परिजनों का आरोप- पुलिस के धमकाने से डिप्रेशन में आया:BP बढ़ने के बाद अचेत होकर गिरा, मौत; मकान मालिक ने की थी थाने में शिकायत
परिजनों का आरोप- पुलिस के धमकाने से डिप्रेशन में आया:BP बढ़ने के बाद अचेत होकर गिरा, मौत; मकान मालिक ने की थी थाने में शिकायत

कोटा : कोटा में युवक की सदमे से मौत होने का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि सुबह मकान मालिक से कहासुनी होने के बाद पुलिस आई थी। पुलिसकर्मियों ने युवक के साथ अपराधी की तरह सलूक किया और धमकाया था। उनके जाने के 15 मिनट बाद ही वह अचेत होकर गिर गया और मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने पुलिस के खिलाफ रिपोर्ट दी थी लेकिन, 4 घंटे बाद रिपोर्ट वापस ले ली और पोस्टमॉर्टम कराने से भी इनकार कर दिया।
मामला कोटा के रामपुरा थाना इलाके का सोमवार सुबह 9 बजे का है।

मकान मालिक से था विवाद
चचेरे भाई सुमित ने बताया- कोटा के रामपुरा में भाई प्रभात दीक्षित (41) अपनी पत्नी रोली दीक्षित (37) एक बेटी और मां हंसा दीक्षित (65) के साथ रहता था। उनका पिछले 40-50 सालों से मकान मालिक से विवाद चल रहा है, मामला कोर्ट में है।
कुछ दिन पहले मकान मालिक ने घर के पास एक पेड़ कटवाया था और उसकी लकड़ियां घर की छत पर ही रखवा दी थी। पिछले दिनों बारिश के चलते घर की छत टपक रही थी। कमरे में भी पानी आ रहा था। ऐसे में, मकान मालिक से इन लड़कियों को हटाने का कहा था। मकान मालिक के मना करने और खुद ही लकड़ियां हटाने लगा। इस बात को लेकर आज दोनों में कहासुनी हुई। इसके बाद मकान मालिक ने रामपुरा थाने में शिकायत दे दी थी।
अपराधियों की तरह व्यवहार किया
सुमित ने बताया- इसके बाद सुबह 9 बजे 5 पुलिसकर्मी आए थे। आते ही उन्होंने प्रभात के साथ अपराधी की तरह व्यवहार किया। वे छत पर गए और धमकाया था। इससे प्रभात डिप्रेशन में आ गया और उसका बीपी बढ़ गया था।
पुलिस के जाने के थोड़ी देर बाद सदमे से प्रभात नीचे जमीन पर गिर गया। उसकी मौत हो गई। प्रभात घर में इकलौता कमाने वाला था। 6 साल पहले उसकी शादी हुई थी। उनके 2 साल की बेटी है। प्रभात के बीपी के प्रॉब्लम थी। सदमे से साइलेंट अटैक आने से उसकी मौत हुई।
परिजनों ने कार्रवाई और पोस्टमॉर्टम से किया इनकार
मामले को लेकर डीएसपी वृत तृतीय गरिमा जिंदल ने बताया- मकान मालिक व किराएदार के बीच काफी वक्त से विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में है। आज मकान मालिक के परिवाद पर पुलिसकर्मी मौके पर समझाइश करने गए थे। समझाइश के बाद वापस लौट आए। परिजनों ने प्रभात की डर के कारण मौत की बात कही थी। इसके बाद उन्हें पोस्टमॉर्टम करवाने को लेकर समझाइश की। ताकि मौत के असली कारण सामने आ सकें। 2.30 बजे करीब परिजनों ने कार्रवाई नहीं चाहने का लिखित में प्रार्थना पत्र दिया है। पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार कर दिया।