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फेमस होटलों में सप्लाई कर रहे थे हिरण का मांस:शिकार के बाद पैर बांधकर हिरणों के शव फेंके; 6 गिरफ्तार, गुस्साए लोगों ने दिया धरना


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फेमस होटलों में सप्लाई कर रहे थे हिरण का मांस:शिकार के बाद पैर बांधकर हिरणों के शव फेंके; 6 गिरफ्तार, गुस्साए लोगों ने दिया धरना

फेमस होटलों में सप्लाई कर रहे थे हिरण का मांस:शिकार के बाद पैर बांधकर हिरणों के शव फेंके; 6 गिरफ्तार, गुस्साए लोगों ने दिया धरना

बाड़मेर : हिरण शिकार के मामले में पकड़े गए आरोपियों ने बड़ा खुलासा किया है। होटलों में मांस सप्लाई करने के लिए हिरणों का शिकार किया जा रहा था। पिछले डेढ़ साल से गैंग हिरण के मांस की सप्लाई कर रही थी। मामला बाड़मेर के लीलसर गांव का है। घटना से गुस्साए लोगों ने धरना दिया।

डीएफओ सविता दहिया ने बताया- सोमवार सुबह हिरणों के शिकार होने की सूचना मिली थी। मौके पर 10 हिरणों के शव और कुछ अवशेष पड़े हुए थे। मामले में अमराराम, गुलाबाराम, बरजंगा निवासी उड़ासर गुड़ामालानी, आईदानराम, पूंजाराम, आंबाराम निवासी मांगता धोरीमन्ना को गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है, जहां से 17 अगस्त तक रिमांड पर लिया गया है।

बाड़मेर के लीलसर गांव के जंगल में सोमवार सुबह हिरणों के शव मिले थे।
बाड़मेर के लीलसर गांव के जंगल में सोमवार सुबह हिरणों के शव मिले थे।

लोकल लड़कों को लालच देकर करवाते थे शिकार
दहिया ने बताया- हिरण के मांस की डिमांड ज्यादा थी, इसलिए आरोपियों ने 8-10 लोकल लड़कों की गैंग बना रखी थी। पैसे का लालच देकर ये शिकार करवाते थे। फिर उसका मांस होटलों में 200 रुपए किलो में बेचते थे। हिरण से लोगों की धार्मिक भावनाएं जुड़ी हुई हैं। ग्रामीणों ने जिस पर भी शक जताया, उससे पूछताछ की गई। फरार आरोपियों की लोकेशन भी ट्रेस कर रहे हैं।

हिरणों के शव को रखने के लिए वन विभाग की ओर से डिप-फ्रीज मंगवाया गया था।
हिरणों के शव को रखने के लिए वन विभाग की ओर से डिप-फ्रीज मंगवाया गया था।

तीन अलग-अलग गैंग चला रहे थे
डीएफओ ने बताया- आरोपी करीब डेढ़ साल से गिरोह चला रहे थे। तीन गैंग होने की सूचना मिली है। अलग-अलग गांव और अलग-अलग जगहों पर गैंग चला रहे थे। कहां पर सप्लाई कर रहे थे, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। होटलों के नामों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है।

धरना स्थल पर ग्रामीणों से बातचीत करते डीएफओ सविता दहिया।
धरना स्थल पर ग्रामीणों से बातचीत करते डीएफओ सविता दहिया।

मांस खरीदने वालों पर कार्रवाई की मांग
मांस खरीदने वालों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोग धरने पर बैठ गए। सोमवार सुबह से लोग धरना दे रहे थे। मंगलवार देर शाम डीएफओ और पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद धरना समाप्त कर दिया। ग्रामीण मांस किन ​होटलों तक सप्लाई होता था और खरीदार कौन है, उन पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे थे।

आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 17 अगस्त तक रिमांड पर लिया गया है।
आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 17 अगस्त तक रिमांड पर लिया गया है।

यह है मामला
लीलसर के पास दो धोरों की पाल है। जिसके नजदीक किसी का घर नहीं है। यहां रात के समय शिकारी विचरण करने वाले हिरणों का शिकार करते हैं। इन हिरणों को एक जगह इकट्ठा करके मांस होटलों में सप्लाई करते हैं। सोमवार सुबह 3 हिरण एक जगह और 4 हिरण दूसरी जगह पैर बंधे हुए मिले थे। एक हिरण के बाल, सींग और मांस मिला था। कुल 10 हिरणों का शिकार किया गया था।

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