेर सिटी के लिए तैयार किया गया है।
पुलिस का सहयोग मिला तो काम शुरू
कनन ने बताया, इसे तैयार करने की पहली जरूरत अपराध और थाना क्षेत्रों का डेटा लेना था। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्र दीप से संपर्क किया और नौ थानों का क्राइम रिकॉर्ड मांगा। पहले मना किया, लेकिन बाद में रिसर्च का हवाला दिया और वे मान गए। साल 2019 में एसपी ने संबंधित थानों को आदेश जारी किए। इसके बाद इस पर काम शुरू किया। कनन ने बताया, इसके बाद हर थाने में जाकर रिकॉर्ड लिया। जीआईएस (जियोग्राफिकल इन्फोरमेशन सिस्टम) तैयार किया। इसके बाद मैप तैयार किया गया। दिल्ली बेस कंपनी से सॉफ्टवेयर बनाया। इसके लिए सुनील तिवारी को अपॉइंट किया गया। मैपिंग करने में करीब छह महीने लगे। फिर काम को पूरा करने में करीब दो साल का समय लगा। मैप में थाना क्षेत्रों में जिन स्थानों पर क्राइम हुआ, उनको मार्क किया। इससे हॉट स्पॉट और कोल्ड स्पॉट तय हो गए।