[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

झुंझुनूं के उदावास गांव में अतिक्रमण हटाने का विरोध:पूर्व मंत्री गुढ़ा ने ग्रामीणों के साथ 5KM तक निकाली रैली, कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

झुंझुनूं के उदावास गांव में अतिक्रमण हटाने का विरोध:पूर्व मंत्री गुढ़ा ने ग्रामीणों के साथ 5KM तक निकाली रैली, कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

झुंझुनूं के उदावास गांव में अतिक्रमण हटाने का विरोध:पूर्व मंत्री गुढ़ा ने ग्रामीणों के साथ 5KM तक निकाली रैली, कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

झुंझुनूं : झुंझुनूं में ग्राम पंचायत उदावास में अतिक्रमण हटाए जाने के विरोध में सोमवार को जन-आक्रोश रैली निकाली गई। पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण ऊंट पर सवार होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में घुसने की। लेकिन पुलिस जाप्ते ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया। इसके बाद कलेक्ट्रेट पर सभा आयोजित की गई। पूर्व मंत्री गुढ़ा ने ऊंट पर बैठकर सभा को संबोधित किया।

पूर्व मंत्री गुढ़ा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ऊंट गाड़ी पर 5 किलोमीटर तक रैली निकाली गई।
पूर्व मंत्री गुढ़ा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ऊंट गाड़ी पर 5 किलोमीटर तक रैली निकाली गई।

उन्होंने ने कहा- प्रशासन उदावास गांव में पट्टेशुदा मकानों को अतिक्रमण मानकर बुलडोजर चलाना चाहता है। ये गरीबों के साथ अन्याय है। पूर्व मंत्री ने कहा- ग्रामीणों को जमीन पर बसे हुए 60 साल से ज्यादा हो गए है। सरकार ने पट्टे भी जारी किए है। लेकिन आज प्रशासन उन्हें अतिक्रमी मानकर हटाना चाहता है, ये सरासर अन्याय है। इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया गया।
कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया गया।

ग्रामीण धर्मपाल ने बताया- हमें गांव में बसे हुए 60 साल हो गए है। अलॉटमेंट लेटर भी है। पट्टे भी दिए गए है, रजिस्ट्रेशन भी है। लेकिन अब प्रशासन सरकारी जमीन बताकर खाली करवाना चाह रहा है। करीब 60 घर है, सब के पास कागज है। लेकिन प्रशासन अतिक्रमी बता रहा है। राजनीतिक द्वेषता के कारण अधिकारी परेशान कर रहे है। 5 से 6 बार जमीन नापी जा चुकी है, फिर भी आए दिन परेशान कर रहे है, अधिकारी पॉलिटिकल प्रेशर में काम रहे है। विरोध प्रदर्शन के बाद प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की। साथ ही कार्रवाई को रोकने की मांग की।

Related Articles