हमीरी कलां : झुंझुनूं में सोमवार (12 अगस्त) की रात हुए मां-बेटे के मर्डर मामले में पुलिस पूछताछ के बाद शनिवार को 40 साल के युवक का शव पेड़ पर लटका मिला। परिजन ने पुलिस पर हत्या कर शव लटकाने का आरोप लगाया है। मामला धनूरी थाना इलाके के गांव हमीरी कलां का है।
एएसपी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया- आज (शनिवार) सुबह सूचना मिली कि हमीरी कलां गांव में पेड़ से शव लटका है। धनूरी पुलिस मौके पर पहुंची। शव उतार कर पोस्टमॉर्टम के लिए लेकर गए। मृत्यु के कारण की जांच करेंगे। डबल मर्डर केस में रमेश समेत गांव कई लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था।
परिजन बोले- पुलिस ले गई थाने, इसके बाद शव मिला
मृतक युवक के चाचा रामनारायण जाट ने बताया- 12 अगस्त की रात गांव में मां-बेटे पर धारदार हथियार से हमला हुआ था। बेटे की मौके पर मौत हो गई थी जबकि मां ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस लगातार गांव के लोगों से पूछताछ कर रही थी। इसी क्रम में शुक्रवार को मेरे भतीजे रमेश जाट (40) पुत्र किशन को पुलिस थाने लेकर गई थी। इसके बाद से उसका कोई पता नहीं था। सुबह मेरे पास फोन आया कि रमेश की लाश गांव में खेत में फंदे से लटकी हुई है।
रमेश सीधा-साधा था, मर्डर केस से कोई लेना-देना नहीं
उन्होंने कहा- रमेश गांव में अकेला रहता था। वह सीधा-साधा था। मजदूरी करता था। उसकी पत्नी सीकर में अपने पीहर दोनों बच्चों को लेकर रहती है और प्राइवेट नौकरी करती है। रमेश का मर्डर मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
हमें ये पता है कि रमेश को कल पुलिस ले गई थी। उसे गांव तक पुलिस लाई या वह खुद आया इसका पता नहीं है। पुलिस ने उसे टॉर्चर किया है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। वह मरा या उसे मार दिया गया, हम यह नहीं जानते। इस मामले में जो दोषी हो उसे सजा मिले।
पत्नी बोली- पुलिस के टॉर्चर से हुई मौत
रमेश की पत्नी सुनीता ने कहा- मेरे पति को टॉर्चर किया गया है। सरकार और प्रशासन पहले हम तीन लोगों (मां-बेटा-बेटी) का रास्ता करे, फिर मैं बॉडी उतारने दूंगी। पुलिस ने अगर उन्हें उठाया तो क्यों मुझे सूचना नहीं दी और छोड़ा तो क्यों सूचना नहीं दी। मुझे किसी ने नहीं बताया। पति की मौत पुलिस के टॉर्चर से हुई है। मैं बॉडी को नहीं उतारने दूंगी।
मेरा बेटा मोहित सेकेंड ईयर में है जबकि बेटी अनु फर्स्ट ईयर में है। मैं प्राइवेट जॉब करती हूं।
गांव के युवक ने बताया- पुलिस को अजय के घर से क्लू मिला था
गांव के युवक संजीव ने कहा- कल (शुक्रवार) धनूरी पुलिस रमेश को लेकर गई थी। उसे जिंदा और सही सलामत लेकर गई थी अब मरा हुआ लाकर छोड़ गए। पुलिस उसे कल दिन में ले गई थी। ये साफ-साफ मर्डर है।
संजीव ने यह भी बताया- सात-आठ महीने पहले रमेश ने अजय और माया पर चोरी का आरोप लगाया था। उसके घर से मोबाइल, एटीएम और रुपए चोरी हुए थे। ग्रामीणों ने रमेश और अजय के बीच सुलह कराकर मोबाइल तो दिला दिया था लेकिन एटीएम और रुपए उसके पास ही थे। अजय और माया के मर्डर मामले की जांच के दौरान पुलिस को रमेश का एटीएम अजय के घर मिला। इससे पुलिस को शक हुआ कि रमेश का एटीएम अजय के घर कैसे पहुंचा। ऐसे में डबल मर्डर के शक की सुई रमेश की तरफ घूमी। पुलिस उसे कल थाने ले गई थी। आज उसका शव ही मिला।
डीएसपी बोले- मामले की जांच कर रहे हैं
इस घटनाक्रम के बाद शनिवार को डीएसपी हरिसिंह धायल और धनूरी पुलिस मौके पर पहुंचे। डीएसपी हरिसिंह ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही चीजें साफ हो पाएंगी कि हुआ क्या है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रमेश से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे शुक्रवार शाम 7 बजे तक छोड़ दिया था। इसके बाद क्या हुआ, जानकारी नहीं है।
गांव के 50 लोगों से हो चुकी है पूछताछ
सोमवार (12 अगस्त) की रात हमीरी कलां गांव में रहने वाली माया देवी (45) पत्नी मनफूल और उसके बेटे अजय (25) पर घर में सोते वक्त धारदार हथियार से हमला किया गया। अजय ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था जबकि माया देवी ने दो दिन बाद 14 अगस्त को जयपुर में इलाज के दौरान दम तोड़ा। धनूरी थाना पुलिस इस मामले में गांव के लोगों से पूछताछ कर रही है। अभी तक 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की जा चुकी है।
13 अगस्त सुबह 11 बजे पड़ोसी महिला को घर से फर्श पर खून बहता दिखा तो घटना का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। ASP पुष्पेंद्र सिंह ने कहा था माया देवी की सांस चल रही थी। उसे पहले झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल और बाद में जयपुर लेकर गए। मर्डर का मामला है।